नमस्कार दोस्तों, और प्रिय पाठको ! कैसे हैं आप सभी ? मैं उम्मीद करता हूँ कि आप सभी अच्छे होंगे | मेरा नाम अनुभव है और मैं केरल का रहने वाला हूँ | मेरी उम्र 22 साल है और मैं दिखने में एक दम काला भुजंग हूँ | मेरे घर में मैं और मेरे मम्मी पापा के अलावा मेरे भैया और भाभी रहती हैं | मेरे पापा और मम्मी दोनों सरकारी नौकरी में हैं और मेरे भैया प्राइवेट जॉब करते हैं | मेरा कॉलेज कम्पलीट हो चुका है तो मैं भी जॉब की तलाश कर रहा हूँ | दोस्तों, मैं अपने जीवन की एकदम सच्ची घटना बताने जा रहा हूँ इस कहानी के माध्यम से | वैसे तो मैंने अब तक एक भी कहानी नहीं लिखा हूँ तो ये मेरी पहली कहानी है | चलिए मैं आप का ज्यादा टाइम नहीं लूँगा और अब सीधा कहानी शुरू करता हूँ |
ये घटना तब की है जब मेरे भैया ( रवि ) की शादी भाभी ( रश्मि ) से हो रही थी | शादी का माहौल था हम सब बहुत खुश थे क्यूंकि ये हमारे घर की पहली शादी थी और भाभी के घर में भी ये पहली शादी थी | हम सब भाभी के घर पर ही रुके थे क्यूंकि भाभी का घर काफ़ी बड़ा था और सारे मेहमानों के रुकने का अच्छा खासा बंदोबस्त कर रखा था | जहाँ मेरी भाभी का घर है उस गाँव में मेरी भाभी के पापा का अच्छा रुतबा है | जिस वजह से वहां किसी को किसी भी चीज़ की कमी नहीं होती थी | भाभी के घर में एक लड़की आई थी जो कि उनके घर के बाजू में रहती थी | उस लड़की का नाम पल्लवी है और वो दिखने में एक दम गोरी चिट्टी है | सबसे ख़ास बात जो उसके चेहरे की रौनक बढाता है वो उसके होंठ के ऊपर का तिल | दोस्तों, उस पूरे फंक्शन में सब की निगान्हे उसी के ऊपर टिकी हुई थी | मैं भी उसे पसंद करता था और चाहता था कि मैं इससे शादी करू | पर शादी के टाइम कुछ ऐसा हुआ कि मेरे विचार ही बदल गये |
एक दिन की बात हैं | मैं और मेरे भाई हम सभी रात के वक़्त गाँव मे घूमने निकले थे | लौटते वक़्त हम लोगो को काफ़ी देर हो गयी थी | हम ये भी जानते थे कि अब तक सब सो चुके होंगे और हमारे सोने की जगह छिक गयी होगी | उसके बाद भी इतनी रात को लौटना बेवकूफी थी | जैसे ही हम घर पंहुचे तो देखा कि सारी जगह पर कब्ज़ा था | ठण्ड का मौसम था और सभी थके हारे सोये हुए थे | जब हम सब एक ऊपर वाले कमरे में पंहुचे तो वो भी भरा हुआ था | सबसे बड़ी दिक्कत तो ये थी कि साला लाइट नहीं थी | जैसे तैसे मेरे भाइयों को जगह मिल गयी | मैं और मेरा एक भाई जिसका नाम पंकज है बस हमे ही जगह नहीं मिली थी | तभी पंकज ने कहा कि चल यार लडकियों के कमरे में चलते हैं अगर वहां जहग नही मिली तो जैसे तैसे एडजस्ट कर लेंगे | कुछ देर सोचने के बाद मैं भी मान गया | जब वहां पंहुचे तो समझ में तो वैसे ही कुछ नहीं आ रहा था पर फिर भी हम एडजस्ट हो कर लेट गये | मेरा भाई पंकज अलग एडजस्ट हो गया और मैं अलग | अब मुझे ठण्ड लगने लगी थी और लाइट का अता पता ही नहीं था | मुझे नहीं पता था कि पल्लवी मेरे बाजू में ही सोयी हुई है | मैंने धीरे धीरे करके उसके कम्बल के अन्दर घुस गया और आँख बंद कर के सोने लगा | तभी मुझे अपने लंड पर घर्षण महसूस हुआ | मैं समझ नहीं पाया और मेरी नींद खुल गयी | मैंने महसूस किया कि किसी की गांड मेरे लंड से बार बार टच हो रही थी | मुझे भी अच्छा लगने लगा था तो मैं भी उसकी गांड में धीरे धीरे धक्के मारने लगा |
