हैल्लो दोस्तों मेरा नाम है विशाल मेहता और मैं खरगोन का रहने वाला हूँ | मेरा रंग गोरा है और लम्बाई 5 फुट 10 इंच और दिखने में अच्छा हूँ | मैं एक अच्छी सोसाइटी में रहता हूँ और वहां पर मेरे बहुत से दोस्त हैं जिसमें से एक है जस्सी | उसका पूरा नाम जेसिका है और वो मेरे साथ ही पढ़ती थी जब हम छोटे थे | हम दोनों एक दुसरे के काफी करीब है और छोटे में तो हम दोनों किस किया करते थे और कभी कभी मैं उसकी चूत भी छू लिया करता था | लेकिन तब मैं नासमझ था इसलिए कुछ कर नहीं पाया | चलिए अब मैं आपको बताता हूँ आगे की कहानी कि कैसे मैंने उसको चोदा |
बात है कुछ महीने पहले की जब हमारे स्कूल के एग्जाम ख़त्म हो चुके थे और कॉलेज में एडमिशन के लिए रिजल्ट का वेट कर रहे थे | वहां पर हमारे बहुत से दोस्त थे और सब मिलकर पास वाले गार्डन में शाम को खेलने जाया करते थे | एक बार हम सभी वहां पर बास्केटबॉल खेल रहे थे और जस्सी दूसरी टीम में थी | जैसे ही बॉल उसके पास गई और मैंने बॉल छुड़ाने के लिए हाँथ बढ़ाया तो मेरा हाँथ जाके उसके दूध में लग गया और वो मुझे देखने लगी | तो मैंने कहा सॉरी और वो बॉल लेकर निकल गई | अब खेलते खेलते फिर से मैं उसके पास गया और जैसे ही बॉल कि तरफ हाँथ बढ़ाया तो मेरा हाँथ फिर से उसके दूध पर जा लगा | मैंने फिर से उसे सॉरी कहा और खेलने लगा गया | अब फिर से जैसे ही उसके पास बॉल गई और मैं उसके सामने था तो मेरा हाँथ फिर से उसके दूध पर लग गया | इस बार मेरी गांड फट गई और मैं जाके एक तरफ बैठ गया |
मुझे डर लग रहा था कि आज कहीं ये मुझे पीट ना दे | फिर खेल ख़त्म होने के बाद वो मेरे बाजू में आके बैठ गई और पूछने लगी कि तुम रुक क्यों गए खेलते हुए ? तो मैंने कहा कुछ नहीं बस ऐसे ही | तो उसने कहा मैं समझ सकती हूँ तुम्हारा हाँथ गलती से लग रहा था और खेल में ऐसा होता रहता है | तो मैंने कहा नहीं ऐसा नहीं लेकिन मुझे थोडा अजीब लग रहा था इसलिए आ गया यहाँ | तो उसने कहा अच्छा तुम तो ऐसे शर्मा रहो हो छोटे में तो क्या क्या करते थे | तो मैंने कहा क्या करता था ? तो उसने कहा अच्छा अब मुझे सब बताना पड़ेगा क्या ? तो मैंने कहा हाँ बताओ ज़रा क्या करता था मैं ? तो उसने कहा अच्छा बताऊँ कहाँ कहाँ हाँथ लगाते थे और किस भी करते थे | यो मैंने कहा हाँ जैसे तुम कुछ नहीं करती थी और किस दोनों करते थे |
