हैल्लो दोस्तों मेरा नाम है मयंक कुमार और राजस्थान में रहता हूँ | मैं वहां रहकर अपनी अपनी पढाई पूरी कर रहा हूँ और मेरी कुछ सब्जेक्ट में बैक आ गई थी इसलिए मुझे वहां पर कुछ ज्यादा दिन तक रुकना पड़ा | मेरे दोस्तों का कंपनी सिलेक्शन हो गया था और वो काम करने के लिए चले गए थे | मैं अब जल्दी से पढाई ख़त्म करने वहां से जाना चाहता था और मेरा वहां पर मन भी नहीं लगता था क्योंकि मेरी कोई गर्लफ्रेंड भी नहीं थी और कभी हुई भी नहीं थी | मेरे दोस्त मुझे इस बात का बहुत ताना देते थे क्योंकि सबकी गर्लफ्रेंड थी और वो सब आए दिन चुदाई भी करते थे लेकिन मैं तो सिर्फ अपने हाँथ से ही काम चलाता था | अब मैं आपको अपनी कहानी बताता हूँ जिसमें मुझे चूत नसीब हुई |
मेरे सभी दोस्त वहां से जा चुके थे कुछ अपने घर चले गए थे और कुछ की नौकीलग गई थी तो वो नौकीकरने चले गए थे | मेरा एक दोस्त था उसको हम लोग पंडित बुलाते थे और ये वही महान शख्स है जिसने मुझ पर तरस खाया और मुझे चुदाई करने का सुख दिलवाया | इसकी नौकीजयपुर में लगी थी और वहां ये एक रूम में रहता था | इसने वहां पर भी एक लड़की फसा रखी थी और उसको चोदता भी था | एक दिन मुझे उसका फ़ोन आया और उसने कहा कैसी कट रही है ? तो मैंने कहा ठीक ही है और हमारी बातें चलने लगी |
बातें करते हुए उसने मुझसे पूछा कि कोई पटी की नहीं ? तो मैंने कहा तेरे को तो पता है बे फिर क्यों पूछ रहा है | उसने कहा हाँ पता है तू बहुत बड़ा निकम्मा है एक लड़की नहीं पटा सकता | तो मैंने कहा हाँ चल ठीक है ज्यादा मत बोल | तो उसने कहा अच्छा एक काम कर तू यहाँ पर आजा जयपुर मैं तेरे से एक लड़की पटवा दूंगा | तो मैंने कहा अच्छा मतलब जैसे मैं वहां आऊंगा और लड़की मेरे से पट जाएगी ? ऐसा भी कहीं होता है | उसने कहा मेरी गर्लफ्रेंड की एक दोस्त है उसका नाम याशिका पांडे और वो बहुत बड़ी वाली है | तू बस इधर आजा मैं सब सेटिंग कर लूँगा तो मैंने सोचा वैसे जयपुर ज्यादा दूर नहीं है और एक बार जाने में क्या जाता है |
तो मैं तीन बाद जयपुर चला गया लेकिन मुझे पता था मेरा कुछ होना जाना नहीं है लेकिन इसी बहाने जयपुर घूम लेंगे | फिर मैं जयपुर पहुँच गया और अपने दोस्त के रूम पर पहुँच गया | मैं सो रहा था तभी मेरी एकदम से नींद टूटी और मैंने देखा कि पंडित अपनी गर्लफ्रेंड के साथ बैठा है और उससे बात कर रहा है | मैं उठ गया और जैसे ही उसकी गर्लफ्रेंड की नज़र मुझ पर पड़ी तो उसने मुझे कहा हाय मैं नीलम इसकी गर्लफ्रेंड तो मैं कहा हाय भाभी मैं.. | तो उसने कहा मुझे पता है इसने सब बता दिया है मुझे, तुम टेंशन मत लो | मैं उसकी बात कुछ समझ नहीं पाया और उठकर बाथरूम में चला गया और मुंह धोके बाहर आके बैठ गया |
तभी भाभी ने मुझसे कहा तुम इतने क्यूट हो और तुम्हारी एक भी गर्लफ्रेंड नहीं है अभी तक ? मैं हाँ भाभी क्या कर सकते हैं | तो पंडित बोल पड़ा अरे बहुत बड़ा निकम्मा है इससे कुछ नहीं हो सकता | तो मैंने गुस्से से पंडित की तरफ देखा और बोला हाँ तो इसमें कौन सी बुरी बात है ? अब हर किसी की गर्लफ्रेंड नहीं होती है | तो भाभी ने कहा अच्छा मैं अभी तुम्हारे लिए एक लड़की का इंतजाम कर सकती हूँ | मैंने ये सब पहली बार देखा था क्योंकि मैं गाँव से हूँ इसलिए मैंने कभी लड़कियों को ऐसे बात करते हुए नहीं देखा था लेकिन मुझे बाद में समझ में आया ये बड़ा शहर है | तो मैंने सोचा चलो हाँ करके देखते हैं देखो क्या होता है अभी तक तो कुछ हुआ नहीं अब क्या हो जायेगा |
तो मैंने हामी भर दी और भाभी ने अपनी दोस्त को फ़ोन लगा के उसे बुला लिया | वो 15 मिनिट में वहां आ गई और जैसे ही वो अन्दर आई भाभी ने उससे कहा जाओ जाके उसके बाजु में बैठ जाओ और वो आके मेरे पास बैठ गई | भाभी ने कहा ये है याशिका और याशिका ये वही है जिसके बारे में मैंने बताया था | याशिका ने मुझसे हाँथ मिलाया और कहा हाय मैंने भी डरते हुए उससे हाय कहा | पंडित एकदम से हस पड़ा और सब उसकी तरफ देखने लगे तो पंडित ने नीलम से कहा देखो ये डर रहा है | तो भाभी ने स्माइल करते हुए कहा डरने की क्या बात है ? तो मैंने कहा मैं कहाँ डर रहा हूँ |
अब एक दो दिन तक भाभी और याशिका रूम पर आते थे और हम सब बैठके आपस में बहुत बातें किया करते थे | एक दिन मैं और याशिका साथ बैठे थे और पंडित और नीलम हमारे पीछे बैठे थे तभी हमें कुछ आवाज़ आई और हमने पीछे मुड कर देखा तो वो दोनों किस कर रहे थे | फिर हम दोनों घूम गए और बात करने लगे | मैंने कहा शर्म नहीं आती इन दोनों को तो उसने कहा इसमें शर्म की क्या बात है ये कुछ गलत तो नहीं है | तो मैंने कहा हम दोनों यहाँ बैठे हैं और ये दोनों शुरू हो गए | तो उसने कहा तो तुम भी शुरू हो जाओ तो मैंने कहा क्या किससे ?
