जिन्दगी किसी के काम आई भाग २

फिर उन्होंने अपनी नज़र उठाकर मेरी तरफ देखा और पूछा कि आप जय हो? तो मैंने कहा और कोई कैसे हो सकता है? फिर में उनके बगल में बैठ गया और उनके हुस्न की तारीफ की। उन्होंने कहा कि आप भी बहुत स्मार्ट हो और आपकी हाईट भी बहुत अच्छी है, मैंने उन्हें थैंक्स कहा। अब में आप लोगों को बता दूँ कि मेरी हाईट 6 फुट है। अब वहाँ दो-ढाई घंटे बैठने के बाद उन्होंने कहा कि अब मुझे जाना होगा तो मैंने कहा कि ठीक है। फिर में उन्हें उनकी कार तक छोड़कर आया और पूछा कि क्या आप मुझसे दुबारा मिलेंगी? तो उन्होंने एक प्यारी सी स्माइल दे दी और में भी मुस्कुरा दिया। इस तरह हमारा मिलना चालू हो गया, अब हम अक्सर मिलने लगे थे। फिर एक दिन हम मिले तो वो बहुत उदास थी तो मैंने पूछा क्या हुआ राधिका जी? तो उन्होंने कहा कि आज मेरी सास ने मुझे बहुत बुरा भला कहा और मुझ पर हाथ भी उठाया। अब ये कहते-कहते उनकी आँखे भर आई और वो रोने लगी तो मुझसे देखा नहीं गया और अब में उनके बगल में जाकर बैठ गया और उन्हें चुप कराया और उनका सिर अपने कंधे पर रख लिया और उन्हें हौसला दिया।

में – राधिका, एक बात कहूँ।

राधिका – हाँ जय कहो।

में – आपके बेबी हो जायेगा तो ये सब ठीक हो जायेगा।

राधिका – हाँ जय, तुम सही कह रहे हो, लेकिन तुम तो सब जानते ही हो ना।

में – राधिका, अगर तुम्हें एतराज़ ना हो तो क्या में तुम्हारे कुछ काम आ सकता हूँ?

फिर राधिका ने अपना सिर मेरे कंधे से हटा लिया और मेरी तरफ देखने लगी, अब उनकी आँखो में नाराज़गी झलक रही थी। फिर मैंने उनका हाथ अपने हाथों में लेते हुए कहा कि देखो राधिका आपके पति आपको वो कभी नहीं दे पायेंगे जो आप चाहती हो। आपको कोई डोनर ढूंढना पड़ेगा और किसी अंजान से लेने की बजाए आप किसी जानने वाले से ले लो। फिर उन्होंने कहा कि नहीं जय मुझे डर लगता है में ऐसा नहीं कर सकती हूँ, में अपने पति से बहुत प्यार करती हूँ। फिर मैंने कहा कि आप उसी के लिए तो कर रही हो कि आपके घर में खुशियाँ आये और मैंने उनको हौसला दिलाया कि सब ठीक हो जायेगा आप चिंता मत कीजिए। फिर उन्होंने कहा कि मुझे सोचने के लिए कुछ टाईम चाहिए तो मैंने कहा कि ठीक है आपका जैसा विचार हो आप मुझे बता दीजियेगा। फिर हम थोड़ी देर बैठे और फिर अपने अपने घर आ गये।

