Chut chudai ki kahani, antarvasna
नमस्कार दोस्तों मेरा नाम राजेंद्र है और मैं झाँसी का रहने वाल हूँ | मैं सेक्स स्टोरीज का बहुत बड़ा शौक़ीन हूँ | मैंने सोंचा की क्यों ना मै आप लोगो तक अपनी जिन्दगी की एक सच्ची कहानी पहुचाऊ इसीलिए मैं आपके लिए ये कहानी लेकर आया हूँ | ये मरी पहली कहानी है मुझे आशा है की आपको कहानी अच्छी लगेगी | मैं एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करता हूँ और काम के सिलसिले में अक्सर मेरा बाहर आना-जाना लगा रहता है | ये कहानी कुछ दिन पहले की है जब मैं फ्लाइट से दिल्ली जा रहा था |
मैं जाकर फ्लाइट में बैठा तो मैंने देखा की मेरी पड़ोस वाली सीट पर एक बहुत ही खूबसूरत लड़की बैठी थी उसकी उम्र लगभग 24 साल होगी | उसका फिगर 30-28-32 होगा क्या कमाल लग रही थी वो | उसने ब्लू जींस और पिंक कलर का टॉप पहन रखा था | मैं बार-बार उसी को देख रहा था | वो भी मुझे देख रही थी और मुझे लाइन भी दे रही थी | मैंने उससे हेल्लो बोला और मैंने उससे उअका नाम पूछा उसने अपना नाम मुस्कान बताया | मैंने उससे पुछा की आप दिल्ली में ही रहती है तो उसने बताया की दिल्ली में उसकी बुआ जी का घर है और वो वहीँ जा रही है | उसने मुझसे पूछा की आप दिल्ली में ही रहते है तो मैंने उसे बताया की मेरी मीटिंग है | फिर हम दोनों काफी देर बातें करते रहे और हम दोनों की अच्छी दोस्ती हो गयी | हम दोनों को पता भी नहीं चला की कब हम दोनों दिल्ली पहुँच गए दिल्ली एयरपोर्ट पर हम दोनों ने एक दुसरे के नंबर एक्सचेंज किये | मैंने कहा की आपको कोई लेने आ रहा है की आप अकेले ही जाएँगी | उसने बताया की उसकी बुआ जी का लड़का उसको लेने आ रहा है | हम दोनों बहार निकले तो उसकी बुआ जी का लड़का बाहर ही खड़ा था | वो उसके साथ चली गयी और मैंने भी टैक्सी पकड़ी और मुझे जिस कम्पनी में जाना था वहां पहुंचा | मीटिंग के बाद मैंने एक होटल में रूम लिया और फिर मैंने उसको फोन लगाया | उसने फोन उठाया और हमारी बाहुत देर तक बात होती रही फिर मैंने उससे पुछा की तुम झाँसी कब वापस जाओगी | उसने बताया की वो 15 दिन के बाद झाँसी जायेगी | फिर मैं अगले दिन वापस झाँसी चला आया | अब हमारी रोज फोन पर बात होने लगी हम दोनों की बहुत सी आदते मिलती थी |
15 दिन के बाद वो जब झाँसी वापस आई तो उसने मुझे फोन किया और बताया की मैं झाँसी वापस आ गयी हूँ | उसने मुझसे कहा की राजेंद्र क्या हम दोनों मिल सकते है मैंने कहा क्यूँ नहीं बताओ कब मिलना है | उसने कहा कल मैं तुमको 10 बजे आकर मिलूंगी मैंने कहा ठीक है | अगले दिन हम दोनों एक रेस्टोरेंट में मिले हम दोनों पूरे दिन साथ में रहे और हम मूवी भी देखने गए | मूवी देखने के बाद मैं उसको अपनी बाइक से उसको घर छोड़ने गया जब मैंने उसको घर छोड़ा तो उसने मुझसे कहा राजेंद्र मुझे तुमसे एक बात कहनी है मैंने कहा क्या बात है | उसने मुझे आई लव यू बोला मैंने भी उसको आई लव यू टू कहा और फिर उसने मुझे किस किया और फिर वो चली गयी | उस दिन के बाद हम रोज मिलने लगे और फोन पे घंटो बातें करने लगे | मैंने एक दिन उससे कहा की क्या तुमने कभी सेक्स किया है तो उसने कहा नहीं मैंने कभी सेक्स नहीं किया है | मैंने उस दिन उसके साथ फोन सेक्स किया और बाथरूम में जाकर मुठ मारी | फिर हम रोज सेक्स चैट और फोन सेक्स करने लगे | मैंने एक दिन उसने कहा की मुझे रियल सेक्स करना है | तो मैंने कहा ठीक है | हमने मिलकर प्लान बनाया की तुम कल मेरे रूम पे आ जाना और अपने घर पे कुछ बहाना कर देना उसने कहा ठीक है | अगले दिन उसने अपने घर बता दिया की मैं अपने फ्रेंड के घर जा रही हूँ उसके भी की बर्थडे पार्टी है | उसके घर वाले मान गए उसने बताया की वो कल सुबह वापस आएगी | वो मेरे घर आई क्या कमाल की लग रही थी | वो आज सलवार सूट पहन कर आई थी | मैं तो उसको देखता ही रह गया फिर मैंने उसको अन्दर बुलाया और हम बैठ कर प्यार भरी बातें करने लगे | मैंने उसके लिए अपने हांथों से खाना बनाया था | हम दोनों ने साथ में बैठकर खाना खाया वो मुझे बहुत कातिल निगाहों से देख रही थी | मैं बहुत ही खुश था क्यूंकि मैं इतने दिनों से जो सपना देख रहा था आज वो पूरा होने वाला था | खाना खाने के बाद मैंने उसको अपनी बाँहों में भर लिया और उसको चूमने लगा |
