antarvasna, hindi chudai ki kahani
मेरा नाम गगन है मैं लखनऊ का रहने वाला हूं। मैं लखनऊ में जिस मोहल्ले में रहता था वहां पर सब लोग मुझे छोटू कह कर बुलाते थे लेकिन मुझे लखनऊ गए हुए काफी समय हो चुका है और मेरे दिल में अभी भी लखनऊ की यादें बसी हुई हैं। मैं अपनी नौकरी के सिलसिले में बेंगलुरु आ गया। मैं बेंगलुरु में ही काम करने लगा। मैंने कॉलेज की पढ़ाई भी बेंगलुरु से ही कि और उसके बाद मैंने यहीं पर सेटल होने की सोच ली। मैंने यहां पर एक फ्लैट भी ले लिया और अब मैं बेंगलुरु में ही बस गया हूं लेकिन मुझे कई बार लखनऊ की याद आ जाती है। मैं काफी समय से लखनऊ भी नहीं जा पाया था। एक दिन मैंने सोचा कि मुझे लखनऊ जाना चाहिए। मैंने अपने पिताजी को फोन किया और कहा कि मैं लखनऊ आ रहा हूं। वह कहने लगे कि बेटा तुम लखनऊ में आ कर क्या करोगे तुम वहीं अपनी जॉब पर ध्यान दो और अपनी नौकरी अच्छे से करो।
मेरे पिताजी लखनऊ में अकेले रह गए थे और वह नहीं चाहते कि मैं लखनऊ जाऊँ क्योंकि लखनऊ में मैं जितने भी समय रहा उतना ही वक्त वहां मेरे लिए अच्छा नहीं बीता।। मेरे चाचा और मेरे पिताजी की भी बिल्कुल नहीं बनती। उन दोनों के बीच जमीन को लेकर विवाद हो गया। उसके बाद से मेरे पिताजी नहीं चाहते कि मैं लखनऊ में रहूं लेकिन मुझे लखनऊ की बहुत याद आती है। वहां से मेरी बचपन की यादें जुड़ी हुई हैं इसलिए मैं लखनऊ जाना चाहता था। मैं एक दिन लखनऊ पहुंच गया। मैं जब लखनऊ पहुंचा तो वहां पर काफी कुछ बदल चुका था। मैं काफी वर्षों बाद अपने घर पर गया था। जब मेरे पिता ने मुझे देखा तो वह मुझे डांटने लगे और कहने लगे कि मैं नहीं चाहता कि तुम अब यहां आओ और यहां आकर रहो। तुम्हें तो पता ही है कि तुम्हारे चाचा और मेरे बीच में बिल्कुल भी बात नहीं होती। हम दोनों अब एक दूसरे की शक्ल देखना भी पसंद नहीं करते और मैं नहीं चाहता कि उन लोगों की परछाई भी तुम पर पड़े इसीलिए तो मैंने तुम्हें बाहर पढ़ने के लिए भेज दिया था।
मैंने उन्हें कहा पिताजी मुझे जमीन और जायदाद से कोई लेना देना नहीं है। मेरी तो लखनऊ से बस यादें जुड़ी हुई हैं और क्या मैं लखनऊ भी नहीं आ सकता? वह कहने लगे बेटा तुम्हें लखनऊ आने से किसी ने नहीं रोका है लेकिन तुम्हारे चाचा और चाची तो हम लोगों को बिल्कुल भी देखना नहीं चाहते। मैंने अपने पिताजी से कहा कि आप भी मेरे साथ बेंगलुरु क्यों नहीं चल लेते? वह कहने लगे मैं अब लखनऊ छोड़कर कहां जाऊंगा। अब जितनी भी उम्र बची है वह सब मैं यहीं काटना चाहता हूं। मैंने अपने पिताजी से कहा कि जैसे आपकी यहां से यादें जुड़ी हैं वैसे ही मेरी भी तो बचपन की कुछ यादें है। वह कहने लगे ठीक है अब तुम मुझे इस बारे में ना बोलो तो अच्छा रहेगा। मैं सोचने लगा कि चलो अपने पुराने दोस्तों से मिल लिया जाए। मैं जब अपने पुराने दोस्त राकेश से मिलने के लिए गया तो वह घर पर नहीं था। मैंने उसकी मम्मी से पूछा कि राकेश कहां है? उसकी मम्मी कहने लगी हमें नहीं पता वह कहां है। वह ना तो घर आता है और ना ही उसका कोई आता पता है। मैं सोचने लगा कि यह तो बड़ी ही अजीब सी स्थिति है लेकिन एक दिन वह मुझे मिल ही गया। मैंने उसे कहा कि अरे भैया तुम तो घर पर मिलते ही नहीं हो। तुम्हारा कुछ पता भी नहीं है। वह मुझे देख कर बहुत खुश हो गया और उसने मुझे गले लगा लिया। उसने बड़ी ही अजीब सी स्थिति बना रखी थी। उसके बाल भी बहुत बड़े हो रखे थे और उसका चेहरा भी बहुत काला पड़ चुका था। मैंने उसे पूछा की तुमने अपनी क्या स्थिति बना ली है। तुम फटे पुराने कपड़े और यह क्या तुम किसी भी चप्पलों में घूम रहे हो? वह मुझे कहने लगा क्यों मैं अच्छा नहीं लग रहा? मुझे लगा कि इसका दिमाग का बटन ढीला हो चुका है और इससे ज्यादा बात करना भी ठीक नहीं है। मैंने उससे ज्यादा बात नहीं की और उसे कहा कि मैं तुम्हें कल मिलता हूं। यह कहते हुए मैं वहां से चला गया। मैंने अपने पिताजी से पूछा कि राकेश की स्थिति कैसी हो गई तो वह कहने लगे कि राकेश का दिमाग अब बिल्कुल भी ठीक नहीं है। जब से उसकी पत्नी ने उसको छोड़ा है तब से वह बिल्कुल ही पागल हो गया है और अजीब अजीब हरकतें करता है। मैंने अपने पापा से कहा वह तो बहुत अच्छा था लेकिन अब उसे देखकर तो बिल्कुल भी नहीं लग रहा कि वह पहले वाला राकेश है।
