hindi sex kahani
हाय मेरे लवली फ्रेंड्स कैसे हो सभी लोग ? मैं आशा करती हूँ की आप सभी लोग ठीक ही होगे | मैं आज अपनी एक कहानी को लेकर आई हूँ | ये मेरे जीवन की सच्ची घटना है | दोस्तों मैं अपनी कहानी शुरू करने से पहले अपने बारे में बताना चाहती हूँ | मेरा नाम सुषमा है | मैं रहने वाली झारखण्ड की हूँ | मेरी उम्र 20 साल है | मैं अभी 12वीं क्लास में पढ़ती हूँ | दोस्तों मैं देखने में दूध की तरह गोरी हूँ | मेरी हाईट भी ठीक है और मैं ज्यादा मोटी नही हूँ | मैं अपने फिगर के बारे में बता देती हूँ | मेरे बूब्स काफी बड़े हैं और मेरी गांड बहुत सेक्सी है | मेरी गांड को देखकर लोगो की नियत ख़राब हो जाती है | ये मेरी पहली कहानी है तो मैं उम्मीद करती हूँ की आप लोगो को मेरी कहनी पसंद आयेगी | आप लोगो को मेरी कहानी पसंद आती है तो मुझे लगेगा की मेरा कहानी लिखना व्यर्थ नही गया | अब मैं अपनी कहानी शुरू करती हूँ |
ये कहानी अभी कुछ दिन पहले की है जब मेरी भाभी एक बाबा के पास जाया करती थी | वैसे मेरे घर में मेरी मम्मी और मेरे पापा, मेरे बड़े भईया और भाभी रहती हैं | मेरे पापा जॉब करते हैं और मेरे भईया भी जॉब ही करते हैं | मेरी और मेरी भाभी की अच्छी बनती है इसलिए मैं कहीं भी जाऊं तो अपनी भाभी को साथ जरुर ले जाती हूँ अगर मेरी भाभी कहीं जाती है तो वो मुझे अपने साथ ले जाती है | मैं अपनी कहानी को आगे बढ़ाने से पहले अपनी भाभी के बारे में बता देती हूँ | मेरी भाभी का नाम वर्षा है | वो दिखने में किसी हिरोइन से कम नही लगती है | मेरी भाभी से मेरे भईया ने लव मैरिज की थी | मेरी भाभी का फिगर कातिलाना है | उनकी गांड बहुत सेक्सी है और उनकी गांड ऊपर की और उठी रहती है | उनके बूब्स काफी बड़े और गोल हैं | मैं कभी कभी अपनी भाभी के बूब्स को मजाक मजाक में दबा देती हूँ तो वो मेरे दबा देती हैं |
अभी कुछ दिन पहले की बात हैं जब मेरी भाभी एक बाबा के पास रोज शाम को ध्यान लगाने के लिए जाया करती थी | मैं भी उस टाइम अपनी भाभी के साथ जाया करती थी | मेरी भाभी की तरह ही वहां बहुत लड़कियां और औरते आती थी | मेरी भाभी कहा करती थी की वो बाबा बहुत पहुंचे हुए हैं इसलिए सब उनके पास जाया करते हैं | मेरी भाभी और मैं रोज ही बाबा के पास जाती और साथ बैठ कर ध्यन करती | जब मैं सांसे ऊपर की और खिचती तो मेरे स्तन ऊपर की और उठ जाते | मेरी भाभी के बूब्स तो कभी बड़े हैं जिससे उनके बूब्स तो काफी बाहर आ जाते | मैं ये देखा करती थी और ध्यन में कम मन लगती | जब मेरी भाभी के बूब्स ऊपर की और आ जाते तो वो बाबा मेरी भाभी के बूब्स को घूर घूर कर देखने लगता | मैं और मेरी भाभी रोज ही उसके आश्रम में जाती |
एक दिन की बात है जब मैं और भाभी ध्यन लगाने के लिए गए तो उस दिन ध्यन लगाने के बाद सब औरते जाने लगी | पर मुझे और मेरी भाभी को उस बाबा की दासियों ने रोक लिया और कहा बाबा तुम दोनों को आशिर्वाद देना चाहते हैं | मैं और मेरी भाभी रूक गयी और कुछ देर बाद बाबा ने हम दोनों को अन्दर बुला लिया | जब मैं और मेरी भाभी अन्दर गई तो देखा की बाबा बैठे हुए थे और वो अपनी आँखों को बंद करे हुए थे | मैं और मेरी भाभी जैसे ही अन्दर पहुची तो बाबा ने हम दोनों के नाम से पुकारा और बोले की आसन ग्रहण करो बालिका | हम दोनों बैठ गई फिर बाबा कुछ देर तक ऐसे ही अपनी आँखों को बंद किये हुए बैठे रहे | फिर बाबा ने अपनी आँखों को खोलने के बाद बोले की बालिकाओं को प्रसाद दो और उनकी दासियों ने मुझे और भाभी को कुछ खाने को दिया | हमने उसे खा लिया | वो हम दोनों को अपने पास बुलया और अपनी जांघ पर बैठने को कहा | तब मैंने मना कर दिया और भाभी ने भी यही कहा | तब उनकी दासियों ने मुझे बैठाया और समझाने लगी की ये भगवान हैं इनके साथ अगर संयोग हो गया तो तुम्हारा जीवन धन्य हो जयेगा | मैं तब भी नही मानी और वो मुझे और मेरी भाभी को समझाती रही | कुछ देर बाद मेरी भाभी मान गयी | मैं अभी भी मना कर रही थी | पर कुछ देर बाद उनकी दासियों के झांसे में मैं भी आ गई |