मैंने उसको गोदी में उठा लिया और उसको अपने बेडरूम में ले गया | मैंने उसको अपने बीएड पे लिटा दिया और उसके गुलाबी होंठों का रसपान करने लगा कुछ देर उसके होंठों को चूमने के बाद मैंने उसका कुर्ता निकाल दिया और ब्रा के ऊपर से ही उसके बूब्स को सहलाने लगा | वो चुपचाप लेटी थी और मैंने उसके ब्रा को खोलकर उसके बूब्स को आजाद कर दिया | क्या मस्त बूब्स थे उसके एकदम सफ़ेद दूध जैसे मैं उसकी चूचियों को मैं मसलने लगा और फिर मैंने उसके निपल्स को अपने मुहँ में ले लिया और उनको चूसने लगा | उसके मुहँ से मादक सिसकियाँ निकलने लगी थी फिर मैंने उसके सलवार में हाँथ डाल दिया और उसकी चूत को सहलाने लगा | फिर मैंने अपने कपडे निकाल दिए और मैंने अपने लंड को निकाल कर उसके मुहँ के सामने कर दिया और उससे चूसने को कहा | वो मना करने लगी और कहने लगी की मैं नहीं चूसूंगी मुझे अच्छा नहीं लगता | मैंने उसको बहुत मनाया की चूसो तो बहुत मजा आएगा | मेरे बहुत कहने पर वो मान गयी और मेरे लंड को अपने मुहँ में लेल लिया | वो मेरे लंड को अपने मुहँ में डालकर चूसने लगी | मुझे बहुत ही मजा आ रहा था | मै उसके मुहँ में धक्के लगाकर उसके मुहँ को चोदने लगा | वो मेरे लंड को लोलीपॉप की तरह चुसे जा रही थी | थोड़ी देर बाद मैं उसके मुहँ में ही झड गया उसका पूया मुहँ मेरे माल से भर गया | वो मेरा सारा माल पी गयी और मेरे लंड को चाट कर साफ़ किया | उसके बाद मैंने उसकी सलवार निकाल कर उसकी पैंटी के ऊपर से ही उसकी चूत को सहलाने लगा और उसकी पैंटी निकाल दी | क्या मस्त चूत थी उसकी चूत पर हलके-हलके बाल थे | मैंने उसकी चूत में ऊँगली डाल दी और उसकी चूत में अन्दर-बहार करने लगा | वो गरम होने लगी थी फिर मैंने उसकी चूत में अपनी जीभ डाल दी और उसके चूत के दानो को अपनी जीभ से सहलाने लगा | वो मदहोश होकर मेरे सिर को अपनी चूत पर दबाने लगी | मैंने उसकी चूत में अपनी जीभ डाल दी और उसकी चूत को चाटने लगा मैंने लगभग उसकी चूत को 15 मिनट तक चाटा उसके बाद वो झड गयी | मैं उसका सारा पानी पी गया और उसकी चूत को चाट कर साफ़ किया | उसके बाद मैंने उसकी टांगो को फैलाया और उसकी चूत पे अपना लंड रख दिया और रगड़ने लगा |
वो मचल उठी उसने कहा की अप मुझे मत तडपाओ प्लीज अपना लंड डाल दो | मैं अपना लंड उसकी चूत में डालने लगा पर उसकी चूत बहुत टाइट थी मेरा लंड अन्दर नहीं जा रहा था | मैंने जोर से झटका लगाया और अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया | वो चिला उठी और मुझे लंड निकलने को कहने लगी | उसकी आँखों से आंसू निकलने लगे थे उसको बहुत दर्द हो रहा था | इउसकी चूत से खून निकलने लगा था | क्यूंकि वो अभी तक वर्जिन थी और उसकी मैंने आज सील तोड़ दी थी | मैं रुक गया और उसके बूब्स को सहलाने लगा और उसको किस करने लगा | कुछ देर बाद वो शांत हो गयी फिर मैंने धीरे से धक्के लगाने सुरु किये और उसकी चुदाई करने लगा | अब उसका दर्द कम हो चूका था और वो भी मेरा साथ देने लगी थी | मैं उसकी चूड़ी जोर-जोर से करने लगा और वो भी अपनी कमर चला कर चूत चुदवा रही थी | 20 मिनट तक उसकी चुदाई करने के बाद उसका शरीर अकड़ने लगा | मैंने धक्के और तेज कर दिए और वो थोड़ी देर बाद झड गयी | उसके झड़ने के बाद भी मैं उसको चोदता रहा और थोड़ी देर बाद मैं भी झड गया | उस दिन मैंने उसकी चार बार चुदाई की सुबह वो चल नहीं पा रही थी | उसकी चूत सूज गयी थी मैंने उसको ले जाकर दावा दिलाई और फिर उसको घर छोड़ा वो बहुत खुश थी | उस दिन के बाद मैंने उसकी कई बार चुदाई की उसको भी मेरे लंड का चस्का लग चुका था |