रेखा की ओर मेरा झुकाव

hindi sex stories, antarvasna chudai

मेरा नाम दीपक है मैं कॉलेज में पढ़ने वाले स्टूडेंट हूं, मेरी उम्र 22 वर्ष है और मैं कॉलेज का सबसे हैंडसम लड़का हूं। मेरे पीछे बहुत सारी लड़कियां पडी रहती है। मेरी कॉलेज में एक गर्लफ्रेंड है उसका नाम रेखा है। रेखा और मेरा रिलेशन कॉलेज के शुरुआत से ही चल रहा है। रेखा मेरे साथी स्कूल में पढ़ती थी लेकिन उस वक्त हमारे बीच में ऐसा कुछ नहीं था, पर  जब वह कॉलेज में आई तो उसके बाद से ही उसकी तरफ मेरा झुकाव बढ़ने लगा। हम दोनों एक साथ रिलेशन में आ गए। कॉलेज में सबको हम दोनों के बारे में पता है, हमारे जितने भी टीचर हैं उन्हें भी हम दोनों के रिलेशन के बारे में मालूम है इसलिए वह लोग हमें कई बार चिड़ाते हैं। मुझे कई बार ऐसा लगता है कि रेखा दिखने में बहुत सुंदर है। रेखा न जाने क्यों मुझे समझ नहीं पाती।

मैन कई बार रेखा को समझाने की कोशिश की लेकिन वह मेरी बात को नहीं समझती ही नही है लेकिन उसके बावजूद भी हम दोनों रिलेशन में हैं और हम दोनों का रिलेशन साथ में चल रहा है। हम दोनों साथ में मूवी देखने  जाते हैं और कभी-कबार रेखा मेरे घर भी आ जाती है। मैंने अपने घर में रेखा के बारे में किसी को नहीं बताया लेकिन सबको इतना पता है कि रेखा मेरी अच्छी दोस्त है लेकिन मेरी मां को कई बार शक हो जाता है और वह कहती हैं कि तुम दोनों के बीच में कोई तो खिचड़ी पक रही है, मैं उन्हें कहता हूं कि हम दोनों के बीच में ऐसा कुछ नहीं है, जिस प्रकार आप सोच रही हैं लेकिन मेरी मां समझ चुकी है कि हम दोनों के बीच में कुछ तो चल रहा है और रेखा भी मुझसे कई बार यह बात कहती है कि तुम्हारी मम्मी मुझसे हमेशा ही पूछते हैं कि क्या तुम दोनों के बीच में कुछ चल रहा है, परन्तु मैं तुम्हारी मम्मी को मना कर देती हूं और उन्हें कहती हूं की हम दोनों बहुत अच्छे दोस्त हैं। हम लोगों की क्लास में बहुत सारे बच्चे हैं लेकिन एक लड़की हमारे क्लास में है जिसका नाम रोशनी है। रोशनी का व्यवहार बहुत ही अच्छा है और वह सबसे बहुत अच्छे से बात करती है लेकिन वह दिखने में बहुत ही सिंपल और साधारण सी लड़की है।

वह पुराने जमाने के ख्यालातो की है और उसी प्रकार की वेशभूषा में वह कॉलेज भी आती है। मुझे उससे बात करना अच्छा लगता है लेकिन मैं उससे ज्यादा बात नहीं करता क्योंकि वह बहुत ही पढाकू किस्म की लड़की है और मुझे लगता है कि यदि मैं रोशनी से ज्यादा बात करूंगा तो कहीं सब लोग मेरे बारे में गलत ना समझने लगे। रोशनी के साथ कोई भी ज्यादा बात नहीं करता और ना ही मैं उसके साथ ज्यादा बात करता हूं। एक बार मैं अपनी बाइक से जा रहा था और आगे बहुत बड़ा गड्ढा था लेकिन मुझे वह गड्ढा दिखाइ नहीं दिया और जैसे ही मेरी बाइक का टायर उस गड्ढे पर पड़ा तो मेरी बाइक स्लिप हो गई और मैं कोने में जाकर गिर गया। मैं जैसे ही बाइक से गिरा तो रोशनी भी वहीं पर खड़ी थी और उसने तुरंत ही एंबुलेंस मंगवा दी। उसके बाद वह मुझे हॉस्पिटल ले गए। रोशनी भी हॉस्पिटल में थी और वह मुझसे पूछ रही थी तुम्हारी तबीयत कैसी है। मैंने उसे कहा कि तबीयत तो ठीक है लेकिन मुझे बहुत ही घबराहट सी महसूस हो रही है। जब मेरा चेकअप हुआ तो उसके बाद मुझे थोड़ा आराम मिला। मैं कुछ दिनों तक हॉस्पिटल में ही था, उस वक्त वह मुझसे हमेशा ही मिलने आती थी और मुझसे मेरे बारे में पूछती थी। रेखा भी मुझसे मिलने के लिए आती थी लेकिन वह मुझे ही गलत ठहरा रही थी और कह रही थी कि वह एक्सीडेंट तुम्हारी गलती की वजह से ही हुआ, यदि तुम गाड़ी देखकर चलाते तो शायद तुम्हारा एक्सीडेंट नहीं होता। मैंने उसे समझाया कि मैंने जानबूझकर तो ऐसा नहीं किया, मुझे आगे गड्ढा नहीं दिखाया दिया इसलिए मेरा एक्सीडेंट हो गया। रोशनी और मेरे बीच में बहुत अच्छी दोस्ती हो चुकी थी और जब मैं पूरी तरीके से ठीक हो गया तो उस वक्त मैं रोशनी से मिलने उसके घर गया क्योंकि वह काफी दिनों से कॉलेज नहीं आ रही थी। जब मैं उसके घर गया तो उसकी मम्मी ने दरवाजा खोला और वह कहने लगी की रोशनी कहीं बाहर गई हुई है। मैंने उनसे पूछा कि रोशनी कहां गई हुई है तो वह कहने लगी की रोशनी अपनी नानी के पास गई है और वह कुछ दिनों बाद ही लौटेगी।