मैं जब उसकी पत्नी से मिला तो उसकी पत्नी का रवैया बिल्कुल अलग था। वह जब बात कर रही थी तो जैसे कोई जुगाड़ हो। मैंने उसे कहा तुमने राकेश को क्यों छोड़ा? वह कहने लगी अब आप यह बात रहने दीजिए हम दोनों के बीच कोई संबंध नहीं है। उसकी बात करने से ही उसके जुगाड़ होने का पता चल रहा था वह एक कॉल गर्ल बन चुकी थी। उसने ऐसा कपड़े पहने थे जैसे वह अभी किस से चुदकारा आ रही हो। मेरा उसे देखकर मूड खराब हो गया। मैंने उसके हाथ में पैसे पकडाते हुए कहा आज मैं तुम्हारी गांड मारना चाहता हूं। वह कहने लगी क्यों नहीं आपने मुझे पैसे दिए हैं आप मेरे बदन का रसपान कर सकते हैं। जब उसने अपने कपड़े उतारे तो मैंने उसे कहा तुम मुझे नाच कर दिखाओ। वह मेरे सामने नंगा डांस कर रही थी उसके स्तन और उसकी बड़ी गांड जब मेरे सामने हिल रही थी तो मेरा लंड उतनी तेजी से खड़ा हो जाता।
मैंने काफी देर तक उसे डांस करने के लिए कहा। जैसे ही उसे मैंने अपनी गोद में बैठाया तो उसकी गांड मेरे लंड से टकराने लगी मैंने उसके स्तनों को अपने मुंह में लिया और चूसना शुरू कर दिया। मैंने उसके स्तनों को काफी देर तक चूसा मैने उसके स्तनो का पूरे मजे लिए। जब उसकी योनि के अंदर मैंने अपनी उंगली डाली तो उसकी योनि से तरल पदार्थ बाहर निकालने लगा। वह पूरे मूड में आ गई। मैंने उसे कहा तुम मेरे लंड को चूसकर मुझे मजे दो। उसने मेरे लंड को बड़े अच्छे तरीके से चूसा। जब वह मेरे लंड को अपने गले में लेती तो मेरे अंदर उसे चोदने की इच्छा और भी बढ़ने लग जाती। मैंने जब उसके दोनों पैरो को चौड़ा करते हुए उसकी योनि के अंदर अपने लंड को डाला तो वह पूरे मूड में हो गई और अपने पैरों को चौड़ा करने लगी। वह अपने पैर चौडे करके मुझे अपनी ओर आकर्षित करने लगी। मैं उसे बड़ी तेज गति से चोदने लगा। मैंने उसे बहुत देर तक झटके मारे जब तक मेरा वीर्य निकल ना गया। जैसे ही मेरा वीर्य उसकी योनि के अंदर गिरा तो मुझे वह कहने लगी तुमने मुझे अच्छी तरीके से चोदा। मैंने उसे कहा तुम मेरे लंड को अपने हाथ से हिलाओ और मुझे दोबारा से मजे दो उसने मेरे लंड को 2 मिनट तक अपने हाथ से हिलाया और जैसे ही उसने मेरे लंड को अपने मुंह के अंदर लिया तो मैं खुश हो गया और काफी देर तक उसने मेरे लंड को अपने मुंह के अंदर बाहर किया। मैंने उसे कहा तुम मेरे लंड पर तेल लगा दो उसने मेरे लंड पर सरसों का तेल लगाते हुए मेरे लंड को पूरा चिकना बना दिया। जब मैंने अपने लंड को उसकी गांड पर सटाया तो वह मुझे कहने लगी तुम धीरे धीरे अपने लंड को मेरी गांड के अंदर डालना। मैंने भी धीरे से अपने लंड को उसकी गांड के अंदर डाला। मेरे लंड का आधा हिस्सा उसकी गांड के अंदर जा चुका था। जब मेरा पूरा लंड उसकी गांड के अंदर प्रवेश हुआ तो वह चिल्लाकर मुझसे कहने लगी तुमने तो मेरी गांड फाड़ दी। मैंने उसे कहा तुम्हारी गांड में जब मेरा लंड जा रहा है तो मुझे बड़ा मजा आ रहा है। मैने उसकी गांड इतनी तेजी से मारी उसे बड़ा दर्द होने लगा लेकिन मुझे बहुत मजा आ रहा था। मैंने उसकी गांड 5 मिनट तक मारी और जैसे ही मेरा वीर्य पतन उसकी गांड के अंदर हुआ तो वह मुझे कहने लगी। तुमने मेरी गांड बड़े अच्छे से मारी मुझे बहुत ही मजा आया। मैंने उसे कहा तुम राकेश की जिंदगी में वापस लौट आओ वह पागल हो चुका है। वह कहने लगी मै उसकी जिंदगी में नहीं लौट सकती उसने मेरे साथ बहुत गलत किया। उसने ही मुझे कॉल गर्ल बनाया और उसी की वजह से मैं कॉल गर्ल हूं। मैं यह सुनकर दंग रह गया।