फिर अगले दिन शाम को उनका मैसेज आया कि ठीक है जय, में तैयार हूँ, लेकिन बस एक बार। फिर मैंने उनसे कहा कि ठीक है। फिर मैंने एक होटल बुक किया और उन्हें पिक कर लिया। फिर हम होटल चले गये और उन्हें अपने रूम में ले गया। अब वो थोड़ी घबराई हुई सी थी तो मैंने पूछा कि क्या हुआ? तो उन्होंने कहा कि मुझे डर लग रहा है। फिर मैंने उन्हें गले लगा लिया और उनकी पीठ को सहलाने लगा और थोड़ी देर तक उनकी पीठ सहलाने के बाद उनकी गर्दन पर किस करने लगा। अब वो शर्मा सी गयी और अपना मुँह दूसरी तरफ कर लिया और साईड में हो गयी। फिर मैंने उन्हें पीठ से आकर कमर में हाथ डालकर पकड़ लिया और फिर से उनकी गर्दन पर किस करने लगा, इस बार वो अपने एक हाथ को पीछे लाकर मेरे सिर को सहलाने लगी और अब मेरा लंड खड़ा होने लगा था। अब में उनकी गांड को अपने लंड से महसूस कर सकता था। फिर मैंने उन्हें अपनी तरफ किया और उनके होंठो पर अपने होंठ लगा लिए और उन्हें किस करने लगा। अब वो भी हल्का हल्का मेरा साथ दे रही थी और अब हम बड़े आराम से एक दूसरे को किस कर रहे थे।

फिर मैंने उन्हें बेड पर बैठा दिया और उन्हें हर जगह किस करने लगा, गर्दन पर, कान के पीछे, गालों पर, होंठो पर और अब वो मेरे सर पर हाथ फैर रही थी। फिर मैंने अपना एक हाथ उनके पेट पर रख दिया और धीरे-धीरे सहलाने लगा। अब में धीरे-धीरे ऊपर की और बढ़ने लगा और उनके सीधे बूब्स तक पहुँच गया और उन्हें आहिस्ता-आहिस्ता दबाने लगा। अब वो अपनी आँखे बंद करके ज़ोर-ज़ोर से सांसे लेने लगी थी और अब में उन्हें हर जगह किस भी कर रहा था। फिर मैंने उनका सूट निकाल दिया, उन्होंने अन्दर लाल रंग की ब्रा पहन रखी थी और उस ब्रा में 34 साईज के गोरे-गारे बूब्स बहुत मस्त लग रहे थे।

फिर मैंने उनको पेट के बल लेटा दिया और उनकी नाभि को चाटने लगा और धीरे-धीरे ऊपर बढ़ा और उनके बूब्स तक पहुँच गया। फिर मैंने उनकी ब्रा को ऊपर करके उनके बूब्स को चूसने लगा, जिससे वो और तेज़ी से सांसे लेने लगी थी। फिर मैंने अपना एक हाथ उनकी सलवार के ऊपर से ही उनकी चूत पर रख दिया और सहलाने लगा, जिससे वो आवाजे निकालने लगी। अब मेरा लंड भी पूरी तरह से टाईट हो चुका था और अब मैंने उनके बूब्स चूसते हुए उनका नाड़ा खोल दिया। फिर उनको थोड़ा ऊपर उठाकर उनकी सलवार उतार दी, यार वो पेंटी में क्या मस्त लग रही थी? अब में तो उन्हें बस देखता ही रह गया। फिर उन्होंने कहा कि कहाँ गुम गये? तो मैंने कहा कि आपकी खूबसूरती की जन्नत में। फिर में भी पूरा नंगा हो गया और उनके बगल में जाकर लेट गया और उनको किस करने लगा और अपना एक हाथ उनकी पेंटी में डालकर चूत को सहलाने लगा, जो अब पूरी तरह से गीली हो चुकी थी। फिर उन्होंने कहा कि जय अब कर दो, में माँ बनने के लिए तड़प रही हूँ।

अब में उठकर उनकी चूत की तरफ गया और उनकी पेंटी को एक झटके में उतार दिया और उनकी चूत को निहारने लगा और अपनी एक उंगली उनकी चूत में डाल दी और आगे पीछे करने लगा। फिर वो और कसमसाने लगी, अब मेरे लंड का तो बुरा हाल हो रहा था तो अब मैंने ज्यादा टाईम बर्बाद ना करते हुए उनकी टाँगे खोली और अपना लंड उनकी चूत पर टीकाकर दबाने लगा और मेरा लंड थोड़ा सा अंदर चला गया, जिससे वो थोड़ा सा हिल गयी। फिर मैंने एक जोर से झटका मारा तो मेरा आधे से ज्यादा लंड उनकी चूत में चला गया और वो हल्की सी चीख पड़ी और कहा कि धीरे करो काफ़ी टाईम से नहीं किया है। फिर में धीरे-धीरे करने लगा और अब मेरा पूरा लंड उनकी चिकनी चूत में था और में अपने लंड आगे पीछे करने लगा। अब पूरे कमरे में पच-पच की और राधिका की सिसकारियों की आवाजे आने लगी भी।

