मेरा लंड और चूत का चूतियापा

हैल्लो दोस्तों बाबा चुतेश्वर को लौडे से नमन करते हुए मैं अपनी कहानी की शुरुआत करता हूँ | मेरा नाम जय है और गुडगाँव का रहने वाला हूँ | मैं बहुत बड़ा चोदु किस्म का इंसान हूँ और मैंने बहुत सी लड़कियों और रंडियों को चोदा है | लेकिन जो कहानी मैं आज आपको बताने जा रहा हूँ वो मेरे दिल और लौडे के बहुत करीब है | मैंनेफार्मेसी की है और अभी एक दवाई की दूकान में काम करता हूँ | लेकिन ये बात तब की है जब मेरे पास कोई काम नहीं था और बड़ी मुश्किल से मुझे एक कोचिंग में पढ़ाने का मौका मिला | वहाँ पर मैं लड़के लड़कियों को बायोलॉजी पढ़ाता था और आपको तो पता है बायो में कितनी सुन्दर सुन्दर लड़कियां होती है |

ये मेरी कोचिंग का दूसरा साल था और मेरी कोचिंग में अच्छी बनने लगी थी | मैं वहाँ पर अस्थाई टीचर था लेकिन मुझे कोई दिक्कत नहीं थी क्योंकि मुझे और भी जगहों पर काम मिल रहा था इसलिए मैं बेफिक्र था | लेकिन मैं यहाँ से इसलिए नहीं छोड़ना चाहता था क्योंकि यहाँ पर बहुत सुन्दर और सैक्सी लड़कियां आती थी और उनको देखकर मुझे तसल्ली मिलती थी | मैंबहुत खुश था और मेरी ख़ुशी और बढ़ गई जब मुझे एक नए बैच में पढ़ने मिला जहाँ पर कुछ लड़कियां तो हूर की परी लगती थी | उस बैच में एक लड़की थी जिसका नाम मल्लिका था और वो बहुत ज्यादा सुन्दर थी | छोटा और गोल सा चेहरा लम्बी टांगें पतला सैक्सी फिगर और जब चलती थी तो उसकी गांड मटका मटका के चलती थी |

वो पढ़ने में तो अच्छी थी ही लेकिन वहाँ के लड़कों से मुझे पता चला था कि वोबहुततेज़ भी है और मुझे तो ऐसी ही लड़की की तलाश रहती थी | मैं पढ़ते समय उसी से ज्यादातर बात किया करता था वो भी अपने बालों से खेलते हुए मेरी बातों का जवाब देती रहती थी| मुझे लग रहा था कि शायद आग दोनों जगह लगी लेकिन कुछ करने से डर रहा था क्यूंकि अगर कुछ हो जाता तो मुझे यहाँ से जाना पड़ता और मेरी कहानी शुरू होने से पहले ही ख़त्म हो जाती | तो मैंने उसको सिर्फ इशारे किये कि मैं तुम्हें पसंद करता हूँ और वो भी इशारों का जवाब इशारों में देने लगी | कभी कभी डाउट पूछने के बहाने वो मेरी टेबल पर आया करती और मेरे बहुत करीब आ आकर सवाल पूछती थी और मैं बहुत उत्साहित होकर उसको बताया करता था | जब वो मुझसे बात करती थी तो उसकी आवाज़ में थोड़ी हवस का एहसास होता था और मुझे तो सुनकर बहुत मज़ा आता था |

एक बार वो मेरे पास रिप्रोडक्शन का टॉपिक लेकर आई और कहा सर मुझे ये समझ में नहीं आ रहा है आप समझा दीजिये | तो मैंने किताब ली और खोला तो उसमें दूध लंड चूत की तसवीरें बनी थी | मुझे लगा अच्छा मौका है बाज़ी मार लो | तो मैंने उससे कहा कुर्सी लाकर मेरे पास बैठ जाओ और वो आकर बैठ गई और मैं उससे पढ़ने लगा | वो थोडा झुककर बैठी थी और बड़े आराम से मेरे पास बैठकर पढ़ रही थी | मैं जब भी उसकी तरफ देख रहा था तो मेरी नज़र उसके दूध पर ही जा रही थी और वो ये नोटिस कर रही थी लेकिन भोसड़ी वाली साली ढक नहीं थी | इसी वजह से मेरा लंड खड़ा हो गया और मैं अपने पैर एक के ऊपर एक रखने लगा | मैं पहले उसको दूध के बारे में पढ़ा रहा था और वो अपने दूध की तरफ इशारे करके मुझे बता रही थी अच्छे ये चीज़ यहाँ होती है और ये चीज़ यहाँ | मैं भी हाँ हाँ कर रहा था और उसके दूध को देख रहा था | फिर बारी आई चूत की तब उसने कोई इशारे नहीं करे और थोड़ी देर बाद लंड के बारे में आ गया |

अब माहौल ऐसा हो चूका था कि मेरी गांड फट रही थी कि अगर मैंने कुछ किया और किसीने देख लिया तो मेरे तो लौडे लग जायेंगे | क्योंकि मैंने इसके बारे में लड़कों से बहुत कुछ सुना था कि ये चुदाने में तो बहुत आगे रहती है लेकिन अगर पकड़ी जाये तो सीधा रेपकहकर भाग जाती है | मेरी ये सोचकर गांड फटी जा रही थी तभी उसने कहा सर इसके बारे में बताईये ना | तो मैंने उसको लंड के बारे में बताना शुरू किया और वो भी बड़े ध्यान से मेरी तरफ देखकर पढ़ने लगी | उसने कहा अच्छा सर इसको औसतन कितना बड़ा होना चाहिए ? तो मैंने कहा वो जगह पर निर्भर करता है कई जगह पर लोगों के बहुत बड़े बड़े होते है और किसी किसी जगह पर औसत बहुत कम होता है | तो उसने कहा फिर भी सर कितना ? तो मैंने कहा लगभग 6 इंच | तो उसने कहा सर आपका कितना बड़ा है ? मैं दंग रह गया |

