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मेरा नाम स्वाति है। मैं 18 साल की कमसिन लड़की हूं। मैं पढ़ने में बहुत ही अच्छी हूं मेरा सिर्फ पढ़ाई में ही ध्यान रहता है बाकी और कामों में ध्यान नहीं देती हूं। इस वजह से मेरी दोस्त मुझे रट्टू तोता कहकर चिढ़ाते रहती हैं। वह सब मेरे बहुत ही मजाक बनाती हैं लेकिन मैं फिर भी उनकी इस बात से परेशान नहीं होती हूं और सिर्फ पढ़ाई पर ही ध्यान देती रहती हूं। मैंने पिछले साल क्लास में टॉप भी किया था। जिससे सब लोग मुझसे जलते भी हैं। इस साल भी मैं पढ़ाई की तैयारी ही कर रही हूं ताकि मैं अपनी कक्षा में टॉप कर पाऊं और अपने घर वालों को एक अच्छा रिजल्ट दे पाऊं। जिससे कि मेरी आगे की पढ़ाई और आसान हो जाएगी।
एक दिन मेरी सहेलियों मेरे साथ बैठी हुई थी और सब आपस में बात कर रहे थे पढ़ाई की कि तुम्हारी पढ़ाई कैसी चल रही है। मैंने कहा बहुत अच्छी चल रही है मेरी पढ़ाई और सब कुछ ठीक है। इस बार भी तुम टॉप कर जाओगी। मैंने कहा देखते हैं क्या होता है ऐसे ही बात करते करते वह लोग अपने बॉयफ्रेंड के बारे में बात करने लगे। वह सब लोग कहने लगे कि हमारा बॉयफ्रेंड कहां रहता है। कहां पर पढ़ाई करता है। उन्होंने मुझसे पूछा क्या तुम कभी बॉयफ्रेंड बनाओगी या फिर ऐसे ही पढ़ाई में ही घुसे रहेगी।
मुझे शायद उनकी बात बहुत बुरी लगी और मैंने सोच लिया कि मैं भी एक बॉयफ्रेंड बनाऊंगी। उसके बाद मैं घर आई मेरे घरवाले मेरा बहुत ही ध्यान रखते थे क्योंकि उन्हें पता था कि मैं पढ़ने में अच्छी हूं। इसलिए वह मुझे किसी भी प्रकार से डिस्टर्ब नहीं करते थे। मेरे घर वाले मेरे लिए विशेष तौर पर यह ध्यान रखते थे कि मुझे किसी भी तरीके से कोई परेशानी ना हो पढ़ाई में इस वजह से वह मेरी पढ़ाई को लेकर काफी चिंतित रहते हैं। मुझे हमेशा ही कहते रहते थे बेटा पढ़ाई अच्छे से करते रहना। इसमें कोई भी समस्या नहीं होनी चाहिए। मैं उनकी बातों को अच्छे से ध्यान देती थी। लेकिन मेरे दिमाग में वही बात चल रही थी। जो मेरी सहेलियों ने मुझ से स्कूल में कही थी तो मैं भी यही चाहती थी कि अब मैं अपना एक नया बॉयफ्रेंड बना ही लूं।
उसी के कुछ दिनों बाद मेरी एक फ्रेंड का बर्थडे था तो वह मेरे घर पर आई और मेरे मम्मी को कहने लगी आंटी मेरा बर्थडे है तो मैं स्वाति को इनवाइट करने आई हुई थी। क्योंकि वह हमारे ही पास के फ्लैट में ही रहती थी तो मेरी मम्मी ने मना नहीं किया और कहने लगी ठीक है बेटा तुम स्वाति को ले जा लेना। कब है तुम्हारा बर्थडे यह बता दो उसने कहा आंटी 2 दिन बाद मेरा बर्थडे है इसलिए मैं आप से परमिशन लेने आई थी। यह कहते हुए वह मुझसे मिली और मुझे कहने लगी कि तैयार रहना बर्थडे में आने के लिए मैंने उसे कहा ठीक है मैं आ जाऊंगी। वह चली गई और मैं अपनी पढ़ाई पर लग गई। मैं जैसे जैसे पढ़ाई करती जाती मेरे दिमाग में बस यही चलने लगा था कि मुझे एक बॉयफ्रेंड बनाना है। मुझे कुछ भी समझ नहीं आ रहा था।
मेरी सहेली के घर में बर्थडे पार्टी में गई तो मैंने वहां पर देखा मेरे साथ की जितनी भी लड़कियां थी सब उसके घर में आई हुई थी। वह आपस में बात कर रहे थे। मैंने उन्हें ज्वाइन किया और उन्हीं के साथ बात करने लगी। मैंने अपनी फ्रेंड को बर्थडे विश किया और उसे गिफ्ट दिया। वहां पर एक लड़का भी आया हुआ था। जो कि मुझे काफी अच्छा लग रहा था देखने में मैं सोच रही थी उसे मैं कैसे बात करूं कि इतने में मेरी फ्रेंड ने मेरी मुलाकात उससे करवा दी। अब हम दोनों का आपस में इंट्रोडक्शन हुआ तो उसने अपना नाम अमित बताया। अमित बहुत ही अच्छा लड़का था वह ग्रेजुएट था और बहुत अच्छी-अच्छी बातें कर रहा था। मैं उसे काफी इंप्रेस हुई थी। ऐसे ही हम लोगों ने एक दूसरे से दोस्ती कर ली। अमित को मै बहुत अच्छी लगी और उसने मेरा नंबर मुझसे ले लिया। मैंने अपना नंबर दे दिया और हम लोगों ने बर्थडे पार्टी इंजॉय की उसके बाद मैं अपने घर पर चली आई।
घर पर मेरी मां मेरा इंतजार कर रही थी। वो कहने लगी कैसी रही पार्टी मैंने कहा अच्छा थी हम लोगों ने काफी इंजॉय किया। उसके बाद मैं सो गई लेकिन मुझे नींद नहीं आ रही थी क्योंकि मेरे दिमाग में बस अमित का ही ख्याल चल रहा था। मुझे ना जाने कब नींद आई और मुझे सपने में भी सिर्फ उसी का ख्याल आ रहा था। अगले दिन मैं उठ गई अमित ने मुझे अगले दिन फोन किया और पूछा लगा कैसी चल रही है तुम्हारी पढ़ाई मैंने कहा अच्छी चल रही है सब ठीक है। ऐसे ही हमारी बातें आगे बढ़ती चली गई।
एक दिन मैंने उसे फोन पर प्रपोज कर दिया। मुझे वह अच्छा लगने लगा था। मैंने पूरा मन बना लिया था कि मैं अपनी नई सील अमित से तुडवाऊंगी। अमित ने मुझे कहा अब मुझे तुमसे मिलना है। तो मैंने कहा ठीक है मैं मिल लेती हूं तुमसे अमित ने मुझे अपने किसी दोस्त के घर पर बुलाया। उसके घर पर कोई भी नहीं था।
मैं समझ चुकी थी यहाँ अमित मुझे आज चोदने वाला है। मैं बहुत खुश हो रही थी। थोड़ी देर बाद अमित का वह दोस्त भी बाहर चला गया और फ्लैट में सिर्फ हम दोनों ही थे। अमित ने भी मौका नहीं छोड़ा और जल्दी से उसने मेरी कमर में अपना हाथ डाल लिया। जैसे ही उसने मेरी कमर में अपना हाथ डाला मुझे गुदगुदी होने लगी और अच्छा महसूस होने लगा। अमित ने मुझे अपनी गोद में बैठा दिया। वो कभी मेरे बालों में हाथ डालता कभी मेरे स्तनों पर मुझे यह अच्छा लग रहा था। फिर मैंने अमित से कहा तुम अपने कपड़े खोल दो। अमित ने अपने कपड़े खोल दिए। अब मैं उसकी छाती पर किस करने लगी थोड़ी देर बाद अमित मुझे कहने लगा। मैं तुम्हारी स्कर्ट उतार रहा हूं। उसने जैसे मेरी स्कर्ट उतारी तो मैंने पिंक कलर की पैंटी पहनी हुई थी। वह कहने लगा तुम्हारी पैंटी तो बड़ी अच्छी है। अब वह मेरी पैंटी से मेरी योनि को दबाने लगा जैसे-जैसे वह अंदर बाहर करता रहता तो उसका हाथ पूरा गीला हो गया। मेरा पानी गिरने लगा था कहने लगा मेरा हाथ पूरा गिला हो चुका है।
उसने मेरे शॉर्ट भी खोली और मेरे स्तनों को चूसने लगा। वह मेरे स्तनों का रसपान बड़ी ही अच्छे से कर रहा था। मुझे काफी अच्छा लग रहा था। अब धीरे-धीरे उसने मेरी पैंटी को उतार दिया। वह मेरी योनि को चाटता मुझे बहुत अच्छा लगता थोड़े समय बाद उसने अपने लंड को अपने अंडरवियर से बाहर निकाला। मुझे उसका मोटा लंड देख कर बहुत अच्छा लगा और मैंने उसे अपने हाथों में ले लिया।
अमित ने मुझे कहा तुम इसे अपने मुंह में लो। मैंने उसे कहा मैंने कभी नहीं लिया है। मैं नहीं लेना चाहती लेकिन अमित ने मुझे जबरदस्ती किया तो मैंने उसके लंड को अपने मुंह में ले लिया। जैसे ही मैं उसको मुंह में ले रही थी। तो उसने धक्का मारना शुरू कर दिया और उसने काफी अंदर तक मेरे मुंह मे अपना लंड डाल दिया जैसे ही वह अंदर डालता और बाहर निकालता। उसके मुंह में एक अच्छी सी स्माइल आ जाती। वह बहुत ही खुश दिखाई दे रहा था। थोड़ी देर बाद उसने मुझे लेटा दिया और मेरे ऊपर से लेट गया। अब उसने मेरी टाइट योनि में अपना लंड लगा दिया। वह जैसे-जैसे धीरे धीरे लंड अंदर डालता तो उसका अंदर ही नहीं जाता क्योंकि मेरा बहुत ही टाइट था।
उसने दो तीन बार कोशिश की लेकिन हुआ नहीं उस ने मुठ मारकर मेरे ऊपर गिरा दिया फिर थोड़ी देर बाद उसने प्रयास किया। इस बार उसने बड़ी तेजी से झटका मारा। जिससे कि उसका लंड मेरी चूत के अंदर तक चला गया। मेरे मुंह से बड़ी ही तेज आवाज निकली क्योंकि मेरी सील टूट चुकी थी। अमित को अच्छा लग रहा था। वह अंदर बाहर करता जा रहा था। मुझे भी बाद में अच्छा लगने लगा 15 मिनट तक हम दोनों ऐसे ही करते रहे फिर मेरा झड़ गया थोड़े समय बाद अमित का झड गया। अमित ने अपना वीर्य मेरे अंदर ही डाल दिया। जैसे ही उसने अपना लंड बाहर निकाला तो उसका माल और मेरा खून दोनों एक साथ ही बाहर निकल आए। मैंने उससे पूछा यह क्या है। उसने कहा कि तुम्हारी सील टूट चुकी है। यह सुनकर मैं बहुत खुश हुई और अगले दिन मैंने अपनी सहेलियों को भी यह सब बताया कि अमित ने मुझे कैसे चोदा।