फिर मुझे और भाभी को दासियों ने उनके बेडरूम में ले गयी | जब मैं और भाभी उसके रूम में गयी तो देखा की ऐसा कोई सामान नही था जो उसके रूम में न हो | वो हम दोनों को बिस्तर पर लेटने को बोला और हम दोनों बिस्तर पर लेट गई | वो अपने हाथ से मेरी जाँघों को सहलाते हुए मेरे बूब्स को कपडे के ऊपर से दबाने लगा | वो मेरे बूब्स को दबाते हुए मेरी होठो पर अपनी होठो को रख कर मेरी होठो को चूसने लगा | मेरी होठो को चूसने के साथ में मेरी भाभी के बूब्स को दबा रहा था | वो कुछ देर तक मेरी होठो को चूसता रहा | फिर उसने मेरे और भाभी के कपडे निकाल दिए | मैं तो उसके सामने पूरी तरह से बिना कपडे के आ गयी थी क्यूंकि में ब्रा और पैंटी नही पहनती हूँ | मेरी भाभी उसके सामने ब्रा और पैंटी में थी | वो एक हाथ में मेरे दूध को पकड कर दबा रहा था और दुसरे हाथ में भाभी के बूब्स को | वो मेरे दूध के निप्पल को मुंह में रख कर चूसने लगा | मैं अब गर्म हो गयी थी इसलिए में उसके सर को पकड कर दबाती हुई अपने बूब्स को चूसा रही थी | वो मेरे बूब्स को जोर जोर से पकड कर चूस रहा था साथ में भाभी के दूध को भी चूस रहा था | वो ऐसे ही कुछ देर तक मेरे और भाभी के बूब्स को चूसता रहा |
फिर उसने भाभी की टांगो को पकड कर अपनी और खीच लिया और उनकी टांगो को फैला कर उनकी चूत में अपने मुंह को घुसा कर चाटने लगा | वो भाभी की चूत में जीभ को घुसा कर चाट रहा था और मेरी चूत में अपनी ऊँगली को घुसा कर अन्दर बाहर कर रहा था | मैं आ आ आ आ…. हाँ हाँ हाँ हाँ… उई उई उई उई.. सी सी सी सी.. ह ह ह ह…. अ अ अ अ… की सिसकियाँ ले रही थी | वो भाभी की चूत को कुछ देर तक ऐसे ही चाटता रहा | फिर उसने मेरी चूत में अपनी जीभ को घुसा कर चाटने लगा | मैं हाँ हाँ हाँ हाँ… उई उई उई उई.. सी सी सी सी.. ह ह ह ह…. अ अ अ अ… की आवाजे करती हुई चूसा रही थी | वो ऐसे ही हम दोनों की चूत को कुछ देर तक चाटता रहा | फिर उसने अपने कपडे निकाल दिए | मैं उसके लंड को देखकर पागल हो गयी | उसका लंड बहुत लम्बा था | उसने अपने लंड को भाभी के हाथो में पकड़ा दिया और भाभी उसके लंड को हिलाती हुई मुंह में रख कर चूसने लगी | भाभी उसके लंड को मुंह में रख कर चूस रही थी | वो मेरे बूब्स को दबा रहा था | वो कुछ देर तक भाभी के मुंह में अपने लंड को डाल कर चूसता रहा | फिर उसने भाभी के मुंह से लंड को निकाल कर अपने लंड को मेरे मुंह में डाल कर चुसाने लगा | मैं उसके लंड को मुंह में रख कर चूसने लगी | वो मेरे सर को पकड कर मेरे मुंह में धीरे धीरे धक्के मारने लगा |
वो मेरे मुंह को कुछ देर तक चोदने के बाद मेरे मुंह से लंड को निकाल कर मेरी टांगो को फैला कर मेरी चूत के मुंह पर लंड को रख कर रगड़ने लगा | कुछ देर तक रगड़ने के बाद उसने मेरी चूत में लंड को एक ही धक्के में घुसा दिया | मेरे मुंह से जोरदार चीख निकल गयी पर वो मेरी टांगो को उठा कर मेरी चूत में जोर जोर के धक्को मारे जा रहा था | मैं हाँ हाँ हाँ हाँ… उई उई उई उई.. सी सी सी सी.. ह ह ह ह…. अ अ अ अ.. ह ह ह ह…. की सिसकियाँ ले रही थी | वो मेरी चूत में ऐसे ही जोरदार धक्को के साथ कुछ देर तक चोदता रहा | वो मुझे कुछ देर तक चोदने के बाद उसने मेरी चूत से लंड को निकाल कर भाभी की चूत में घुसा कर उनको चोदने लगा | भाभी मस्त सेक्सी आवाजे कर रही थी साथ में मेरी चूत में अपनी ऊँगली को डाल कर जोर जोर से अन्दर बाहर कर रही थी | वो भाभी को जोरदार धक्को के साथ कुछ देर तक चोदने के बाद उसने मुझे घोड़ी बना दिया | वो मुझे घोड़ी बना कर मेरी चूत में अपने लंड को घुसा कर चोदने लगा | मैं अपनी चूत को आगे पीछे करती हुई चुद रही थी | वो कुछ देर तक ऐसे ही मुझे और भाभी को चोदता रहा | फिर वो झड़ गया |
वो झड़ने के बात अपने लंड को भाभी के मुंह में डाल कर चुसाने लगा | वो भाभी के मुंह में लंड को डाल कर चूसा रहा था साथ में मेरे बूब्स को दबा रहा था | फिर मैंने और भाभी ने कपडे पहन लिए | जब मैं अपने घर आ गयी तो मैंने सोचा की ये मैंने अपने साथ क्या करा लिया |
दोस्तों ये थी मेरी कहानी | धन्यवाद…………