हेल्लो मेरे चूत के प्यासे दोस्तों कैसे हो आप लोग | आशा करता हूँ की सालो ठीक होगे सब लोग | तो मेंरा नाम अमित है ,मैं ग्रेटर नॉएडा का रहने वाला हूँ | मैं एक बहुत ही बड़े बाप का लड़का हूँ | मेरे पापा दिल्ली पुलिस में कमिशनर है | दोस्त मैं आप लोगो को एक अपने जीवन की सच्ची घटना बताने जा रहा हूँ | इस कहानी में आप लोग खाली चूत की चुदाई के बारे में ज्ञान पाओगे | किस-किस तरह से मैंने चूत को कहाँ-कहाँ चोदा |
तो चलिए दोस्तों मैं आप लोगों को सीधा कहानी की ओर ले चलता हूँ | जिससे की आप लोगो चुदाई की कहानी सुनने का मजा किर किरा न हो |
जब मैं 10 th क्लास में था तब से मैंने चूत को चोदने की आश जग गयी थी | फिर कहीं जाके 12 th क्लास में चूत के दरशन हुए थे | तो आइये मेरी पहली चूत चोदने की कहानी को आप लोग जाने | तो मेरे प्रिय चूत के प्यासे भाई लोगो ये कहानी उस समय की है | जब मैं अपनी हाई स्कूल के एग्जाम पास कर लिए थे और आगे की पढाई करने के लिए देहरादून चला गया था | वहां मैंने देहरादून पब्लिक इंटर कॉलेज में एडमिशन ले लिया और कॉलेज के हॉस्टल में ही रहने लगा | दोस्तों मुझे सेक्स करना बहुत पसंद था पर कोई लड़की न मिलने पर मैं अपने लंड को किसी कोने में हिला कर अपनी सब गर्मी निकाल देता था | जब मुझे देहरादून के कॉलेज में कोई भी अच्छी लड़की दिखे मैं उसकी टाँगे और उसके चुतर को देखू और रात में मेरे से रहा न जाये और अपने लंड को उसके बारे में सोंच कर हिला लेता था | लगभग 6-7 महीने मुझे अपने कॉलेज में हो गया था | और अभी तक मुझसे कोई लड़की सेट नही हुई थी | मैंने रात में एक बार सोंचा की कब तक मैं मुठ मरता रहूँगा अब तो कोई लड़की सेट ही करनी पड़ेगी | मैं एक बार अपने कॉलेज की कैंटीन में बैठा था | वहां कुछ मेरे से जूनियर क्लास की लडकिया बैठकर खा-पी रही थी | उसमे सब एक दम कड़ाके के माल थे | मैं चाय पीते हुए जो उनमे से सबसे अच्छी लड़की थी उसको सेट करना चाहा | मैं चाय को पीते-पीते उसे ताड़ने लगा | मैं दिखने में तो स्मार्ट था ही इस लिए मुझे उसे सेट करने में ज्यादा दिन | दुसरे दिन मैंने उसे सेट कर लिया था | उसका नाम हनी रावत था | भाई साहब क्या लड़की थी एकदम हाहाकार | अब हम लोग साथ में कैंटीन में बैठकर खाते थे | जब वो बोलती थी तब उसके होंठ कांपने लगते थे | और क्या फिगर था भाई लोगो उसका | उसके बूब्स एकदम नुकीले थे और चुतरो का साइज़ बहुत ही मस्त था | जब वो चलती थी तब उसके चुतर बहुत ही मोहक तरीके से हिलते थे | मैं उसपे सेंटी हो गया था और मन में सोंचता रहता था की कब कोई अच्छा सा मौका मिले और मैं इसकी चूत को अपने लंड के दर्शन कराऊँ | एक दिन मैंने अपने कॉल्लेज को मिस किया और बाहर शोपिंग के बहाने इसको डेट पर ले गया | मैंने उसको पहले तो रेस्टोरेंट में कॉफ़ी पिलाई और बाद में मूवी देखने का प्लान बनाया | हम लोग अब मूवी देखने चले गये | मूवी देखने का तो बहाना था मैं तो उससे अँधेरे में मजा लेना चाहता था | मैंने एक साइड वाली सीट बुक कर ली और वहां जाके बैठ गये | थोड़ी देर तक मैंने मूवी देखि फिर उसके बाद मे मैंने उसको टच करना स्टार्ट कर दिया | मैं अपना हाथ उसके झांघो पर ले गया और फिराने लगा | मैंने उसके पूरे शरीर को छु-छु कर गरम कर दिया | वो इतना गरम हो गयी थी की वो सीट पर बैठ कर मचल रही थी | हम लोगो ने अपनी 3 घंटे की मूवी ख़त्म की और बाहर आये | मैंने उससे कहा की कुछ और मन हो रहा है क्या | तो वह थोडा मुस्कुराई मैं समझ गया की इसका भी मन कर रहा है अपनी चूत को चुदवाने का | वो मुझे अपने किसी सहेली के घर ले गयी जहाँ उसकी सहेली घर पर अकेली थी | उसकी सहेली ने हम लोगो को एक अलग ही कमरे में सेट कर दिया और वो बाहर अपना काम करने लगी | सबसे पहले मैंने उसको अपने आप से चिपका लिया और उसे चूमने लगा वो भी मेरा साथ देते हुए मुझे चूम रही थी | थोड़ी देर बाद वो इतनी गरम हो गयी की उसने अपना हाथ मेरी पेंट के अंदर डाल दिया और