तो उसने कहा हाँ सब गलती मेरी है ना जो मैं तुम्हें अच्छी लगती थी | तो मैंने कहा ओह अच्छा तुमें ऐसा क्यों लगता है मैं तुम्हें पसंद करता हूँ ? तो उसने कहा अच्छा तो तुम मुझे पसंद नहीं करते | तो मैंने कहा नहीं तो उसने यहाँ वहां देखा और वहां पर बहुत से लोग थे तो उसने कहा अच्छा एक मिनिट मेरे साथ आना ज़रा | तो मैंने कहा मैं कहीं नहीं जाऊंगा तो उसने मेरा हाँथ पकड़ा और मुझे खींचकर वहीँ एक कोने में ले गई और कहने लगी | अब सच बताओ क्या तुम मुझे सही में पसंद नहीं करते ? तो मैंने कहा नहीं | तो उसने मुझे पकड़ा और किस कर दिया और कहा मैं तुम्हारी जस्सी हूँ विशाल | अब मैं अन्दर से पिघल गया और मैं भी तो उसको पसंद करता था इसलिए मैंने मुस्कुराते हुए कहा तुम मुझे कभी गुस्सा रहने नहीं देतीं | हम दोनों मुस्कुराने लगे और फिर हमने किस करना शुरू कर दिया |
फिर हम दोनों ने थोड़ी देर तक किस की और फिर मैंने उसके दूध की तरफ ऊँगली दिखाते हुए पूछा अच्छा अगर फिर कभी मेरा हाँथ यहाँ पर लगेगा तो तुम बुरा तो नहीं मानोगी ? तो उसने अपना टॉप ऊपर किया और अपना ब्रा के ऊपर से कहा ये तो तुम्हारे हैं कुछ भी करो | मैं ब्रा के ऊपर से दूध दबाने लगा और ब्रा नीचे करके उसके निप्पल देखने लगा | मुझे बहुत मज़ा आ रहा था तभी किसी की आवाज़ आई हम दोनों वहां से चले गए | मैं जब वहां से निकल रहा था तो मैंने गौर किया कि मेरे कान गरम हो गए | अब अगले भी हम सभी वहां पर खेलने गए और इस बार जस्सी मेरी टीम में थी | अब मैं जान भूझ कर उसके दूध बार बार छू रहा था और वो मुझे आँख दिखा रही थी | तभी दूसरी टीम वालों से बॉल बाहर चली गई और जस्सी ने बॉल उठाकर बोली मैं फेखुंगी | तो मैं उसके पास गया और कहा नहीं मैं फेखुंगा | उसने मुझे बॉल देने से मना कर दिया तो मैं उसको पकड़ने लगा और वो घूम गई |
मैंने उसके पीछे से पकड़ा था और बॉल लेने की बजाये मैं उसके दूध दबा रहा था | फिर मैंने चूत पर हाँथ रख दिया और उसने बॉल छोड़ दी | जैसे ही उसने बॉल छोड़ी मैं झट से लपक के बाल उठा ली और उसको जाने के लिए कह दिया | इस बात से वो मुझसे गुस्सा हो गई और कहा ठीक है तुम्ही खेल लो मैं जाती हूँ और वो जाने लगी | मेरे दोस्त ने कहा भाई क्या कर दिया जा उसको बुला के ला | वो तब तक थोडा आगे जा चुकी थी | मैं उसके पीछे गया और वो चली जा रही थी | वहीँ रास्ते में पुराने घर थे जो खंडर थे वहां कोई आता भी नहीं था | मैं उसके पास गया और उसे मनाने लगा लेकिन वो नखरे दिखाने लगी | तो मैंने कहा अच्छा मेरे साथ चलो तो उसने कहा मैं कहीं नहीं जाउंगी | तो मैंने उसका हाँथ पकड़ा और उसे अन्दर ले गया |
