हैल्लो फ्रेंड्स, मेरा नाम कालू कल्लन है और मैं अंबिकापुर का रहने वाला हूँ | मेरी उम्र 26 साल है और मैं दिखने में काला हूँ इसलिए सब मुझे कालू कल्लन बोलते हैं | मैं एक कंपनी में मेनेजर की पोस्ट में कार्यरत हूँ | वैसे मैं अकेले ही रहता हूँ किसी वजह से मेरे घर वालो ने मुझे घर से बाहर निकाल दिया | मैं शादीशुदा हूँ और मेरे दो बच्चे हैं | एक बेटा है और एक बेटी है | दोस्तों, आज जो मैं आप लोगो को कहानी बताने जा रहा हूँ ये मेरे जीवन की पहली कहानी है | तो अब मैं ज्यादा वक़्त ना गंवाते हुए सीधा अपनी कहानी शुरू करता हूँ नहीं तो आप लोग सोचोगे कि साला डस रहा है |
ये घटना स्कूल के समय की है | उस समय मैं 11वी कक्षा में पढ़ता था और मैं मैथ्स साइंस का स्टूडेंट था | मेरी क्लास की सभी लड़के लडकिया किसी न किसी के साथ रिलेशन में थी | बस मैं ही एक लौंडा था जिसकी किसी भी लड़की से दोस्ती नही थी | उसके बाद जब मैं 12वी में गया तब एक लड़की से दोस्ती हुई जिसका नाम प्राची था | वो मेरी काफ़ी अच्छी दोस्त बन चुकी थी और अपनी हर एक बात मुझसे शेयर करती और मैं भी उससे अपनी हर एक बात शेयर करता था | कभी कभी मुझे ऐसी फीलिंग्स आती थी और ऐसा लगता था कि जैसे वो मुझे पसंद करती हो | पर मैं उससे कभी इस बारे में नहीं पूछ पाया और न ही कभी उसने मुझसे अपने प्यार का इजहार किया क्यूंकि मैं गलत था | वो बस मुझे अपना बहुत अच्छा दोस्त मानती थी और उससे ज्यादा कुछ भी नहीं | हम दोनों घूमने फिरने साथ में जाया करते थे और ख़ूब मस्ती करते थे | मैं उससे मन ही मन प्यार करने लगा | हम उस समय उपर नीचे रहते थे मतलब कि हम क्वार्टर में रहते थे और मेरा घर बीच में था और उसका घर सबसे ऊपर था | एक दिन कि बात है दोस्तों, एक लड़का जिसका नाम शुभम है उसका एडमिशन हुआ | वो ट्रान्सफर हो कर आया था | वो दिखने में काफ़ी अच्छा था और उसकी पर्सनालिटी भी बहुत अच्छी थी |
प्राची उसको पसंद करने लगी थी | उसने मुझसे जब ये बात शेयर कि तो मुझे बहुत दुःख हुआ | फिर मैंने खुद से कहा कि छोड़ो यार मैं इतना काला हूँ मुझसे कौन प्यार करेगी | इसलिए मैं सिंगल ही था | प्राची शुभम से बात करने में डरती थी | वैसे दोस्तों, प्राची दिखने में गोरी थी और उसका बदन गदराया हुआ था | प्राची ने एक दिन मुझसे कहा कि मैं शुभम से बात करू | तो मैंने कहा ठीक है | लंच टाइम में मैंने शुभम को बुलाया और कहा कि यार ये तुझसे कुछ बात करना चाहती है | तब शुभम ने कहा कि हाँ भाई बोल क्या बात है ? तो मैंने कहा कि यार प्राची तुझे पसंद करती है और तुझसे बात करना चाहती है | तब उसने कहा कि ठीक है मैं स्कूल छूटने के बाद बात कर लूँगा | मैं भले ही उससे बात कर रहा था पर मेरे अन्दर जलन की भावना आ चुकी थी | मैंने प्राची से बता दिया कि वो तुमसे स्कूल की छुट्टी के बाद बात करने के लिए कह रहा था | ये बात सुन कर प्राची बहुत खुश हो गयी और मैं दुखी | स्कूल के छूटने के बाद प्राची और शुभम बात करने लगे और मुझसे ये सब देखा नहीं जा रहा था तो मैं घर चले गया |
शाम को प्राची का कॉल आया कि शुभम ने उसका प्रोपोसल एक्सेप्ट कर लिया | मुझे सुन कर दुःख तो हुआ पर मैंने फिर भी अपना कड़ा मन कर के उसे बधाई दी | अब प्राची और शुभम साथ में कुछ ज्यादा वक़्त बिताने लगे थे और प्राची ने मुझसे बात करना बहुत कम कर दिया | मुझे गुस्सा तो आता था पर मैं चुप ही रह जाता | एक दिन की बात है स्कूल में एनुअल फंक्शन की तैयारी हो रही थी और सारे बच्चे प्रोग्राम देखने में लगे थे | पर प्राची और शुभम कहीं नजर नहीं आ रहे थे | ये बात मेरे मन में खटकने लगी | तो मैं भी प्रोग्राम के बीच से ही उठ कर क्लास में गया तो देखा कि वहां कोई नहीं था | मैंने उसे हर जगह देखा पर वो कहीं नहीं दिखी | फिर मैं लास्ट में साइकिल स्टैंड के पीछे गया देखने तो वहां से आवाजे आ रही थी | मैं प्राची की आवाज़ पहचान गया कि ये उसकी ही है | फिर मैंने दबे पाओ पेड़ की पीछे से देखने लगा कि आखिर मांजरा क्या है ?
