कट्टा मेरे हाथ में गांड ले लूं रात में

हेल्लो फ्रेंड्स कैसे हो आप लोग | आशा करता हूँ की आप सभी लोग अच्छे होंगे और रोज टाइम निकाल कर सेक्सी कहानियां बिस्तार से पढ़ते होंगे | दोस्तों मैं आज आप लोगो को एक नयी कहानी बताऊंगा जिसमे मै अपने द्वारा की गयी चुदाई को आप लोगो को बताऊंगा उससे पहले आप लोग  थोडा मेरे बारे में जान लीजिये |

मेरे प्रिय भाइयो और बहनों मेरा नाम जितिन है और मैं इन्दोर का रहने वाला हूँ | दोस्तों मैं दिखने में बहुत स्मार्ट हूँ | मेरी हाइट कम से कम 5.5 फिट है और मेरा रंग एकदम गोरा-चिट्टा है | दोस्तों मैं रोज आप लोगो को एक न एक नयी सेक्सी कहानी लिखकर आप लोगो को पढवाता हूँ | तो चलिए दोस्तो मैं अपनी ज्यादा बकवास न करते हुए सीधा आप लोगो को कहानी की ओर ले चलता हूँ जिससे की आप लोगो को बौरियत न महशूस हो |

तो दोस्तों ये बात उस समय की है जब मैं अपनी पढाई कर रहा था | मैं अपनी पढाई अपने ही शहर के आर्यन पब्लिक इंटर कॉलेज से करता था | मेरा इंटरमीडिएट का 1 पहला साल था | मेरा कॉलेज मेरे घर से लगभग 3-4 किलोमीटर की दूरी पर था | हाई स्कूल तक तो मैं अपने कॉलेज कॉलेज की बस द्वारा जाया करता था और जब मैं हाई स्कूल पास करके इंटरमीडिएट में आ गया था तब मेरे पापा ने मुझे बाइक दिला दी थी और मैं अपने कॉलेज बाइक से जाया करता था | मैं अपने घर का अकेला था इसलिए घर से मुझे किसी बात की तकलीफ नही थी | मैं जो कुछ अपने पापा या मम्मी से मांगता था वो मुझे तुरंत ला के दे देते थे | घर में रुपयों की कोई दिक्कत थी नही इसलिए मैं अपने दोतो को 2-3 दिन पार्टी दिया करता था | पापा मेरे इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में थे और मम्मी स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया में बैंक मेनेजर थी | दोस्तों मैं अपने स्कूल से लगाकर शहर तक आतंक मचा रखा था | मेरी कॉलेज में केवल एक ही लड़के से दोस्ती थी बाकी मैं कॉलेज में किसी से नही बोलता था | और जो भी मुझसे या मेंरे उस दोस्त से किसी प्रकार की बकचोदी करता था तो वो कुत्ते की तरह मारा जाता था | मेरी अपने शहर में उन लोगो ससे दोस्ती थी जिनका शर में नाम चलता था | मैं उनको अपने रुपयों के दम पर अपने कब्जे में कर रखा था | मैं उन सबको 2-3 दिन दारू और मुर्गा खिलाता-पिलाता था | इसलिए वो मेरे कहने पर कुछ भी कर सकते थे | एक दिन मैं और मेरा दोस्त अपने कॉलेज की क्लास कर रहे थे | तभी एक लड़की क्लास में आयी वो दूसरी क्लास की थी और सर से कुछ बुक लेके पूंछने आयी थी | मैं अपनी सीट पर सर रख कर लेता था तभी मेरे दोस्त ने कहा की भाई देख  क्या माल है | मैं उठा और देखा वह हम लोगो की तरफ अपनी बेक करके खड़ी थी | मैं उसकी कमर ही देखता रह गया क्या कमर थी उसकी एकदम सुराही | उसकी कमर बहुत चौड़ी थी और उसके चुतर भी एकदम गोल-गोल थे | मुझे उसकी सकल नही दिख रही थी और अब मुझे उसकी सकल देखनी थी | क्लास के सारे लड़के मेरी तरह उसको कुत्ते की तरह ताड़े जा  रहे थे | वो सर से पूँछ कर क्लास के बाहर निकल रही थी तभी मैंने अपने दोस्त को अपने साथ लिया और सर से पानी पीने के बहाने हम लोग क्लास के बाहर आ गये | वो सामने गैलरी में जा रही थी मैंने उसको आवाज लगे और वो रुक गई | मेरा दोस्त मुझे उससे बात करने से रोक रहा था पर मैं तेहरा हरामियो में से हरामी | मैं उसके पास जाके उससे  बात करने लगा | जब मैं उसके पास पहुँच तो मैं उसकी चेहरे की खूबशुरती देख कर हैरान रह गया | क्या खूबशुरती थी यारों उसकी एकदम आसमान से आयी पारी लग रही थी | मैं उसके पास जाके उससे बात करने लगा और उसके बारे मी थोड़ी डिटेल ली | उसका नया ही एडमिशन था और  वो 11 वीं में ही आर्ट साइड में थी | उसके पापा का हमारे ही शहर में ट्रान्सफर हुआ था इसलिए उसने अपना एडमिशन यहीं के कॉलेज में लिया था | जब वो मुझसे बात कर रही थी तब उसके गुलाबी होंठ एक दम पंखुड़ी की तरह कांप रहे थे | दोस्तों मैं उसकी खूबसूरती और उसकी सादगी पर फ़िदा हो गया था | मैंने उससे थोड़ी देर तक बात की फिर  मेरा दोस्त मुझे लेके चला आया |

