Highway Pe Uski Gaand Maari : हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम विमला है और में इंदौर की रहने वाली हूँ और यह कहानी आज से 2 साल पहले की मेरी और मेरे बॉयफ्रेंड की है. अंकित को भोपाल में कुछ काम था, तो वो मुझे भोपाल लेकर जाना चाहता था और वो चाहता था कि में भी उसके साथ जाऊं और एक बार अंकित ने कहा, तो मेरा मना करने का सवाल ही नहीं उठता था.
मैंने अपने घर में बहाना बनाया और में शुक्रवार की शाम अंकित के साथ निकल गई, अंकित अपने दोस्त की कार लाया था. में अगले दो दिन अंकित के साथ ही रहने वाली थी. मैंने अपनी ब्रा, पेंटी और स्कर्ट्स पैक कर ली, जो मुझे अंकित ने गिफ्ट कि थी. मैंने पूरी तरह क्लीन शेव रहना शुरू कर दिया था. में अंकित की गाड़ी में जैसे ही बैठी, अंकित ने ज़ोर से मेरा बूब्स दबाया, मैंने भी रिटर्न में अंकित को स्माइल दी और आगे झुक कर एक लिप पर किस किया, उसने ड्राईव करना स्टार्ट किया और सारे ग्लास चढ़ा कर ए.सी चालू कर दिया, इस समय शाम के 7-8 बज रहे थे.
करीब एक घंटे की ड्राईव के बाद हम सिटी से बाहर आ गये थे और म्यूज़िक सिस्टम पर कम आवाज में म्यूज़िक बज रहा था में अंकित के साथ मजे कर रही थी. फिर अचानक पता नहीं क्या सोच कर अंकित ने अपनी पेंट की चैन खोल दी और अपना लंड बाहर निकाल दिया और उसको हाथ में लेकर धीरे-धीरे मुठ मारने लगा.
उसने अपना हाथ मेरे सिर पर रखा और मेरा मुँह उसके लंड कि तरफ खींचते हुए कहा “चल मेरी रानी शुरू हो जा” अंकित के लंड की तो में वैसे ही दीवानी थी. मैंने झट से लंड मुँह में ले कर चलती कार में ही चूसना शुरू कर दिया. अंकित आराम से हाइवे पर कार चला रहा था और में पास की सीट पर बैठ के उसका लंड चूस रही थी और अंकित को मज़े आ रहे थे. अब वो आअहह ऊहह की हल्की-हल्की आवाज़ें निकाल रहा था और वो उसके हाथ से कभी कभी मेरे बालों से खेल रहा था. मैंने अपना चेहरा पूरी तरह उसकी झाटों में गड़ा रखा था और लंड को अच्छे से चूसने में लगी थी.
फिर अंकित ने गाड़ी हाइवे पर साईड में रोककर कार की लाईट चालू कर दी और मेरा चेहरा पकड़कर किस करने लगा. वो काफ़ी गर्म हो चुका था. उसकी टांग मेरी टांग से लिपटी हुई थी, में भी बीच बीच में उसकी जुबान को अपने मुँह में लेकर उसे चूस रही थी और उसने इतने अच्छे से फ्रेंच किस मुझे कभी नहीं दी थी. फिर उसने मुझे पीछे वाली सीट पर जाने को बोला और खुद भी उतरकर पीछे चला गया. मैंने कभी कार में अपनी गांड नहीं मरवाई थी और ये मेरे लिए एक नया अनुभव था.
उसने पीछे जाकर अपनी पेंट पूरी तरह उतार दी, मैंने भी अपनी टी-शर्ट और शॉर्ट्स उतार दिए और हम पूरे नंगे हो गये. फिर में खिसक कर उसके पैरों के बीच में बैठ गई और उसने अपनी दोनों टांगे उठाकर आगे वाली सीट के ऊपर रख दी और में उसका लंड चूसने लगी. में थोड़ी देर लंड चूसती, तो फिर कुछ देर बाद उसके आंड चाटने लगती, फिर थोड़ी देर उसकी गांड चाटने लगती.
अंकित को मेरा गांड चाटना बहुत पसंद था, इससे उसका लंड स्टील की तरह खड़ा हो जाता था, मुझे भी उसको खुश करना अच्छा लगता था, इसलिये मुझे उसकी गांड चाटना भी अच्छा लगता था. काफ़ी देर ऐसे ही गांड चाटने के बाद उसने मुझे ऊपर खींचा और मेरे लिप पर किस किया और फिर मुझे अपनी गोद में बैठाया. में उसके दोनों साईड पैर रखकर उसकी तरफ मुँह करके बैठ गई.
अंकित तो अब पागल हो रहा था, वो अब मेरी गर्दन पर किस करते करते मेरे निपल्स तक पहुँच गया था, फिर उसने मेरा निप्पल मुँह में ले लिया और उसके साथ अपनी जीभ से खेलने लगा. फिर मैंने उसका सिर अपने हाथों से अपने बूब्स पर दबाया और अपने निप्पल को उसके मुँह में दबाने लगी, में पूरे टाइम “ओह अंकित आअहह…अया… अंकित…. ओहओ….अयाया… आराम से अंकित” की आवाजे निकाल रही थी.
फिर अंकित ने मुझसे सीट पर लेटने को कहा, मुझे पता था वो क्या करने वाला है में झट से सीट पर लेट गई और अपनी टाँगे हवा में उठा ली. फिर अंकित ने अपना लंड गांड के छेद पर लगाया और अंदर धकेलने लगा, मैंने अपने हाथ उसके चूतड़ो पर रखकर उसको अंदर खींचने लगी, आह्ह्ह अंकित ओह हनी.
अंकित ने धीरे-धीरे धक्के मारने शुरू किए और फिर मैंने भी अपनी गांड को धक्का देकर उसके धक्को का साथ देने लगी. फिर अंकित आगे झुका और मुझे किस किया और फिर अपनी उंगलियों से मेरे बूब्स से खेलने लगा और यह सब करने से मेरी चूत बिना लंड को टच किए ही पानी छोड़ने लगी थी. अंकित ने अपनी उंगली को चूत के पानी से गीला किया और मेरे मुँह में वो उंगली घुसा दी.
फिर मैंने अंकित कि उंगली चाट के साफ कर दी. अब अंकित के धक्को की स्पीड बढ़ गई थी और में भी अंकित को और ज़ोर से करने के लिए बोल रही थी “ज़ोर से अंकित और तेज़, में तुम्हारी रंडी हूँ, चोद डालो इस रांड़ को, मेरी गांड का फाड़ दो आज, अया अया… हाँ अंकित और ज़ोर से, आई लव यू अंकित आआआह्ह्ह्ह. फिर एक ज़ोर के झटके के साथ अंकित ने अपना पानी मेरी गांड में छोड़ दिया.
2 मिनट साँस लेने के बाद अंकित ने अपना लंड बाहर निकाला, मैंने अच्छी रखेल की तरह उसका लंड चूस के साफ कर दिया. फिर जब में कपड़े पहनने लगी, तो अंकित ने मुझे नंगे ही आगे बैठने को कहा और में भी उसकी बात मान कर आगे बैठ गई और फिर उसने कार ड्राईव करना शुरू कर दी. वो बीच बीच में कभी मेरे निपल पर हाथ फेरता, तो कभी गांड सहलाता, तो कभी ऊँगली डालता और पूरे रास्ते हमने खूब मजा किया.