जब मैंने देखा तो मेरे होश उड़ गये | प्राची ऊपर से पूरी नंगी थी और शुभम उसके गोरे गोरे दूध अपने मुंह में ले कर चूस रहा था और वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए उसके सिर पर हाँथ फेर रही थी | मुझसे ये सब देखा नहीं जा रहा था पर मुझे देखने में अच्छा लगने लगा तो मैं देखने लग गया | शुभम प्राची के दूध जोर जोर से दबाते हुए पी रहा था और प्राची आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए सिस्कारिया ले रही थी | प्राची के दूध पीने के बाद वो दोनों एक दूसरे को चूमने लगे और चाटने लगे | ये सब देख कर मेरा लंड भी खड़ा हो गया था | मैं अपने लंड को पेन्ट के उपर से ही मसलने लगा | किस्सिंग करने के बाद प्राची नीचे झुकी और शुभम के पेन्ट को खोल दिया और अंडरवियर नीचे कर दिया और उसका लंड बाहर निकल आया | शुभम का लंड मेरे लंड से बड़ा और मोटा है ये सोच कर मुझे शर्मिंदगी का एहसास होने लगा | अब वो उसके लंड को जोर जोर से हिलाने लगी और चाटने लगी तो शुभम के मुंह से आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ की सिस्कारिया निकलने लगी |
मैं भी ये सब देख कर गरम हो चुका था तो मैंने भी अपना लौड़ा बाहर निकाला और मुठ मारने लगा | प्राची उसका लंड अपने मुंह में ले कर चूसने लगी और चाट भी रही थी और शुभम आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए उसके सिर पर हाँथ फेरने लगा | मैं भी अपने लंड को हाँथ में ले कर हिला रहा था | उसके बाद प्राची उसके अन्टोलो को भी चूस रही थी और वो लगातार आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ कर रहा था | उसके बाद शुभम ने प्राची की पेंटी उतार दी और नीचे झुक के उसकी टाँगे फैला कर अपना मुंह उसकी चूत पर लगा दिया और अपनी जीभ से उसकी चूत चाटने लगा तो प्राची आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए आन्हे भरने लगी | वो अपनी जीभ उसकी चूत पर अच्छे से घुमा घुमा कर चाट रहा था और वो जोर जोर से आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ कर रही थी | मैं भी अपने लंड को जोर और से हिलाने लगा | अब शुभम ने प्राची को पेड़ पर टिका दिया और अपना लंड उसकी चूत में डाल कर चोदने लगा और प्राची आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए चुदाई का मजा लेने लगी | ये देख कर मैं झड़ गया | शुभम जोर जोर से प्राची की चूत चोद रहा था और प्राची जोर जोर से आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए चुदाई का मजा लेने लगी और सिस्कारिया भरने लगी | उसके बाद उसने प्राची को लेटा दिया और फिर से चोदने लगा और वो भी आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए अपनी टाँगे शुभम की कमर पर लपेट ली | कुछ देर की चुदाई के बाद उसने लंड बाहर निकाला और प्राची के मुंह के मुंह में दाल के झड़ा दिया | मैंने भी जल्दी से अपना लंड अन्दर किया और वहां से चला गया |
उसके बाद दोस्तों, मैंने प्राची से दोस्ती तोड़ दिया | फिर मैंने उससे कभी बात नही की लेकिन आज भी मुझे वो चुदाई का मंज़र याद |