मेरे लंड को सहलाने लगी | मैंने मन में सोंचा की साली ये तो मेरे से भी ज्यादा गरम है | फिर मैंने उसके धीरे-धीरे करके सब कपडे उतार दिए और अपने भी | मैंने अपने लंड को उसके मुह में दे दिया और उसे चूसाने लगा | भाई साहब वो इतने अच्छे से मेरे लंड को अपने मुह में लेके चूस रही थी की मेरे मुह से आह आह आहा आहा आहा हा हाहाह हाहा हाह आहा अह आहा अहोह्ह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह आह आहा आहा आहा की सिस्कारिया निकाल रहा था | मैंने पहली बार किसी लड़की को अपना लंड चूसाया था | फिर उसके बाद मैंने उसको फ़र्स पर ही लिटा दिया और उसकी चूत में मैंने अपना गरम-गरम लंड डालके उसकी चूत को चोदने लगा भाई साहब मुझे ईतना मजा आ रहा था उसकी चूत को चोदने में की कुछ पूंछो न | दोस्तों मैं पहली बार किसी लड़की की चूत चोद रहा था | मुझे ही नही जब मैं उसकी चूत में अपना लंड डाल कर चोद रहा था तब वो भी चुदाई का मजा लेते हुए अपने मुह से आह आह आह आह आहा आहा आहा आहा आहा अहा आह आह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह ओह्ह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह की सिस्कारिया निकाल रही थी | मैंने उसकी उस दिन दो बार चूत मारी थी फिर वो अपने घर चली गयी थी और मैं अपने हॉस्टल का चला गया था |
मैंने अपनी 12 th की पढाई पूरी करके दिल्ली पुलिस में भर्ती हो गया था | पापा का कुछ जुगाड़ था इस लिए मैं दिल्ली पुलिस में जल्दी हो गया | वहां मैंने ट्रेनिंग के दरमियाँ दारू भी पीना स्टार्ट कर दिया था | हमरे साथ कुछ बाहर के लड़के भी ट्रेनिंग कर रहे हम लोग सब मिलकर रात में खूब दारू पीते थे | एक दिन हमारी ट्रेनिंग का लास्ट दिन था और अगले दिन हम लोगो की पोस्टिंग जाने वाली थी | एक दिन हम लोगो ने अपनी ट्रेनिंग पूरी कर ली और रात मै दोस्तों के साथ दारू पी रहा था | तभी मेरे एक दोस्त चूत चोदने का प्लान बना लिया | हम लोगो ने थोड़ी देर अपना दिमाक भिड़ाया और फिर हम भी तैयार हो गये | हम लोगो ने ट्रेनिंग सेण्टर की दिवार छाल कर रंडी खाने पहुंचे | वहां हम लोगो ने अपने-अपने लिए लड़की पसंद की और कमर्रों में ले के चले गये | वहां कुछ और ही सीन बन गया अब वो साली रंडी अपनी चूत को चुदवाने को तैयार नही हो रही क्योकि हम लोगो ने दारू पी रख्खी थी | कम से कम आधे घंटे तक उसको मैंने मनाया और 500 रूपये एक्स्ट्रा दिए तब जाके कहीं वो मानी | मैंने अपने मन में सोंच लिया था की साली तेरे से इन 500 रूपये अदा करूँगा | साली दिखने में कडाका थी पर साली बक्चोद बहुत थी | मैं भी कहाँ पीछे हटने वाला | मैंने पहले उसे तो खूब चूमा फिर उसकी चूत में अपना मुह डालना चाहा पर नही डाला और मन में सोंचा की ये तो रंडी है साली कोन सी मेरी गर्लफ्रेंड जो मैं इनकी चूत को चाटू | फिर मैंने उसके थोड़ी देर बूब्स को दबाया और बाद में अपने लंड को उसके मुह में डाल कर चूसाया और मैं मजे लेते हुआ अपने मुह से आह आह आहा आहा आहा उन्ह उन्ह ओह्ह ऊह्हो ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह आह आह आह आह आहा आहा अह आह औंह उन्ह उन्ह उन्ह की सिस्कारियां निकाल रहा था | फिर मैंने उसकी चूत को चोदने का सीन बनाया | मैंने अपने लंड को उसकी चूत में डालके चोदने लगा था | मेरा लंड उसकी चूत के हिसाब से बहुत बड़ा था वो बहुत जोर जोर से चिल्ला रही थी | पर मैं कहाँ मानने वालो में से था | एक तो उसने मुझे अपने पहले नखरे दिखा दिए थे इससे मेरा और भी दिमाक ख़राब हो गया था | एक तो मैं नशे में था तो मैं ओर जोर-जोर से उसकी चूत में अपने लंड से धक्के मार रहा था | थोड़ी देर बाद मैं उसकी चूत में ही झड गया था | जब मैंने अपना लंड उसकी चूत से निकाला था उसकी चूत से खून गिरने लगा था | मैं इतने नशे में था की उसकी चूत की खराबी ही कर डाली | हम लोग वापस अपने ट्रेनिंग सेण्टर में दिवार छाल कर आ गये |
तो दोस्तों ये थी मेरी कहानी जो मैंने आप लोगो से शेयर की है |