तो वो मुस्कुराने लगी और मैं समझ गया लड़की किस करने चाहती है और मैं धीरे धीरे उसकी ओर बढ़ने लगा | उसने कहा क्या तुम डर रहे हो ? तो मैंने कहा नही तो | तो उसने कहा इतनी धीरे धीरे क्यों आ रहे हो ? तो मैंने जल्दी से उसकी कमर में हाँथ डाला और उसको अपनी तरफ खिसका लिया | अब वो मुझसे बिलकुल चिपक चुकी थी तो मैंने कहा तो शुरू करें ? तो उसने कहा हाँ | तो मैंने फ़ौरन उसके प्यारे से छोटे छोटे होंठों पर अपने होंठ रख दिया और उसको किस करना शुरू कर दिया | मैंने उसको थोड़ी देर तक किस किया और फिर रुक गया | उसने कहा रुक क्यों गए मैं 18 साल के ऊपर हूँ कुछ नहीं होगा तुम्हें |
तो मैंने फिर से उसको किस करना शुरू कर दिया और उसके होंठों को दांत से दबाके खींचने लगा | वो मेरे सीने पे हाँथ रगड़ने लगी और मैं अब और ज्यादा जोश में आ गया | तो मैंने उसका टॉप उतारा और ब्रा खोलकर उसके दूध दबाते हुए चूसने लगा | वो ऊउम्मम्म ऊम्म्मम्म करने लगी और मैंने उसकी जीन्स के अन्दर हाँथ डाल दिया और उसकी चूत सहलाने लगा | उसकी चूत से हल्का हल्का सा पानी आ रहा था और उसकी पैंटी भी गीली होने लगी थी | तो मैंने उसकी जीन्स उतार दी और पैंटी भी और उसकी चूत को मलने लगा |
फिर थोड़ी देर में वो उठी और मेरी पेंट खोलने लगी | उसने मेरी बेल्ट खोली और पेंट खोलके मेरी चड्डी नीचे कर दी | अब मेरा खड़ा लंड उसके सामने था और वो उसे हाँथ में लेकर हिलाने लगी | मैं पहले बार ये एहसास कर रहा था कि मेरे हाँथ खाली हैं और मेरा लंड कोई और हिला रहा है | सच में दोस्तों बहुत मज़ा आ रहा था | फिर उसने मेरा लंड चूसना शुरू कर दिया और मैं तो जैसे पागल सा होने लगा | मुझे अपने लंड पर बहुत प्यारा सा एहसास हो रहा था और इतनी ज्यादा मज़ा आज तक कभी नहीं आई थी |
फिर मैंने बड़े प्यार से उसको पकड़ा और लिटा दिया और उसकी चूत पे लंड घिसने लगा | वो मुझे देखकर आह्ह्ह्हह्ह ईस्स्स्सस्स्स्स स्सस्सस्सस की आवाजें निकाल रही थी | फिर मैंने अपना लंड चूत के छेड़ में रखा और अन्दर कर दिया | जैसे ही मेरा लंड अन्दर गया मुझे तो चाँद तारे दिखने लगे | फिर मैंने खुद को काबू में किया और उसको चोदना शुरू कर दिया | मैं उसको चोद रहा था और उसको चोदते हुए मेरी नज़र पंडित पर पड़ी | वो भी नीलम को चोद रहा था तभी उसने मुझे देखा और कहा लगे रहो | फिर मैंने उसके लेट गया और उसको किस करते हुए उसने चोदने लगा |
मुझे चुदाई का बिलकुल भी अनुभव नहीं था लेकिन मुझे उसकी चूत ढीली से लग रही थी तो मैंने उसको कहा क्या मैं गांड मार सकता हूँ प्लाज़ | तो उसने कहा ठीक है मार लो और मैंने उसकी गांड में लंड डाल दिया | अब जाके मुझे थोडा टाइट सा लगा और चोदने का मज़ा और बढ़ गया | फिर मैंने उसको 15 मिनिट तक चोदा और लंड बाहर निकल कर उसके ऊपर सारा मुट्ठ गिरा दिया | जैसे ही मेरा मुट्ठ गिरा मैंने सोचा इसको तो मैंने कभी आई लव यू भी नहीं कहा नहीं ये मेरी गर्लफ्रेंड है और इसने मुझसे चुदवा भी लिया वाकई में शहर के लोगों ने बहुत तरक्की कर ली है | तो दोस्तों कैसे लगी मेरी सैक्सी कहानी कमेंट में जरुर बताइयेगा |