अब मैं रात दिन उसके बारे में  ही सोंचता था और उसके ही ख्याल मुझे आते रहते थे | एक दिन मैं अपने शहर के दोस्तों के साथ के साथ मार्केट में टहल रहा था तभी मूझे वही लड़की रास्ते में अपनी मम्मी के साथ मार्केट में दिखी वो कुछ खरीद रही थी | मैं उसके पास गया और उसको है बोला उसने भी मुझे अच्छे से रिप्लाई दिया | तभी उसकी मम्मी उससे मेरे बारे में पूछने लगी तो उसने मेरा परिचय अपनी माँ को बताया मैं थोडा अपना इम्प्रैशन बनाना चाहा मैंने झट से ऊसकी मम्मी के पैर छु लिए उसकी मम्मी मेरा यह संस्कार देख कर खुस  हो गयी वो भी थोडा मुझपे इम्प्रेस हुयी | फिर वो अपनी घर चली गयी और मैं अपने दोस्तों के साथ मार्केट टहलने लगा | अगले दिन मैं अपने दोस्त के साथ कॉलेज गया | मैंने एक क्लास की फिर मैं अपने दोस्त को लेके क्लास के बाहर आ गया और मैं उसकी क्लास ढूँढ रहा था तभी मैंने देख की वो सामने से आ रही थी मैंने अपने दोस्त को तुरंत साइड में किया और जब वो मेरे पास आ गयी तो मैंने उसको रोका और कहा की तुमसे कुछ बात करनी है | वो रुक गई और कहा की हाँ बताओ क्या बात करनी है मैंने उसको कॉलेज की की कैंटीन में चलने को कहा वो मेरे साथ चल दी | हम लोग कैंटीन में बैठ गये | मैंने  पहले एक-एक काफी आर्डर की और हम ल्लोग अब कॉफ़ी पीते-पीते बाते काना शुरू कर दिया था | थोड़ी देर तक मैंने उससे बाते की फिर उसने मुझसे कहा की तुम कुछ पूंछने वाले थे | मैंने उससे कहा की यार तुम बुरा मत मानना मैं तुम्हे लाइक करता हू और जब से तुमको देखा है तब से मैं तुमसे प्यार करने लगा हूँ | वो थोड़ी देर तक शांत बैठी रही पर उसने थोडी देर में रिप्लाई किया की ठीक है तुम मुझे अच्छे लगते हो मैं भी तुम्हे तुम्हे पसंद करती हूँ | मैं बहुत खुस हुआ की चलो कम से कम एक मस्त लड़की तो हाथ में आयी | मैंने यह बात अपने दोस्त को बताई वो मेरी बात का विश्वास नही कर रहा था की मैंने उसे कैसे सेट कर लिया |

अब हम लोगो ने एक-दुसरे को अपने-अपने नंबर दे दिए थे और हम लोग अब रोज फोन पर बात किया करते थे |

एक  दिन मेरे कॉलेज में छुट्टी थी और मैं अपने  कमरे में लेट कर पोर्न विडियो देख रहा था तभी मेरे मन में मेरे माल का ख्याल आया | मैंने तुरन उसको फोन मिलाया और उससे शाम को मिलने को बोला | मैं तैयार होक शाम को अपने दोस्तों के साथ निकला वो मेरा एक दुकान पर वेट कर रही थी | मैंने उसको चोदने का प्लान बनाया था | मैंने अपने दोस्तों को अपने  पीछे रहने को बोला था | मैं उसे अपनी बाइक पर बैठाल कर शर की बाहर एक बंद फैक्ट्री थी उसी में ले के चला गया | वो मुझसे पूछने लगी की ये कहाँ ले आये हो मुझे मैंने उसको कहा की रुक तो जाओ अभी बताता हूँ | मैंने एक अच्छी जगह देख कर बाइक रोंक दी और मैं अपनी बाइक पर बैठकर उसके हाथ पकड़ कर सहला रहा था | फिर मैंने उसको किस करना  चाहा मैंने उसको अपने आप से चिपका लिया और उसके गुलाबी होंठो को अपने मुह में रखकर चूस रहा था | वो कुछ अपने आप को मूझसे दूर कर रही थी | अपने आप को मुझे से छुटा रही थी पर मैं जबरजस्ती उसको किस किये जा रहा था | मैं बहुत गरम हो गया था और मैं उसे अब चोदना चाहता था | मैं उसके कपडे निकलने लगा और वो मना कर रही थी की मुझे ये सब नही करना है पर मैं अपनी हवस के चक्कर में उसे चोदना चाहता था | फिर मैंने उसके साथ जबरजस्ती करने लगा | पर वो कुछ  ज्यादा ही मचल रही थी | मैंने अपने दोस्त को बुलाया और उसका पिस्टल लेके उसके सर पर रख दिया | मैंने उसको फिर जबरजस्ती कपडे निकाल कर निचे लिटा दिया और अपने भी कपडे निकाल कर उसके ऊपर चढ़ गया | मैंने उसके दोनों पैरों को फैला दिया और उसकी चूत में अपना लंड  डाल कर उसके ऊपर लेट गया और जोर-जोर से उसकी चूत में धक्के दिए जा रहा था और और वो अपने मुह से आह अहह अहह अहह अहह अहह अह्ह्ह अहः आहा आहा अह आहा अहुंह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह आह आहा अह अह अह आहा अह आहा अह अकी सिस्कारिया निकाले जा रही थी | थोड़ी देर के तक मैंने ऊसकी चूत में धक्का दिया और मुझे इतना मजा आ रहा था उसकी चूत चोदने में की मैं उसकी चूत में ही झड गया था | उस दिन मैंने  उसकी चूत को कम से कम तीन बार चोदा था | फिर उसको बैठाल कर मैंने उसको घर पर छोड़ दिया था |

तो दोस्तों ये थी मेरी कहानी | आशा करता हूँ की आप लोगो को पसंद आएगी |

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *