desi sex stories
हाय फ्रेंड्स, कैसे हैं आप सब ? मैं आशा करती हूँ कि आप सब अच्छे होंगे | मेरा नाम अनुपमा है और मैं बांधवगढ़ की रहने वाली हूँ | मेरी उम्र 29 साल है और मैं एक शादीशुदा लड़की हूँ | मेरी शादी अभी अभी हुई इसलिए मेरे कोई भी बच्चे नहीं हैं | मैं दिखने में गोरी हूँ और मेरी हाईट 5 फुट 5 इंच है और मेरा बदन बहुत ही सेक्सी है | मेरे मम्मे बड़े हैं और मेरे चूतड भी बड़े और गोल हैं | दोस्तों मैं इस चुदाई की कहानियां कभी नहीं पढ़ी और न ही मैं पढना चाहती हूँ वो तो मेरी एक दोस्त ने बतया था कि इसमें बहुत ही मजेदार चुदाई की कहानियां पोस्ट होती हैं लेकिन फिर भी मैं नहीं पढ़ती | आज जो मैं आप लोगो के लिए कहानी लिखने जा रही हूँ ये मेरी पहली कहानी और मेरे सुहागरात की कहानी है | तो कृपया इसे मजे ले कर पढना और मैं आशा करती हूँ कि आप सब को मेरी कहानी जरुर उत्तेजित कर देगी | तो अपने लंड और चूत संभल लो क्यूंकि मैं अपनी कहानी शुरू करने जा रही हूँ |
ये घटना मेरे सुहागरात वाले दिन की है | मेरे घर में, मम्मी पापा, एक बड़ा भाई और एक छोटी बहन, भाभी और उनका बेटा रहते हैं | पापा आर्मी में बहुत बड़े रैंक पर हैं और मम्मी हाउसवाइफ हैं | बड़ा भाई भी आर्मी में है और मेरी छोटी बहन जॉब करती है | मैं भी शादी के पहले जॉब करती थी लेकिन शादी के बाद मैंने जॉब छोड़ दी | कॉलेज पढ़ते समय से मैं जॉब करती थी और फिर एक दिन पापा ने कहा कि बेटा तुम्हारे लिए एक रिश्ता आया है | मैंने पुछा कि पापा आप लोगो ने मुझसे पुछा क्यूँ नहीं ? तो उन्होंने कहा बेटा हम तुम्हारी शादी नहीं कर रहे हैं बस तुम एक बार मना कर डौगी तो शादी नहीं करेंगे लेकिन एक बार रिश्ता देखने में तो कोई बुरे नहीं है | मैंने भी पापा की बात रख ली और जब लड़के वाले आये तो मैंने देख कर ही मना कर दिया क्यूंकि वो लड़का नाटा और भोंदू टाइप का था | उसके बाद तो आये दिन मेरे लिए रिश्ते आने लगे | मैं भी कब तक मना कर पाती | आज नहीं तो कल मुझे शादी तो करनी ही पड़ती | एक दिन हमारे घर फिर से लड़के वाले आये और जो लड़का मुझे देखने आया था वो बहुत ही हेंडसम था और उसकी कदकाठी सब बहुत सॉलिड थी | वो जिम भी जाता है और जॉब भी करता है | मैंने अपने घर वालो से कह दिया कि मैं इससे शादी करुँगी | उसके बाद हमारी सगाई हो गई और हम दोनों कि फिर फ़ोन पर बात होना और कभी कभी घुमने जाना होने लगा | सगाई के कुछ महीने बाद शुभ मुहूर्त में हमारी शादी भी हो गई | शादी के समय हम दोनों बहुत खुश थे क्यूंकि ये रिश्ता किसी दबाव में और बिना किसी दहेजप्रथा के हो रही थी | जब शादी का पूरा कार्यक्रम हो गया और फिर हम दोनों ने थोडा रेस्ट किया | उसके बाद मेरी सुहारात की बारी आई तो रूम तो पहले से ही एक आलिशान होटल में बुक था | मेरे पति और मैं उनकी कार में होटल पंहुचे और फिर सबसे पहले साथ दूध का आर्डर दिया उन्होंने | मैं शांति से बेड पर बैठी थी घूँघट ओड़ के फिर
वो मेरे पास आये तो मैंने उन्हें दूध उठा कर दिया | उन्होंने कहा कि जानेमन पहले तुम पियो | फिर मैंने एक घुट पिया और फिर उनको दिया फिर उन्होंने एक घुट पिया | ऐसा ही करते करते हम दोनों बारी बारी से दूध पी कर खत्म किया | उसके बाद उन्होंने मेरा घूंघट उठाया और मेरे चेहरे को अपनी तरफ कर के कहा तुम बहुत सुन्दर लग रही हो | मैंने ये सुन कर थोडा सा मुस्कुराया तो उसने मेरे घूंघट को पूरा हटा दिया | और मेरे गाल पर अपने हाँथ फेरने लगा | मुझे उनका छूना अच्छा लग रहा था तो मैं उन्हें मना नहीं कर रही थी | उसके बाद उनहोंने मेरे होंठ में अपने होंठ रख दिया और मेरे होंठ को चूसने लगे तो