फिर उसने कहा सॉरी सर वो गलती से मुंह से निकल गया मेरा वो मतलब नहीं थी | तो मैंने कहा ठीक है कोई बात नहीं वैसे मेरा 7 इंच है | उसने कहा वाओ सर तो मैंने उससे कहा अच्छा तुम बताओ तुम्हारी ब्रा की साइज़ क्या है ? तो उसने कहा आप ही देख लीजिये | बस उसका इतना कहने की देर थी और हम दोनों की नज़रें मिल गई और रुकी रही | फिर उसका हाँथ मेरे लंड के ऊपर आया और मेरे लंड को दबाने लगा | मैंने उससे कहा ये क्या कर रही हो ? तो उसने कहा कुछ नहीं बस चेक कर रही हूँ | तो मैंने बाहर देखा कुछ लोग खड़े थे तो मैंने उससे कहा यहाँ नहीं कोई देख लेगा | तो वो उठी और दरवाज़ा लगा के आ गई और कहा अब कोई नहीं देखेगा |

फिर वो वहाँ पर खड़े होकर अपने टॉप के ऊपर से अपने दूध दबाने लगी और मैं वहीँ बैठे बैठे पैन्ट के ऊपर से अपना लंड दबाने लगा | फिर वो मेरे पास आई और मेरे सामने झुककर कहा कुछ करने की इजाज़त है सर | तो मैंने कहा हाँ और वो मेरी पैन्ट खिलने लग गई | फिर उसने मेरा लंड निकाला और हिलाते हुए कहा वाह 7 इंच पूरा मुझे चाहिए और इतना कहकर मेरा लंड चूसने लगी | वो मेरा लंड चूस रही थी और ऊपर से नीचे तक चाट भी रही थी और मेरी गोटियाँ भी चाट रही थी | उसने थोड़ी देर तक मेरा लंड चूसा और मेरा उसके मुंह में ही झड गया | उसने सारा माल डस्टबिन में थूक दिया और मेरे पास आई और खड़ी हो गई |

फिर मैंने उसको कहा कि अपना टॉप उतारो और ब्रा भी और वो उतारने लगी | उसने अपना टॉप और ब्रा उतारा और अपने दूध मेरे पास लाकर बोली सर कैसे हैं ? तो मैंने कहा बड़े अच्छे लगते है | फिर मैंने उसके दूध को पकड़ा और जोर जोर से दबाने लगा | फिर मैं उसके दूध को मुंह से लगाया और चूसने लगा | मैं उसके निप्पल चूस रहा था और काट भी रहा था और वो उम्म्म उम्म्म्म उम्म्म कर रही थी | फिर मैंने उसकी जीन्स खोली और पैंटी भी नीचे करते हुए उसकी चूत का दीदार किया | उसकी चूत एकदम गोरी और चिकनी थी और उसपर एक छोटा सा तिल भी था | फिर मैंने उसको टेबल पर बैठाया और उसकी चूत को मलने लगा और थोड़ी देर बाद चाटना शुरू कर दिया | मैं उसकी चूत में अपनी जीभ घुसा रहा था औरवो आह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह ऊह्ह्ह्हह उह्ह्ह्ह कर रही थी | फिर मैं खड़ा हो गया और मेरा लंड भी और मैं अपना लंड उसकी चूत पर रगड़ने लगा | वो मचलने लगी और कहने लगी अब डालो भी | तो मैंने अपना लंड उसकी छेद पर रखा और एक ज़ोरदार झटका मारा जिससे मेरा लंड थोडा अन्दर तक चला गया और वो एकदम से उठी और मेरे गले लगकर आह्ह्ह्हह्ह आह्ह्हह्ह करने लगी |

मैं नीचे से उसकी चूत में लंड से झटके मारे जा रहा ता और वो आह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हह्ह अह्ह्ह्हह्ह अह्ह्ह्ह  उह्ह्हह्ह उह्ह्हह्ह उह्ह्ह हह्ह्हह्ह्ह्ह कर रही थी | आवाज़ कुछ ज्यादा तेज़ हो रही थी इसलिए मैंने उसका मुंह बंद कर दिया और उसकी चूत चोदता रहा | मैंनेउसको थोड़ी देर तक ऐसे ही चोदा और फिर उसको टेबल से उतारा और टेबल पर झुकाके खड़ा कर दिया और पीछे से उसकी चूत में लंड डालके उसे चोदने लगा | उसकी सिस्कारियां बहुत तेज़ हो रही थी इसलिए मैं उसको उठाया और उसका मुंह बंद करके उसे चोदने लगा | उसकी आँखों से आंसू निकलने लगे थे फिर भी मैं उसको चोदता रहा | फिर थोड़ी देर में मेरा निकलने को हुआ और मैंने सारा माल उसके मुंह पर गिरा दिया |

फिर उसने अपना मुंह पोंछा और कपडे पहनकर क्लास में चली गई और मैं भी चला गया | फिर उसके बाद जब भी हमें मौका मिलता हम दोनों चुदाई मचा लिया करते थे लेकिन फिर किसी कारण वश मुझे वो कोचिंग छोडनी पड़ गई और हम दोनों का मिलना बंद हो गया |

दोस्तों मेरी इस कहानी के बारे में आप लोग अपने-अपने विचार जरुर दीजियेगा | मुझे आप लोगों की कमेंट का इंतजार रहेगा |

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