desi chudai ki kahani, hindi sex story
दोस्तों मैं आपका दोस्त निशांत खत्री अपनी कहानी लेकर हाज़िर हूँ आपके सामने | दोस्तों मैं हिमाचल प्रदेश का रहने वाला हूँ और आपको तो पता है हिमाचल की लड़कियाँ कितनी माल होती है | मैं भी उन्ही खूबसूरत लड़कियों का दीवाना हूँ वैसे उनकी चूत का | मैं अभी तक 4 लड़कियाँ चोद चुका हूँ और ये कहानी चौथी वाली के साथ चुदाई की है | वैसे मैं दिखने में अच्छा हूँ लेकिन मेरी शकल मासूमों वाली है और नीयत कमीनों वाली जिसका मुझे बड़ा फायदा मिलता है | ये कहानी मेरे कॉलेज के समय की है जब मैं कॉलेज में लास्ट ईयर में था और प्रोजेक्ट बना रहा था |
वैसे मैं क्लास में ज्यादातर अकेला ही रहता था क्यूंकि मेरे सारे दोस्तों की या तो बैक थी या फिर कुछ ने तो छोड़ ही दी थी | मैं इंजीनियरिंग का स्टूडेंट था वो भी कंप्यूटर साइंस ब्रांच तो लड़कियाँ बहुत ज्यादा और लड़के बहुत कम | तो ले दे के मेरे साथ कोई नहीं था तभी एक लड़की जिसका नाम खुशी था वो मेरे पास आई और कहा मुझे कुछ बात करनी है | मैं क्लास में पीछे वाली सीट पर अकेला बैठा था और अपने प्रोजेक्ट की प्लानिंग कर रहा था, तो मैंने कहा हाँ बोलो तो वो मेरे बाजू में बैठ गई और अपनी दुख भरी कहानी सुनाने लगी कि कोई उसको अपने ग्रुप मैं नहीं ले रहा है और भी वगैरह वगैरह, तो मैंने उससे कहा अच्छा ठीक है लेकिन तुम चाहती क्या हो ? तो उसने हिचकिचाते हुए कहा क्या तुम मुझे अपने ग्रुप में ले सकते हो ? तो मैंने कहा मेरा कोई ग्रुप नहीं है मैं अकेला काम करता हूँ | तो उसने कहा प्लीज़ ले लो और फिर अपनी गाथा शुरू कर दी, तो मैंने उससे कहा ठीक है और फिर उसने कहा थैंक यू और मुझसे चिपकने लगी |
वैसे मेरी भी एक छोटी सी कहानी है, इलेक्ट्रिकल ब्रांच में लड़की थी जिसका नाम रिया था और वो मेरी गर्लफ्रेंड थी और रिया और ख़ुशी बहुत अच्छी दोस्त थी | एक बार रिया ने मुझे बताया था कि ख़ुशी मुझे बहुत पसंद करती है लेकिन तुम मेरे बॉयफ्रेंड हो इसलिए कुछ नहीं कहती | मुझे भी उसकी हरकतों से ऐसा ही लगता था लेकिन मैं उसपे ज्यादा ध्यान नहीं देता था लेकिन माल तो ख़ुशी भी थी | वैसे मैंने सोचा था कि प्रोजेक्ट मैं अकेले ही बनाऊंगा क्यूंकि क्लास में ऐसा कोई था ही नहीं जिसको बनता हो और मैं हूँ भी सख्त लौंडा लेकिन जैसे ही उनसे झुककर मुझसे बिनती की मैं पिघल गया | फिर मैंने बैठा कर उसको पूरे प्रोजेक्ट का ब्रीफ दिया और उससे जो बन सकता था उसको वो काम दे दिया | वैसे एक लड़की और आई थी मेरे ग्रुप में जुड़ने के लिए लेकिन मैंने मना कर दिया था क्यूंकि वो इतनी कोई माल भी नहीं लगती थी | उसके बाद मैं और ख़ुशी रोज़ साथ बैठे रहते थे और मैं हमेशा प्रोजेक्ट की बात करता था और वो पता नहीं कहाँ कहाँ की | एक दिन वो मेरे साथ बैठी और मैं लैपटॉप पे प्रोजेक्ट का काम कर रहा था तभी मैंने अपना मोबाइल उठाया, तो उसने मेरा मोबाइल मुझसे छीन लिया और फिर मैं उससे मोबाइल लेने लग गया लेकिन वो नहीं दे रही थी और हम छीना झपटी करने लगे, फिर भी मोबाइल मेरे हाँथ नहीं लगा |
तभी उसने मोबाइल अपनी ब्रा में रख लिया और कहा अच्छा हिम्मत है तो अब ले के दिखाओ | तो मैंने कहा हिम्मत की बात मत करना मैं ले सकता हूँ लेकिन तुम्हें ही प्रॉब्लम होगी | तो उसने कहा नहीं होगी तुम करके तो दिखाओ, हम क्लास में बैठे थे और क्लास में हमें छोड़ के दो और लड़कियाँ थी जो अपने में लगी थी | तो मैंने ख़ुशी के हाँथ पकड़े और उसको घुमा दिया और पीछे से उसके हाँथ पकड़कर मैंने अपना एक हाँथ उसकी सलवार के अन्दर डाला और अपना मोबाइल निकाला और बाहर निकालकर रख दिया लेकिन मैंने उसका हाँथ नहीं छोड़ा और फिर से अन्दर हाँथ डाल दिया और उसके दूध के ऊपर ऊँगली फिराने लगा | तो उसने कहा मोबाइल मिल गया न अब छोड़ो, तो मैंने फिर आसपास देखा और कोई हमारी तरफ ध्यान नही दे रहा था तो मैंने कहा