फिर थोड़ी देर के बाद मैंने उन्हें घोड़ी बनने का कहा और फिर उनकी पीछे से चुदाई चालू कर दी। अब पूरे कमरे में आ अया अया आ पच पच की आवाज़ गूंजने लगी थी। अब में नीचे से हाथ डालकर उनके बूब्स को भी दबा रहा था। तभी उनकी चूत टाईट होने लगी और उनकी बॉडी अकड़ने लगी तो मुझे पता चल गया कि अब वो झड़ने वाली है और कुछ ही देर में एक गर्म धार मैंने अपने लंड में महसूस की। फिर में सीधा लेट गया और उसे अपने लंड पर बैठने को कहा तो अब वो मेरे लंड पर बैठकर ऊपर नीचे होने लगी। अब मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था और वो भी अपनी आँखे बंद करके चुदाई का मज़ा ले रही थी। फिर मैंने उसे नीचे लेटा लिया और उसके ऊपर आकर चोदने लगा। अब मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी और फिर में उसकी चूत में ही झड़ गया और उसी पर गिर गया।

फिर में थोड़ी देर लेटा रहा और अब हम दोनों थक चुके थे। अब मेरा लंड अभी भी उसकी चूत में ही था जो धीरे-धीरे सिकुड़कर उसकी चूत से बाहर आ गया था। फिर में उसे किस करने लगा और वो मुझे किस लगी। फिर में लेट गया और वो मेरी पूरी बॉडी को एक्सप्लोर करने लगी। अब वो एक हाथ में मेरा लंड पकड़ कर आहिस्ता-आहिस्ता हिला रही थी और जगह-जगह किस कर रही थी। फिर थोड़ी देर में मेरा लंड दूसरी पारी खेलने के लिए तैयार था और उसके हाथ में था, उसके हाथों की गर्मी से वो जल्दी होश में आ गया था। फिर में उसे लगातार किस करने लगा और वो भी मुझे बहुत सारे किस करने लगी तो इन किस से में थोड़ा गर्म होने लगा। फिर मैंने उसे अपनी गोद में उठा लिया और अब उसके दोनों पैर मेरी कमर पर क्रॉस थे। फिर में नीचे से अपना लंड उसकी चूत में डालकर उसको चोदने लगा, अब वो मुझे किस करने लगी और आ आ आ की आवाज़ करने लगी। इस तरह चोदने से मेरा पूरा लंड उसकी चूत में एकदम आसानी से जा रहा था और वो आह्ह्ह्ह आह्ह्ह्हह की आवाज़ निकाल रही थी। फिर मैंने उसे ज़मीन पर लेटा दिया, अब वो पेट के बल लेटी थी और में पीछे से उसे चोद रहा था, अब पूरे कमरे में पट पट पट आहाहहहह की आवाज़ गूँज रही थी।

फिर मैंने अपनी रफ़्तार और तेज़ कर दी और में उसकी चूत में झड़ गया। इस दौरान वो दो बार झड़ चुकी थी। फिर हम थोड़ी देर तक ऐसे ही लेटे रहे और फिर राधिका ने कहा कि थैंक यू जय, तो मैंने कहा नहीं राधिका थैंक्स यू और हम दोनों ऐसे ही पड़े रहे। फिर कुछ दिनों के बाद जब उसको पता चला कि वो प्रेग्नेंट है तो उसने मुझे थैंक्स कहा और कहने लगी कि तुम मेरी ज़िंदगी में भगवान के रूप में आये हो, मेरी ज़िंदगी में एक ही कमी थी जो आपने पूरी कर दी और वो ये कहते-कहते रो पड़ी। फिर मैंने उसे चुप कराया और मुझे भी लगा कि मेरी ज़िंदगी किसी के काम आई ।।

धन्यवाद …

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