Desi sex kahani
हाय फ्रेंड्स, कैसे हैं आप सब ? मैं आशा करती हूँ कि आप सब अच्छे होंगे और चुदाई भरपूर कर रहे होंगे | मेरा नाम सोनिया है और मैं चंडीगढ़ की रहने वाली हूँ | मेरी उम्र 32 साल है और मैं दिखने में सांवली हूँ | मैं भले ही सांवली हूँ पर मेरा फेस कट अच्छा है | मेरी हाईट 5 फुट 5 इंच है और और मेरा फिगर भी बहुत गदराया हुआ है | मेरे दूध मध्यम साइज़ के हैं और मेरे चूतड बड़े और गोल हैं | फ्रेंड्स, मैं इस साईट की दैनिक पाठक हूँ और मुझे यहाँ पर चुदाई की कहानियां पढ़ना बहुत अच्छा लगता है क्यूंकि इसमें जो भी कहानियां पोस्ट होती हैं लगभग ज्यादातर कहानियां पसंद आती हैं | फ्रेंड्स, मैं आज जो कहानी आप लोगो के सामने पोस्ट करने जा रही हूँ ये मेरी पहली कहानी है और मेरे जीवन की सच्ची घटना है | मैं आशा करती हूँ कि आप सब को मेरी कहानी अच्छी लगेगी और मेरी कहानी पढ़ कर आप लोगो को मजा भी आएगा | तो अब मैं आप लोगो का समय ना लेते हुए सीधा अपनी कहानी लिखना चालू करती हूँ |
मेरे घर में मैं हूँ और मेरे सास ससुर के अलावा एक बेटी है जो अभी स्कूल की पढाई कर रही है | मेरे सास ससुर ज्यादा बूढ़े नहीं है लेकिन वो ज्यादातर अपना समय मंदिर में ही बिताते हैं जो कि हमारे घर से थोड़ी दूरी पर है | दोस्तों मेरे पति प्राइवेट जॉब करते थे लेकिन एक बार उनके ऊपर ट्रक चढ़ गया तो उनकी उससे डेथ हो गई | अब मैं ही अपनी बेटी का पालन पोषण करती हूँ और मेरे पति के पास जितना भी पैसा है वो बस इलेक्ट्रिसिटी के बिल जमा करना, बेटी के स्कूल की पढाई फीस देना | इन सब कामो में लगता है | मेरे ससुर सरकारी नौकरी करते थे इसलिए उन्हें पेंशन मिलती है जिससे बाकी के खर्च निकलते हैं | मैं भी पढ़ी लिखूं हूँ लेकिन हमारे ससुराल पक्ष में किसी भी महिला को जॉब करने की इजाजत नहीं है इसलिए मैं कुछ नहीं करती हूँ | बाकि राशन पानी जो भी है वो मेरे पापा भेज देते हैं क्यूंकि हमारा बहुत बड़ा खेत है और वहां पर दाल चावल गेंहू इत्यादि की खेती की जाती है | मैं अपने पड़ोसियों से ज्यादा मतलब नहीं रखती हूँ क्यूंकि मेरा नेचर ऐसा नहीं है कि मैं किसी के साथ भी जल्दी घुलमिल जाऊं | बस मेरी एक औरत से ही बात होती है और वो है सीमा |
सीमा बहुत ही अच्छी है और उसका पति बाहर सरकारी नौकरी करता है | उसका एक बेटा है जो कि मेरी बेटी के साथ ही पढता है | वो अक्सर पढने के लिए हमारे घर आ जाता है और मेरी बेटी भी कभी कभी चली जाती है | मेरी बेटी और उसका बेटा दोनों एक ही क्लास में हैं और दोनों ही पढाई में अच्छे हैं | मेरी भी सीमा से काफी पटती है | एक दिन वो अपने पति के पास कुछ दिन के लिए गई तो उसने कहा कि रोहन ( उसका बेटा ) को अपने घर रखले | मैं एक हफ्ते में आ जाउंगी | तो मैंने कहा ठीक है लेकिन वो बस हमारे घर रात ही गुजारता था दिन के समय या तो स्कुल या तो घर पर ही रहता | मैं कुछ समय से नोटिस कर रही थी कि वो मेरी तरफ हवास भरी निगांहो से देखता था | पर मैंने उसे कुछ भी नहीं कहा | वो अक्सर मुझे देख कर अपने लंड को हाँथ से दबाने लगता तो मैं समझ गई कि ये मुझे चोदना चाहता है | चुदना तो मैं भी चाहती थी लेकिन अपने घर में | एक दिन मेरी बेटी तो स्कूल चली गई थी और मेरे सास ससुर दोनों ही मंदिर गए हुए थे | तो मैंने रोहन को अपने घर बुलाया और उसे कहा कि चल खाना खा ले बन गया है | तो उसने खाना खाया और फिर से अपने घर चला गया | मैं मन में सोचने लगी कि अब कैसे इसे बोलू कि तू आ और मुझे चोद दे | फिर मैंने उसे बाहर से ही आवाज़ लगाई तो उसने कहा हाँ आंटी मैं दो मिनट में आता हूँ |
