तेरी चूत का दीवाना

desi choot हेल्लो दोस्तों कैसे हो आप ? मैं आशा करता हूँ की आप लोग ठीक ही होंगे | मेरा नाम अंकुर है | मेरी उम्र 22 साल है | मैं बनारस का रहने वाला हूँ | मैं पढ़ाई करता हूँ | मेरी क्लास बी ऐ फस्ट इयर है | मेरे लंड का साइज़ 7 इंच मोटा 3 इंच है | ये कहानी मैं अपने दोस्तों के कहने पर लिख रहा हूँ | मैं अब आप लोगो का ज्यादा समय न लेते हुए सीधे अपनी कहानी पर आता हूँ |

ये कहानी कुछ दिन पहले की है | जब मैं अपने कॉलेज से घर जा रहा था | तो मुझे एक लड़की दिखाई दी वो दिखने में सेक्सी थी | मैं उसको देखता रहा और वो मुझे देख रही थी | फिर मैं अपने घर चला आया | घर आकर मैंने अपना बैग अपने कमरे में रख कर मम्मी से खाना निकालने को कहा और मम्मी ने मुझे खाना दिया | मैं खाना खाने के बाद अपने दोस्त को कॉल की और उसके साथ घूमने चला गया | जब मैं घूम कर अपने दोस्त के साथ आ रहा था | तो वो लड़की मुझे एक घर के छत पर दिखी और मैं उसे देखने लगा | कुछ देर तक उसे देखता रहा और उसने मुझे देखते हुए देख लिया | तब वो मेरी तरफ देख कर हँसने लगी | उसके बाद मैं अपने घर चला आया | घर आते आते रात काफी हो गयी थी इसलिए मैं अपने कमरे में जाकर सो गया | जब मैं सुबह उठा तो कॉलेज जाने के लिए तैयार हुआ और कॉलेज चला गया | कॉलेज से जब घर आ रहा था तब वो लड़की मुझे रास्ते में मिली तो मैंने उससे उसका नाम पूछा उसने अपना नाम पूजा बताया और मैंने उससे कहा की तुम क्या करती हो तो उसने बताया पढाई करती हूँ | मैं उसके साथ बाते करते हुए उसके घर तक आया | वो अपने घर में चली गयी और मैं अपने घर उसके बारे में सोचते हुए चला आया | दुसरे दिन फिर में कॉलेज जाते समय उसको देखते हुए जा रहा था की वो मुझे रस्ते में मिल गयी | तब मैं उससे बाते करते हुए उसको उसके कॉलेज तक छोड़ कर मैं अपने कॉलेज गया | अब हम रोज साथ में कॉलेज से घर जाते थे | सुबह मैं उसको पहले उसके कॉलेज तक छोड़ता था फिर अपने कॉलेज जाता | इस तरह से हम रोज मिलते और साथ में बाते करते हुए उसके घर तक जाते | अब हम कभी कभी साथ में लंच पर भी जाने लगे | इस तरह से हमरी दोस्ती प्यार में बदल गयी | अब हम रोज साथ में लंच करने लेगे थे | कभी कभी हम घूमने भी जाते थे | एक दिन की बात है जब मैंने उससे किस करने को कहा तो उसने मेरी होठो पर एक छोटी से किस कर दी जिससे मेरा मन उसे किस करने का करने लगा था | पर मैं क्या करता क्यकी मैं उस टाइम उसके साथ एक रेस्टोरेंट में था | इसलिए मैंने किस नहीं की | उसके बाद हम घर चले गये और मेरी रात में जब उससे बात हुई | तब मैंने उससे सेक्सी बाते करने लगा जिससे मेरा लंड खड़ा हो गया | रात को बात करने के बाद मैंने मुठ भी मारी | जब सुबह हुई तो मैं कॉलेज के लिए तेयार होकर कॉलेज के लिए निकला और पूजा के साथ बाते करते हुए कॉलेज उसको उसके कॉलेज तक छोड़ कर मैं अपने कॉलेज गया | फिर लांच टाइम मैं उसके साथ लांच पर गए | तब मैंने अपने दोस्त को कॉल की और पूछा तुम कहाँ हो | तब उसने बताया की मैं अपने रूम पर हूँ | मैंने अपने दोस्त से कहा यार मुझे तेरा रूम चाहिए था एक दिन के लिए तब उसने मुझसे पूछा क्या कम है | तो मैंने उससे कहा मिल कर बताता हूँ | फिर मैं अपने दोस्त से मिलने गया | तब मैंने उसे बताया की यार मुझे अपनी गर्लफ्रेंड को चुदना है इसलिए मुझे रूम चाहिऐ था | तब उसने कहा ठीक है जिसे दिन तुम मुझे बताओगे उसे दिन मैं रूम की चाभी तुम्हे देदुंगा | एक दिन की बात है जब मैं पूजा को लेकर दोस्त के रूम पर गया | तब मेरा दोस्त ने मुझे रूम की चाभी देकर वो बाहर चला गया |

फिर मैंने पूजा के लिए चाय बनाई और हमने चाय पी | फिर हम बैठ कर बात करने लगे | मैं पूजा की जांघों को सहलाने लगा जिससे वो मेरी तरफ देख करने हँसने लगी | कुछ देर बाद मैंने धीरे से उसकी कमर में हाथ डाल कर उसे अपनी और खीच कर उसकी होठो पर अपने होठ रख कर किस करने लगा | वो भी मुझे किस करने लगी | मैं उसके बूब्स को कपडे के ऊपर से सहलाने लगा और साथ में उसके बूब्स को दबाने भी लगा जिससे उसके मुंह से ऊउफ़्फ़ आआह्ह्ह ऊऊउह्ह्ह आअह्ह्ह्ह ईइह्ह्ह आअह्ह्ह्ह ऊह्ह्ह याआह्ह्ह ऊफ्फ्फ आह्ह्ह याह्ह्ह की सिसिकियाँ निकल गयी | मैं धीरे से उसकी होठो पर किस कर रहा और उसके बूब्स भी दबा रहा था | फिर मैंने उसके कपडे निकाल दिए | अब वो मेरे सामने सिर्फ़ ब्रा और पेंटी में थी | वो ब्रा और पेंटी में मस्त लगा रही थी | उसके बड़े बड़े बूब्स को अपने मुंह में रख कर चूसने लगा जिससे उसके मुंह से उह्ह्ह्ह अह्ह्ह उफफ्फ्फ्फ़ य्य्य्हह्ह्ह ऊओह्ह्ह ऊह्ह्हह्ह आअह्ह्ह्ह आअह्ह्ह्ह ऊफ्फ्फ्फ़ आआह्ह्ह उग्गफ्फ्फ्फ़ आअह्ह्ह्ह य्याआअ ऊफफ्फ्फ्फ़ आआह्ह्ह ऊफ्फ्फ आअह्ह्ह्ह करते हुए | वो अपने मुंह में ऊँगली डाल कर चूस रही थी | मैं उसके बूब्स को हाथ से दबाते हुए साथ में मुंह से चूस रहा था | वो ऊफ्फ्फ्फ़ अह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ आह्ह्ह्ह ऊओह्ह्ह्ह आअह्ह्ह्ह य्ह्ह्ह ऊफ्फ्फ य्याआअ आअह्ह्ह्ह की सिसिकियाँ ले रही थी | फिर मैंने उसकी टांगो को फेला कर उसकी चूत में अपना मुंह घुसा कर उसकी चूत को चूसने लगा | वो उफ्फ्फ आहाह्ह्ह उह्ह्ह आअह्ह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ आःह्ह करते हुए अपने बूब्स को मसल रही थी | धीरे धीरे मैंने उसकी चूत में अपनी ऊँगली भी घुसा दी जिससे उसके मुंह से हलकी हलकी आवाज में उफ्फ्फ आःह्ह उघह्ह्ह्ह ऊफफ्फ्फ्फ़ आह्ह्हह्ह उफ्फ्फफ्फ्फ़ अह्ह्ह्हह उफ्फ्फ्फफ्फ्फ़ आह्ह्हह्ह याह्ह्ह्ह उह्ह्हह्ह अह्ह्ह्हह ऊह्ह्ह्ह आह्ह्ह्ह उफ्फ्फफ्फ्फ़ आह्ह्ह्ह करते हुए अपने बूब्स दबा रही थी | फिर मैंने उसकी चूत में अपनी ऊँगली अन्दर बाहर करते हुए उसकी चूत को चाट रहा था | उसकी चूत में जोर जोर से ऊँगली को अंदर बाहर कर रहा था जिससे उसके मुंह से धीमी धीमी आवाज में ऊउफ़्फ़्फ़ आह्ह्ह्ह उफफ्फ्फ्फ़ अह्ह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ आह्ह्ह्ह उह्ह्हह्ह ऊह्ह्ह्ह ईइह्ह्ह आःह्ह उफ्फ्फ्फ़ आह्ह ऊउह्ह्ह ऊउफ़्फ़्फ़ ऊउह्ह्ह्ह ऊफ्फ्फ्फ़ आःह ऊउह्ह आःह्ह की सिसिकियाँ ले रही थी | कुछ देर तब मैं उसकी चूत में इसी तरह से ऊँगली करता रहा | फिर मैंने अपने कपडे निकाल दिए और उसने मेरे लंड को अपने हाथ में