शायद उसे भी अच्छा लग था इसीलिए वो भी मेरे लंड से अपनी गांड सटा रही थी | फिर मैंने एक हाँथ उसके दूध पर रख दिया | उसने कुछ रिस्पांस नहीं दी तो मेरी हिम्मत और बढ़ गयी | फिर मैं धीरे धीरे उसके उभरे बदन को दबाने लगा तो उसके मुंह से आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ की हलकी हलकी सिस्कारिया निकलने लगी | मैं समझ गया था कि ये गरम हो चुकी है | उसके बाद मैं उसके सूट के अन्दर हाँथ डाला और ब्रा को ऊपर सरका के उसके निप्पलस और दूध दोनों को मसलने लगा और वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए सिस्कारिया ले रही थी | जब मैं उसके उभरे बदन को जोरजोर से दबाने लगा तो उसने भी एक हाँथ पीछे कर के मेरे लंड पर रख दी और मेरे लंड को जीन्स के ऊपर से ही सहलाने लगी | मैं समझ गया कि ये चुदासी हो रही है |
फिर मैंने उसे पलटा दिया और उसके होंठ में अपने होंठ रख दिया | अब मैं उसके होंठ को चूसने लगा था और वो भी मेरा साथ देते हुए मेरे होंठ को चूसने लगी | अब वो भी जाग गयी थी | हम दोनों एक दूसरे को किस करने के साथ साथ एक दूसरे को सहला भी रहे थे | मेरी किस्मत ऐसे चमकेगी ये मुझे बिलकुल भी अंदाजा नही था | थोड़ी देर के बाद मैंने उसके सलवार को उपर किया और ब्रा तो सरकी हुई थी | अब मैं उसके दूध को मसलते हुए उसके पेट को चूमने लगा तो वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए आन्हे भरने लगी | ये सब उस कम्बल के अन्दर ही हो रहा था और लाइट ना होने की वजह से हमे पूरा फायदा मिल रहा था | उसके बाद मैंने उसके उभारो को अपने मुंह में भरा जोर जोर से से दबाते हुए पीने लगा और वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए मेरे सिर पर हाँथ फेरने लगी | मैं उसके दूध को जोर जोर से चूस रहा था और वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ सिस्कारिया लेने लगी थी | कुछ देर के बाद हम दोनों 69 एंगल में हो गये | अब मैं उसके चूत को चाट रहा था और वो मेरे लंड को चूस रही थी | दोनों के मुंह से आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअके सिस्कारिया निकलने लगी थी |
उसकी चूत गीली हो चुकी थी ये मुझे तब पता चला जब मैं उसकी चूत चाट रहा था | वो मेरे लंड को बहुत अच्छे से चाट चाट के चूस रही थी और मैं भी उसकी चूत को ऊँगली से चोद चोद कर चाट रहा था | हम दोनों ही आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए आर्गेनिक सेक्स कर रहे थे | फिर उसके बाद हम दोनों ने अपनी अपनी पोजीशन ली और मैं उसके पीछे आ गया | अब मैं उसकी टाग उठा के अपने लंड को उसकी चूत मै एडजस्ट किया और धीरे धीरे अपने लंड को उसकी चूत में उतारता गया | उसकी चूत गीली होने की वजह से मेरा लंड आराम से चला गया | अब मैं उसकी चूत को धीरे धीरे चोदने लगा और उसके दूध को एक हाँथ से दबाने लगा | वो भी मदहोश हो गयी थी और आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए मेरा साथ देने लगी थी | फिर मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दिया और जोर जोर से चोदने लगा वो भी अपनी गांड आगे पीछे करते हुए आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ कर रही थी | फिर मैं उसके ऊपर चढ़ गया और उसकी चूत मै अपना लंड एक ही झटके में उतार दिया | अब मैं उसकी चूत को जोर जोर से धक्के मार मार के चोद रहा था और वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए सिस्कारिया ले रही थी | कुछ देर के बाद हम दोनों साथ में झड गये |
जब लाइट आई तब हम दोनों एक दूसरे को देखा और मुस्कुरा कर सो गये | उसके बाद हम दोनों दो बार और चुदाई किये थे |