मैं भी उनका साथ देते हुए उनके होंठ को चूसने लगी | वो मेरे होंठ को चूसते हुए मेरे हाँथ को सहला रहा था और मैं उनके होंठ को चूसते हुए उनके गले पर अपने हाँथ रख दिया | वो काफी अच्छे से मेरे होंठ को चूस रहे थे और मैं भी | उसके बाद उन्होंने अपने कोर्ट को उतार दिया और मैंने उसी बीच में रोक दिया | फिर मैं खुद ही एक एक बटन को प्यार से खोलते हुए उतार दी कोर्ट और फिर शर्ट को भी उतार दिया | उनके चेस्ट पर अपने हाँथ फेरते हुए एक हाँथ से उनके बेल्ट को खोल कर पेंट भी उतार दी | अब वो मेरे सामने सिर्फ अंडरवियर में थे | फिर मैंने उनकी अंडरवियर को भी उतार दिया और उसके बाद उनके लंड से खलने लगी | उन्होंने मुझसे पूछा कि कैसा है मेरा लंड ? तो मैंने कहा कि आपका लंड बहुत ही मस्त है | फिर मैंने उनके लंड पर अपनी जीभ फेरने लगी तो उनके मुंह से आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह की सिस्कारियां निकलने लगी | मैं उनके लंड को हर तरफ से चाट कर गीला कर रही थी और वो आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए मेरे कपड़े उतार रहे थे | फिर मैंने उनके लंड को अपने मुंह में लिया और चूसने लगी और वो आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए सिस्कारियां लेने लगे | मैं उनके लंड को जोर जोर से आगे पीछे करते हुए चूस रही थी और वो आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए मजे ले रहे थे | उसके बाद मैंने उनके दोनों अन्टोलो को अपने मुंह में ले कर चूसने लगी और वो आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए सिस्कारियां ले रहे थे | फिर उन्होंने मुझे उठाया और मेरे दोनों मम्मे दबाने लगे तो मैं भी आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए सिस्कारियां लेने लगी |
उसके बाद उन्होंने मेरे मम्मे अपने मुंह में ले कर चूसने लगे और मैं आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए उनके सिर को सहलाने लगी | वो मेरे मम्मों को जोर जोर से मसल कर चूस रहे थे और मैं आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए सिस्कारियां ले रही थी | फिर उन्होंने मुझे लेटा दिया और मेरी टांगो को फैला दिए और मेरी चूत को चाटने लगे और मैं आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए सिस्कारियां ले रही थी | वो मेरी चूत को बड़े ही प्यार से धीरे धीरे जीभ से चाट रहे थे और चूत के दाने को भी चूस रहे थे और मैं आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए मदहोश हो रही थी | उसके बाद उन्होंने अपने लंड को मेरी चूत में रखा और सहलाते हुए अन्दर डाल दिया और धीरे धीरे धक्के मारते हुए चोदने लगे तो मैं आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए चुदाई के मजे लेने लगी | कुछ देर बाद उन्होंने अपनी चुदाई की रफ़्तार बढ़ा दिए और जोर जोर से धक्के मारते हुए चोदने लगे तो मैं भी आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए अपनी कमर उठा उठा कर चुदवा रही थी | फिर उन्होंने मेरी एक टांग अपने कंधे में रख लिए और फिर अन्दर डाल दिए और चोदने लगे और मैं आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए सिस्कारियां ले रही थी | वो बहुत ही जोर जोर से मेरी चूत को चोद रहे थे और साथ में निप्पलस भी मसल रहे थे और मैं आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए आँख बंद कर के चुदवा रही थी | कुछ देर बाद उन्होंने मेरे मुंह के अन्दर अपना माल गिरा दिया जिसे मैं पूरा चाट गई |
तो फ्रेंड्स, ये है मेरी कहानी | आशा करती हूँ कि आप लोगो को मेरी कहानी अच्छी लगी होगी |