उसके बाद उसको मैंने अपने घर बुलाया और उसको अपने कमरे में ले कर गई | वो उस समय मुझसे बहुत शर्मा रहा था तो मैंने उसके चेहरे को अपने हाँथ से उठाया और उसकी आँखों में आँखे डाल कर देखने लगी | तो वो भी मेरी आँखों में झाँकने लगा | मेरी आँखों में उसका चेहरा और उसकी आँखों में मेरा चेहरा नजर आ रहा था | फिर मैं धीरे धीरे अपने होंठ उसके होंठ के पास ले गई और उसके होंठ से चिपका कर किस करने लगी | वो भी मेरा साथ देते हुए मेरे होंठ को चूमने लगा | मैंने उसके होंठ को चूसते हुए उसकी टी-शर्ट को उतार दिया | हमने तकरीबन 5 मिनट तक किस किया | उसके बाद मैं उसके सीने पर अपने हाँथ फेरने लगी और उसके निप्पलस को भी होंठ से चूसने लगी तो वो आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह करते हुए सिस्कारियां लेने लगा | फिर मैंने उसके लोअर को भी उतार दिया और अंडरवियर के उपर से ही लंड को हिलाने लगी | फिर मैंने उसके अंडरवियर को भी उतार दिया और उसे पूरा नंगा कर दिया | मैं उसके लंड को हिलाने लगी तो वो अकड़ने लगा | फिर मैंने उसे लेटाया और लंड को हिलाते हुए चाटने लगी तो वो आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह करते हुए सिस्करियाँ लेने लगा | मैं उसके लंड को जीभ से चाटते हुए गीला करने लगी |
मैं उसके दोनों को गोटों को चूसने लगी तो वो आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह करते हुए बिचाकने लगा | फिर मैंने उसके लंड को अपने मुंह में लिया और लोलीपोप की तरह चूसने लगी तो वो आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह करते हुए मेरे दूध को दबाने लगा | मैं उसके लंड को जोर जोर से ऊपर नीचे करते हुए चूस रही थी और वो आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह करते हुए अपनी गांड उठा उठा कर मेरे मुंह में अपना लंड अन्दर बाहर करने लगा | मैंने उसके लंड को 15 मिनट तक चूसा | उसके बाद मैं खड़ी हुई और अपनी साड़ी का पल्लू नीचे कर के ब्लाउज को भी उतार दिया तो वो झट से उठ कर मेरे दोनों दूध को ब्रा के ऊपर से ही मसलने लगा तो मेरे मुंह से भी आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह की सिस्कारियां निकलने लगी | जब मैंने ब्रा को उतार दिया तो वो लपक कर मेरे दोनों दूध को चूसने लगा तो मैं आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह करते हुए उसके सिर के बाल को सहलाने लगी | वो मेरे दोनों दूध को बहुत जोर जरो से मसलते हुए चूस रहा था और मैं आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह करते हुए सिस्कारियां ले रही थी | उसके बाद उसी ने मेरा पेटीकोट और पेंटी उतार दिया | उस समय मेरी थोड़ी थोड़ी झांटे थी | उसने मुझे लेटा दिया और मेरी दोनों टांगो को अपने कंधे में रख कर मेरी चूत को अपनी जीभ से सहलाने लगा तो मैं आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह करते हुए कसमसाने लगी | वो मेरी चूत को चाटते हुए ऊँगली से चोद भी रहा था और मैं आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह करते हुए मजे ले रही थी | कुछ देर मेरी चूत चाटने के बाद उसने अपने लंड को मेरी चूत में रगडा और एक ही शॉट में अन्ह्दर घुसेड दिया और चोदने लगा तो मैं आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह करते हुए चुदाई के मजे लेने लगी | फिर उसने एक दम से अपनी चुदाई कि रफ़्तार बढ़ा दिया और जोर जोर से मेरी चूत को चोदने लगा तो मैं भी आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह करते हुए अपनी कमर उठा उठा कर चुदाई में साथ देने लगी | उसके बाद उसने थोड़ी देर के लिए अपना लंड निकाला और फिर से अन्दर घुसेड कर चोदने लगा तो मैं आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह करते हुए एक बार झड़ गई | कुछ देर की चुदाई के बाद उसने अपना मुट्ठ मेरी चूत के ऊपर ही छोड़ दिया |
तो दोस्तों ये थुई मेरी कहानी | मैं उम्मीद करती हूँ हूँ कि आप लोगो को मेरी कहानी पसंद आई होगी |