पकड़ कर हिलाने लगी | मैंने उसे अपने लंड को मुंह में लेकर चूसने को कहा | फिर उसने मेरे लंड को अपने मुंह में रख कर चूसने लगी | वो मेरे लंड को अन्दर बाहर करते हुए चूस रही थी जिससे मेरे मुंह से हलकी हलकी आवाज में ऊफ्फ्फ आह्ह्ह्ह उफ्फ्फ हहा ऊऊऊआ आह्ह्ह्ह उफ्फ्फ हा करने लगा | वो मेरे लंड को अन्दर बाहर करते हुए चूस रही थी | मैं उसका सर पकड कर मैंने उसके मुंह में धीरे धीरे धक्के मरने लगा जिससे वो उफ्फ्फ अह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ अह्ह्ह ऊह्ह्हह्ह्फ्फ़ आः ऊउह्ह आःह उफ्फ्फ्फ़ आःह ऊफ्फ्फ आह्ह्ह्ह य्य्ह्हह्ह की आवाज करते हुए | मेरे लंड को अपने मुंह से चूस रही थी | फिर मैंने उसके मुंह से अपने लंड को निकाल कर उसकी टांगो को फेला कर उसकी चूत के मुंह पर अपना लंड रख कर धीरे धीरे धक्के मरने लगा जिससे उसके मुंह से ऊफ्फ्फ्फ़ आह्ह्ह्हह्ह उफफ्फ्फ्फ़ अह्ह्ह्हह उफफ्फ्फ्फ़ अह्ह्ह्हह ऊओह्ह्ह्ह ऊह्ह्ह उफ्फ्फ आआ ऊउफ़्फ़्फ़ आह्ह ऊओफ़्फ़्फ़ ऊऊऊऊ आःह अह्ह्ह्हह ऊउह्ह्ह आह्ह्ह करते हुए चुद रही थी | मैं भी धक्को की स्पीड धीरे धीरे तेज करने लगा जिससे उसके मुंह से ऊऊऊग़आह्ह्ह्ह ऊफ्फ्फ आह्ह ऊउफ़्फ़्फ़ आःह ईऊऊ अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह ऊफ्फ्फ ओफ्फ्फ्फ़ आह्ह्ह करते हुए अपनी चूत सहला रही थी | मैं उसकी चूत में अपने लंड को अन्दर बाहर करते हुए चोद रहा था | कुछ देर में मैंने धक्के की स्पीड तेज कर दी जिससे धक्को की आवाज कमरे में घुजने लगी | वो अपनी चूत को सहलते हुए अपने बूब्स को मसल रही थी | में तेज धक्को के साथ उसको चोद रहा था | उसके मुंह से ऊऊऊऊ आह्ह्ह्ह ऊफ्फ आह्ह ऊऊफ़्फ़्फ़ आह्ह्ह ऊउफ़्फ़्फ़ आह्ह्ह उफ्फ्फ उह्ह्ह्ह ऊओफ़्फ़्फ़ ओह्ह्ह्ह ऊफ्फ्फ आःह की सिसिकियाँ निकल रही थी | कुछ देर तक इसी तरह से में उसको चोदता रहा | फिर उसकी चूत से अपने लंड को निकल कर उसके मुंह में डाल कर अन्दर बाहर करने लगा और मैं बेड पर लेट गया | फिर उसे अपने लंड पर बैठ कर चुदने को कहा | तब वो मेरे लंड पर बैठ कर चुदने लगी | वो मेरे लंड पर बैठ कर ऊपर नीचे होकर चुदने लगी और साथ में ऊउफ़्फ़्फ़्फ़ अह्ह्ह उफ्फ्फ अह्ह्ह उफ्फ्फ उफ्फ्फ ओह्ह्ह्ह ऊउफ़्फ़्फ़्फ़ ऊऊह्ह्ह आह्ह ऊउफ़्फ़्फ़ उह्ह्ह्ह आह्ह्हह्ह ऊह्ह्ह आह्ह करते हुवे चुद रही थी | फिर वो बोली की मैं झड़ने वाली हूँ | तब वो मेरे लंड पर से उठ कर जमीन में लेट गयी और मैं अपनी ऊँगली डाल कर उसकी चूत में अन्दर बाहर करने लगा जिससे कुछ ही देर में उसकी चूत से पानी निकल गया | फिर मैंने उससे बोला की मैं अभी नहीं झडा हूँ | तब उसने मेरे लंड को मुंह में रख कर चूसने लगी | वो मेरे लंड को मुंह में रख कर अन्दर बाहर कर रही थी जिससे कुछ ही देर में मेरे लंड ने सारा माल उसके मुंह में ही निकाल दिया और हम कपड़े पहन कर सोफे पर बैठ गए | फिर कुछ देर बाद मैंने कमरे में ताला लगा कर मैं अपने घर चला गया और पूजा अपने घर चली गयी |
मैं आशा करता हूँ की आप लोगो को मेरी कहानी पसंद आई होगी | कहानी पढने के लिए धन्यवाद् |

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