मैंने रोशनी की मम्मी से कहा कि जब रोशनी आ जाए तो आप उसे बता देना कि मैं उससे मिलने के लिए आया था। अब मैं रोशनी के घर से वापस आ गया। कुछ दिनों बाद रोशनी भी अपनी नानी के घर से लौट आई थी और वह मुझसे मिलने के लिए मेरे घर आ गई। जब वह मुझसे मिलने मेरे घर आई तो वह मुझसे पूछने लगी कि तुम मेरे घर आए थे, क्या तुम्हे कोई काम था। मैंने उसे कहा कि मुझे कोई काम नहीं था, मैं सिर्फ तुमसे मिलने आया था क्योंकि तुम काफी दिनों से कॉलेज नहीं आ रही थी इसलिए मैंने सोचा मैं तुमसे मिल लेता हूं। रोशनी कहने लगी कि मेरी नानी की तबीयत ठीक नहीं थी इसलिए मैं उनके पास गई थी, अब उनकी तबीयत थोड़ा ठीक है इसलिए मैं वहां से लौट आई हूं। रोशनी मेरे साथ मेरे कमरे में ही बैठी हुई थी और हम दोनों काफी बातें कर रहे थे। वह मुझसे मेरे बारे में पूछ रही थी और कह रही थी कि तुम्हें क्या अच्छा लगता है, मैं उसे कहनें लगा कि मुझे तो बाइकों का बहुत शौक है और मैं बाइक चलाना बहुत पसंद करता हूं। रोशनी मुझसे कहने लगी कि मुझे पढ़ने का बहुत शौक है। मैंने रोशनी से कहा मुझे तो बिल्कुल भी पढ़ने का शौक नहीं है। हम दोनों आपस में बैठकर बहुत बात कर रहे थे और उसके बाद मैंने उसे कहा कि क्या तुम मूवी देखती हो, वह कहने लगी कि हां मुझे मूवी देखना अच्छा लगता है। अब हम दोनों साथ में ही बैठकर मूवी देख रहे थे।

मैंने अपने लैपटॉप पर अपनी पेन ड्राइव लगा दी और मैंने अपनी पेन ड्राइव में ही बहुत सी मूवी रखी हुई थी, मैंने मूवी प्ले करी और हम दोनों मूवी देखने लगे। उसमें पॉर्न मूवी चल पड़ी और यह देखकर रोशनी कि नजरे झुक गई और वह मुझसे कुछ भी नहीं कह पाई लेकिन वह पूरे मूड में थी। जब मैं उसके पास जाकर बैठा तो मैंने वह पोर्न मूवी हटा दी। मैंने अपने हाथ को रोशनी के हाथों पर रख दिया वह मुझसे कहने लगी कि तुम यह क्या कर रहे हो लेकिन मैंने उसके हाथ को पकड़कर ही रखा और काफी देर तक मैंने उसके हाथों में अपने हाथ में लेकर रखा था। मैंने अपने लंड को बाहर निकालते हुए हिलाना शुरू कर दिया। रोशनी ने उसे हिलाते हुए अपने मुंह में ले लिया और मेरे लंड को बहुत अच्छे से चूसने लगी। मुझे भी बहुत अच्छा लग रहा था वह जिस प्रकार से मेरे लंड को अपने मुंह में ले रही थी और उसने काफी देर तक ऐसा ही किया। उसके बाद उसने अपने सारे कपड़े उतार दिए जब मैंने उसकी गांड को देखा तो मेरा मूड खराब हो गया क्योंकि उसकी गांड का साइज बहुत बड़ा था। मैंने उन्हें अपने हाथों से दबाना शुरू कर दिया और बहुत तेजी से मैंने रोशनी की गांड को दबाया। वह पूरे मूड में थी और उसने अपने दोनों पैर चौड़े कर लिए वह मुझे कहने लगी कि तुम मेरी चूत मे अपने लंड को डाल दो। जैसे ही मैंने उसकी योनि में अपने लंड को डाला तो वह चिल्लाने लगी और मैंने उसे कसकर पकड़ लिया मेरा लंड रोशनी की पूरी चूत के अंदर जा चुका था मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। मैंने भी उसे बड़ी तेजी से धक्के मारने शुरू कर दिए और उसके दोनों पैरों को चौडा करके मैं उसे बड़ी तेज झटके मारता। उसकी योनि बहुत टाइट थी इस वजह से वह बहुत ज्यादा चिल्ला रही थी और मुझे भी बहुत अच्छा महसूस हो रहा था। वह जिस प्रकार से सिसकियां ले रही थी वह मुझे अपनी और आकर्षित कर रही थी लेकिन मुझे नहीं पता था कि उसकी योनि से खून आ रहा है। मैं उसे बड़ी तेज गति से चोदे जा रहा था मैंने उसे इतनी तेज तेज धक्के मारे कि उसका पूरा शरीर गर्म होने लगा और वह पूरे मूड में आ चुकी थी। उसने अपने दोनों पैरों को कसकर मुझे जकड़ लिया अब वह झड़ चुकी थी इसलिए मैं उसे बड़ी तेज झटके देता लेकिन उनही झटकों के बीच में मेरा माल कुछ समय बाद ही रोशनी की योनि में गिर गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *