hindi sex stories, desi sex stories
मेरा नाम सुधांशु है और मेरी उम्र 25 वर्ष है। मेरे पिताजी एक बहुत बड़े कॉन्ट्रैक्टर हैं और मैं उनके साथ ही उनके ऑफिस में काम करता हूं मैंने उनका सारा काम संभाल लिया है और अब मैं ही सारे कॉन्ट्रैक्ट हैंडल करता हूं। मैं काम में बहुत ज्यादा बिजी रहने लगा हूं। जिस वजह से मैं अपने दोस्तों को भी समय नहीं दे पा रहा हूं और ना ही मैं अपने लिए समय निकाल पा रहा हूं। क्योंकि मुझे कुछ अच्छा करना है। इसके लिए मैं और ज्यादा मेहनत करना चाहता हूं और मुझे ऐसा लगता है कि मैं कुछ अच्छा कर सकता हूं। इसी वजह से मैं बहुत ज्यादा मेहनत करता हूं। मेरे पिताजी भी मुझे कहते हैं कि तुम काम के प्रति बहुत ज्यादा सीरियस हो। इसलिए एक दिन तुम मुझसे भी बड़े कॉन्टेक्टर बन जाओगे। जब वह मुझे इस तरीके की बात कहते हैं तो मुझे बहुत ही खुशी होती है। क्योंकि मैं उन्हें अपना रोल मॉडल मानता आया हूं। बचपन से ही मैं उन्हें देखता था कि वह कितनी ज्यादा मेहनत करते हैं और आज एक अच्छे मुकाम पर वह खड़े है। इसलिए मैं उन्हें हमेशा अपना रोल मॉडल मानता आया हूं।
मेरे पिताजी भी मुझे हमेशा सपोर्ट किया करते हैं और वह कहते हैं कि तुम बहुत ही अच्छा काम करते हो। यदि तुम ऐसे ही करते रहोगे तो मुझे भी बहुत खुशी होगी और तुम्हें अच्छे अच्छे कांटेक्ट मिलते रहेंगे। एक दिन मैं घर में ही था तो मेरी बहन मुझे कहने लगी आजकल आप कुछ ज्यादा ही बिजी रहने लगे हैं। मैंने उसे कहा कि तुम्हें तो पता ही है मैं काम में कितना ज्यादा बिजी रहता हूं। इस वजह से मैं समय नहीं दे पा रहा हूं। मेरी बहन ने मुझे बताया कि पड़ोस में जो आपके दोस्त रहते हैं उनकी बहन आई हुई है। मैंने अपनी बहन से कहा कि कौन दोस्त। तो वह कहने लगी अजय, उसकी बहन गीतिका आई हुई है। मेरी बहन ने मुझे यह बात बताई तो मेरे दिल में अजीब सा होने लगा। क्योंकि मैं गीतिका को बचपन से ही पसंद करता हूं। परंतु मैं अजय की वजह से उसको कुछ भी नहीं बोल पाया। क्योंकि अजय मेरा बहुत ही अच्छा दोस्त है और हम दोनों बचपन से ही साथ में रहते हैं। अजय ने भी अपना एक बहुत बड़ा शोरूम खोल लिया है और उसने एक बड़े ब्रांड की फ्रेंचाइजी ली हुई है। इस वजह से मेरी भी उससे मुलाकात नहीं हो पाती। परंतु मैं गीतिका से अब भी प्रेम करता हूं। मैं उस दिन अजय के घर चला गया और जब मैंने गीतिका को देखा तो उसे देखकर मैं बहुत ही खुश हो गया। मेरे अंदर से एक अलग ही तरीके की मुस्कान आने लगी और मैं बहुत ज्यादा खुश था। अजय भी मुझे बहुत दिनों बाद मिला तो वह कहने लगा तुम भी बहुत बिजी रहने लगे हो। मैंने उसे बताया कि हां पिताजी का काम संभाल रहा हूं इसलिए मुझे समय नहीं मिल पाता।
गीतिका भी मुझसे बात करने लगी और मेरे बारे में पूछने लगी। हम तीनो बात कर रहे थे और तभी अजय ने मुझे कहा कि आज गीतिका का बर्थडे है और तुम्हें शाम को हमारे घर पर आना है। मैंने कहा यह तो बहुत ही अच्छी बात है। आज शाम को मैं गीतिका के बर्थडे में चला गया। मैंने उसके लिए एक अच्छा सा गिफ्ट लिया था। जब मैंने उसे गिफ्ट दिया तो वह बहुत ज्यादा खुश थी और मैं जब गीतिका को देख रहा था तो मैं भी बहुत खुश हो रहा था। क्योंकि वह कई वर्षों बाद अपने घर आई है। वह विदेश में ही पढ़ाई करती है और वहीं रहती है। गीतिका भी मुझसे बात कर रही थी और वह मेरे पास आकर बैठ गई। उस दिन मैंने उसका नंबर ले लिया। क्योंकि उससे पहले तक तो सिर्फ हमारी सोशल साइट्स पर ही बात हुआ करती थी। मेरे पास उसका नंबर नहीं था। परंतु मैंने उसका नंबर ले लिया था और अब मैं गीतिका से बात करने लगा। वह भी मुझसे बहुत बात किया करती थी और गीतिका मेंरी बहन से मिलने हमारे घर आ जाया करती थी। मेरे पास तो समय नहीं रहता था। इस वजह से मैं उसे नहीं मिल पाता था। परंतु जब भी मैं घर पर होता तो वह मुझे मिल जाया करती।
गीतिका हमारे घर पर आई और उस दिन मेरी बहन घर पर नहीं थी। गीतिका मुझसे ही बात करने लगी हम दोनों अपने कमरे में बैठकर बात कर रहे थे और वह मुझसे मेरे काम के बारे में पूछने लगी। ऐसे ही हमारी बात आगे बढ़ती गई। कुछ देर बाद उसने मुझसे पूछा तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है। मैंने उसे मना कर दिया मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है मैं अपने काम की तरफ ध्यान दे रहा हूं। हम दोनों अब आस पास बैठे हुए थे तो मैं उसे घूर कर देखे जा रहा था। मैंने जब उससे कहा कि तुम मुझे बहुत ही पसंद हो तो वह बहुत खुश हो गई और मैंने तुरंत ही उसके होठों को अपने होठों में लेते हुए किस करना शुरू कर दिया। गीतिका मुझसे कहने लगी कि मैं तुम्हें पहले से ही चाहती हूं परंतु मैं कभी बोल नहीं पाई। मैंने भी उससे यही बात कही और हम दोनों एक दूसरे से लिपट कर गले मिलने लगे। मैंने उसके स्तनों को दबाना शुरु कर दिया मै उसके स्तनों को अपने मुंह में लेकर चूसने लगा। मैं उसके स्तनों को अपने मुंह में लेकर बहुत अच्छे से चूस रहा था उसे भी बहुत मज़ा आ रहा था और थोड़े समय बाद उसने मेरे लंड को हिलाते हुए अपने मुंह के अंदर ले लिया। जैसे ही उसने अपने मुंह में मेरे लंड को लिया तो उसकी उत्तेजना दोगुनी हो गई और वह बड़ी तेजी से मेरे लंड को अपने मुंह के अंदर बाहर करने लगी। वह इतनी तेजी से मेरे लंड को अपने मुंह के अंदर बाहर कर रही थी कि मेरा पानी भी गिरने वाला था और वह उसे अंदर लिए जा रही थी। उसने बहुत देर तक मेरे लंड को सकिंग किया जिससे कि मेरा सारा वीर्य उसके गले के अंदर जा गिरा। जैसे ही मेरा वीर्य उसके मुंह में गया तो उसने वह एक ही झटके में अपने अंदर समा लिया। उसके बाद उसने अपने सारे कपड़े खुद ही खोल दिया और मेरे कपड़े खोलने शुरू कर दिए। उसके स्तन इतने ज्यादा गोरे थे और उसका शरीर बहुत ज्यादा गोरा था। उसकी गांड बिल्कुल परफेक्ट साइज में उठी हुई थी जिसे देख कर मुझे बड़ा ही मजा आ रहा था। मैंने उसे कसकर पकड़ लिया और उसकी योनि को चाटना शुरू कर दिया।
मैंने उसकी योनि को बहुत तक चाटा मैने उसकी चूत का पानी निकाल दिया। उसकी योनि से पानी का रिसाव बड़ी तेजी से होने लगा तो मैंने अपने लंड को उसकी योनि मे डाल दिया। जैसे ही मैंने अपने लंड को उसकी योनि में अंदर डाला तो उसकी चूत से खून की पिचकारी मेरे लंड की तरफ आ गिरी और वह बड़ी तेजी से निकल रही थी। उसका खून इतनी तेजी से निकल रहा था कि मुझे बड़ा मजा आ रहा था और मैं उसे ऐसे ही धक्के दिए जा रहा था। मैंने उसे इतनी तीव्रता से चोदना शुरू किया कि उसका शरीर टूटने लगा और वह मुझे कहने लगी मुझे बड़ा ही मजा आ रहा है जब तुम मुझे चोदे जा रहे हो। मैं उसे ऐसे ही बड़ी तीव्रता से चोदे जा रहा था। जिससे कि उसका पूरा शरीर अब मूड में आने लगा और मैं उसे ऐसे ही धक्के दिए जाता। थोड़े समय बाद मैंने उसे घोड़ी बना दिया। मैं उसकी चूत मारने लगा मैं उसके चूतड़ों को कसकर पकड़ लेता हूं और उसकी योनि के अंदर अपने लंड को अंदर बाहर करता जाता। जिससे कि मेरा लंड बुरी तरीके से छिल चुका था और उसकी योनि से खून टपकने पर लगा हुआ था। लेकिन फिर भी उसे बहुत मजा आ रहा था और वह मेरा पूरा साथ दे रही थी। अब वह अपनी बड़े बड़े चूतडो को मुझसे टकरा रही थी और मैं भी उसकी चूतड़ों पर बड़ी तेज तेज प्रहार करता जाता। मुझे बहुत ही मजा आ रहा था जब मैं उसे चोदे जा रहा था और उसका शरीर पूरा गरम होने लगा था वह भी मेरा पूरा साथ दे रही थी। मैं उसके स्तनों को भी दबाए जा रहा था। थोड़ी देर बाद मैंने उसे नीचे लेटा दिया और मैंने अपने लंड को उसकी योनि में डाल दिया। मैंने उसके दोनों पैरों को कसकर पकड़ लिया और बड़ी तीव्रता से उसे चोदना शुरू कर दिया। मैं इतनी तीव्रता से उसे झटके दिए जा रहा था कि मुझे बड़ा मजा आ रहा था। मुझे ऐसा लग रहा था जैसे वह भी मेरा पूरा साथ ही रही है और वह अपने मुंह से मादक आवाजें निकालने जा रही थी। जिससे कि मेरी उत्तेजना चरम सीमा पर पहुंच गई और मेरा वीर्य पतन हो गया।