मोबाइल तो मिल गया और भी कुछ चाहिए है और उसके दूध दबाने लगा | उसने फिर झटके से अपना हाँथ छुड़ाया और मेरा हाँथ बाहर निकाला और चुपचाप बैठ गई | मैंने कहा हो गया, कर ली मन की, आ गया मज़ा और उसने मुझे मारना शुरू कर दिया धीरे धीरे और कहने लगी तुम बहुत बुरे हो और भी बहुत कुछ | फिर दो दिन बाद उसने मुझे प्रोपोस मार दिया और मैंने ये सोच के मना नही किया कि अगर मना करूँगा तो बुरा न मान जाए जो मेरे प्रोजेक्ट के लिए अच्छा नहीं होता | जिस दिन उसने मुझे प्रोपोस मारा मैंने सोच लिया था इसको कॉलेज ख़त्म होने से पहले चोदना है वरना साली लडकियां चली जाती है और देती भी नहीं है |
अगले दिन हम दोनों सबसे पीछे वाली सीट पर बैठे थे और ये वही जगह थी जहाँ की रिकॉर्डिंग कैमरे में नहीं आती थी और मैं इस बात का फायदा उठाना चाहता था | तो मैंने अपना लंड बाहर निकाला और कहा हिलाओ, तो उसने कहा नहीं, तो मैंने कहा देखो मैं प्रोजेक्ट बना रहा हूँ और तुमसे ज्यादा कुछ करने के लिए बोल भी नहीं रहा हूँ और तुम इतना नही कर सकती मेरे लिए तो उसने थोडा बहुत सोचा और धीरे धीरे हिलाना शुरू किया और थोड़ी देर तक हिलाती रही | थोड़ी देर हिलाने के बाद मेरा मुट्ठ निकल गया और गिरा भी उसके हाँथ पे | फिर मेरा ऐसा ही चलता रहा कभी वो मेरा लंड हिलाती कभी चूसती या फिर कभी कभी मैं उसकी चूत में ऊँगली किया करता लेकिन मेरा असली मकसद तो उसको चोदना था जिसमें मैं अभी तक कामियाब नहीं हुआ था लेकिन मैंने प्लानिंग कर रखी थी पर हुआ कुछ अलग | एक दिन उसने मुझे फ़ोन करके कहा आज मेरे घर कोई नहीं है आ जाओ प्रोजेक्ट बनाते है | वो तो सब जानते है मैं कौन सा प्रोजेक्ट बनाऊंगा वहां जाके | मैंने भी फुरती दिखाई और जल्दी से उसके घर पहुँच गया और जाके अन्दर बैठ गया | उसने दरवाज़ा बंद किया और मेरे पास आकर बैठ गई और कहा तुम बैग नहीं लाए प्रोजेक्ट कैसे बनाओगे ? उसकी आवाज़ सुनके ऐसा लग रहा था जैसे कि उसका मूड बना हुआ है बस चालू करने की देर है | मैंने भी मौके की नजाकत को समझते हुए कहा जानेमन तुम भी जानती हो कि तुमने मुझे किसलिए बुलाया है | उसने कहा तुम क्या सोच रहे हो तो मैंने कहा वही जो तुमने अधूरा छोड़ दिया |
इतना कहने के बाद मैंने उसको गले से लगा लिया और उसने एक मादक आवाज़ में कहा बस आज मेरे तन को तुमाहरा प्यार मिलेगा | मैंने कहा हां इसके लिए तुम सालों से प्यासी हो | वो मुझे किस करने लगी और मैं उसके दूध दबाने लगा | फिर जैसे ही मैंने उसका टॉप उतारा उसके दूध कमाल लगे | ऐसे दूध रिया के नहीं थे | मैंने तुरंत उसके ब्रा को फाड़ के अलग कर दिया और उसके दूध को चूसने लगा | मैं इतने जोर से उसके दूध चूस रहा था कि उसे मदहोशी छा गयी और मुझे पीठ पर नाखून लगाने लगी | वो आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः करते हुए मेरे उत्साह को बढ़ा रही थी | फिर मैंने उसको अपना लंड दिया और उसने चूसना चालू कर दिया और मैं आराम से लेटा था | पर थोड़ी देर बाद जब उसने मेरे लंड को पूरा मुंह में लिया तब मेरे मुंह से आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः निकलने लगा और मेरा मुट्ठ उसने पी लिया | मेरा लंड शांत था पर माहोल गरम था इसलिए मैंने उसको लेटाया और उसकी चूत को दबा के चाटना चालु कर दिया |
जैसे ही मैंने उसकी चूत को चाटना शुरू किया वो आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः करने लगी और कहने लगी बस अब प्यास बुझाओ और लंड डालो | मैंने थोड़ी देर के बाद अपना कड़क लंड उसकी चूत में पेल दिया और उसे बहुत दर्द होने लगा | वो कहने लगी हटाओ पर मैंने उसे अनसुना कर दिया और धीरे धीरे चोदता रहा | फिर एक जोर के झटके से लंड आदर करके उसको जैम के चोदना शुरू किया और वो आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः करने लगी | हमारी चुदाई के बाद हम चले गए और अभी तक चुदाई करते है |