वहां जाके मैंने उसे किस करना शुरू कर दिया और वो भी किस करने में मेरा साथ देने लगी | हम दोनों एक दुसरे के होंठ चूसने लगे और फिर जीभ से जीभ मिलने लगी | हम दोनों ने थोड़ी देर तक एक दुसरे को भरभर के किस किया और फिर मैंने उसका टॉप ऊपर करके ब्रा भी उठा दी और उसके दूध चूसने लगा | उसके दूध बहुत प्यारे और सॉफ्ट सॉफ्ट थे जिसे मैं बड़े मज़े से चूस रहा था | फिर उसने मुझे रोका और नीचे अपने घुटनों पर बैठ गई | वो मेरा पजामा खोलने लगी और खोलने के बाद नीचे कर दिया और चड्डी भी | मेरा लंड खड़ा था तो उसने मेरा लंड पकड़ के कहा इतनी बड़ी चीज़ मेरे अन्दर डालोगे | इतना बोलकर उसने मेरा लंड चुसना शुरू कर दिया वो मेरा लंड हिलाते हुए चूस रही थी | थोड़ी देर में ही मेरा मुट्ठ निकल पड़ा और उसके मुंह में गिर गया | उसने मेरी तरफ देखा और कहा इतनी जल्दी तो मैंने कहा नहीं और उसे पकड़ के खड़ा कर दिया |
फिर मैंने उसका पजामा ढीला किया और उतार दिया | उसने विसपर लगाया हुआ था तो मैंने कहा अच्छा इसको उतारो तो उसने उसे खोल दिया और मैंने पहले बार उसकी चूत देखी | उसकी चूत के उपरी तरफ कुछ छोटे छोटे से बाल थे और उसकी चूत भी बिलकुल छोटी और प्यारी लग रही थी | फिर मैंने उसकी चूत पर ऊँगली रखी और एकदम से उसने मुझे किस कर दिया | हम दोनों किस करने लगे और मैं उसकी चूत को ऊँगली से सहलाने लगा | फिर मैं नीचे झुका और उसका एक पैर ऊपर करके चूत चाटने लगा | वो अह्ह्ह्हह्ह अह्ह्ह्हह्ह्हा ह्ह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्हह्ह्ह्ह उह्ह्ह्हह्ह उह्ह्हह्ह्ह्ह ऊम्म्म्मम्म उम्मम्मम्म करती रही और मैं उसकी चूत चाटता रहा | चूत चाटते चाटते मेरा लंड फिर से पूरी तरह खड़ा हो गया और अब ये चूत के अन्दर जाने के लिए तैयार था | तो मैं खड़ा हुआ और खड़े खड़े उसकी चूत में लंड घुसाने लगा |
उसकी चूत बहुत टाइट थी इसलिए लंड एक बार में अन्दर गया नहीं लेकिन मैंने एक जोर का झटका मारा तो मेरा लंड थोडा सा अन्दर चला और उसकी आह्ह्हह्ह निकल गई | फिर मैं उसको ऐसे ही थोड़ी देर चोदता रहा और वो आह्ह्हह्ह अह्ह्ह्हह्ह अह्ह्हह्ह्हा ह्ह्ह्हह्ह उह्ह्हह्ह उह्ह्ह्हह्ह उह्ह्हह्ह अह्ह्ह्हह्ह अह्ह्ह्हह्ह ऊम्म्म्म उम्म्मम्म करती रही | फिर मैंने उसको घुमाया और झुकाके खड़ा कर दिया और पीछे से उसकी चूत में लंड डाल के उसको झटके मारते हुए चोदने लगा | वो अह्ह्ह्हह अह्ह्ह्हह्ह अह्ह्ह्हह्ह अह्ह्ह्हह्ह अह्ह्ह्हह्ह अह्ह्ह्हह्ह ऊम्म्म्म उम्म्मम्म कर रही थी और मैं उसको पीछे से चोदे जा रहा था | मैंने उसको लगभग 20 मिनिट तक चोदा और फिर मेरा मुट्ठ निकल गया और मैंने सारा मुट्ठ उसकी गांड पे गिरा दिया | फिर हमने कपडे पहने और वापस खेलने चले गए | उसके बाद कई बार चुदाई की कभी वहीँ खंडर में तो कभी उसके घर में तो कभी मेरे घर में और कई बार तो मैंने उसकी गांड भी मारी |