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मेरा नाम लता है मैं जबलपुर की रहने वाली हूं। मेरे पति के देहांत को काफी वर्ष हो चुके हैं और जब से उनका देहांत हुआ है मैंने अपने लड़के की देखभाल ख़ुद ही की है। मेरा लड़का अब कॉलेज में चला गया है उसका नाम रोशन है। वह बचपन से ही पढ़ने में बहुत अच्छा है इसलिए मैंने हमेशा ही उसकी पढ़ाई पर बहुत जोर दिया है, मैं चाहती हूं कि वह एक अच्छे मुकाम को हासिल करें और अपने जीवन में अपनी सफलताओं को हासिल कर इसीलिए मैंने रोशन की पढ़ाई पर पूरा ध्यान दिया है। एक बार मैं रोशन के कॉलेज में गई तो उसके कॉलेज में मेरी मुलाकात उसके प्रोफ़ेसर से हो गई, उनका नाम राकेश है, उनकी उम्र 35 वर्ष के आसपास है लेकिन उनकी बातों से मैं इतनी ज्यादा प्रभावित हुई की उस दिन मैंने उनका नंबर ले लिया और मैंने जब उनका नंबर लिया तो मुझे नहीं पता था कि हम दोनों की बातें इतनी ज्यादा बढ़ जाएगी की राकेश भी मेरी तरफ आकर्षित हो जाएंगे।
वह मुझ पर शादी के लिए दबाव बनाने लगे लेकिन मैं उनके साथ शादी नहीं करना चाहती थी क्योंकि रोशन को यह बात बहुत बुरी लगती और यदि मैं इस उम्र में आकर शादी करती तो कहीं ना कहीं सब लोग मुझ पर ही लांछन लगाते और मुझे ही गलत ठहराते इसलिए मैंने राकेश से बात की और कहा कि आप फिलहाल हमारी शादी के बारे में भूल जाइए, यदि मैं रोशन को अच्छे से समझा पाई तो शायद हम दोनों शादी कर पाएंगे। हम दोनों की मुलाकात को अभी कुछ ही समय हुआ है लेकिन वह मेरी हर बातों का ध्यान रखते हैं और मुझे राकेश के साथ अपना जीवन बिताने में कोई भी आपत्ति नहीं है लेकिन मैं पहले रोशन को समझाना चाहती हूं उसके बाद ही मैं राकेश के साथ शादी के लिए तैयार हो पाऊंगी। मेरी बातों को राकेश भी बहुत अच्छे से समझ गए और उन्होंने भी मेरे निर्णय को स्वीकार किया। राकेश ने भी शादी का कोई निर्णय नहीं किया था और जब उनकी मुलाकात मुझसे हुई तो उन्होंने शादी का निर्णय ले लिया, मुझे नहीं पता कि उन्होंने मुझ में ऐसा क्या देखा लेकिन उनकी उम्र मुझसे 10 वर्ष छोटी है इसलिए मुझे थोड़ा डर लग रहा था।
राकेश ने मुझे बहुत हिम्मत बंधाई और कहा कि आप बिल्कुल भी चिंता मत कीजिए यदि हम दोनों शादी कर लेंगे तो मुझे आपके साथ रहने में कोई भी आपत्ति नहीं है, मैं रोशन को भी एक्सेप्ट करने को तैयार हूं। मुझे राकेश के विचार और उनकी बातें बहुत ही पसंद आती हैं, मैं जब भी राकेश के साथ बैठी होती हूं तो वह मुझे अपनी बातों से बहुत ही हंसाते हैं और मुझे भी बड़ा अच्छा लगता है जब मैं उनके साथ समय बिताती हूं। मैंने अब तक यह बात रोशन को नहीं बताई थी इसीलिए मैं उनसे चुपके से मिलती थी और मैंने अपने रिश्ते को भी किसी के सामने नहीं आने दिया था। मैं अपने पति की जगह पर ही नौकरी करती हूं, उनके देहांत के बाद मुझे ही उनकी जगह नौकरी मिल गई। एक दिन राकेश ने मुझे फोन किया और कहने लगे आज मैं आपसे मिलना चाहता हूं क्योंकि काफी समय हो चुका है हम दोनों को एक दूसरे से मिले हुए। हम लोग सिर्फ फोन पर ही बात करते हैं, मैंने राकेश से कहा कि आज तो मैं आपसे नहीं मिल पाऊंगी क्योंकि रोशन घर पर आ चुका है, मैं आपसे कल मिल लेती हूं। वह कहने लगे कोई बात नहीं आप मुझसे कल मिल लेना, आपको जब भी समय मिले तो आप मुझे फोन कर देना, मैं आपसे मिलने के लिए आ जाऊंगा। मैंने अगले दिन जब राकेश को फोन किया तो वह कहने लगे हम लोग कहीं बाहर मिलते हैं, मैंने उनसे कहा कि नहीं आप घर पर ही आ जाइए कुछ देर आप रोशन के साथ भी समय बिताएंगे तो वह भी आपको अच्छे से समझ पाएगा इसीलिए राकेश घर पर आ गए, उस समय रोशन भी घर पर था। जब वह रोशन के साथ बैठे हुए थे तो मैं यह देखकर बहुत खुश हो रही थी कि वह रोशन के साथ कितना अच्छा समय बिता रहे हैं और रोशन को भी एक पिता का सहारा मिल रहा है। राकेश ने रोशन के साथ काफी देर तक समय बिताया। मैं जब राकेश के साथ बैठी हुई थी तो मैं राकेश से कहने लगी कि क्या तुम वाकई में रोशन और मुझे एक्सेप्ट करने को तैयार हो, वह कहने लगे इसमें कोई भी दोहराए नहीं है मैं तुम दोनों को एक्सेप्ट करने को तैयार हूं, मुझे कोई आपत्ति नहीं है और ना ही मैं किसी के बारे में सोच रहा हूं, मुझे तो सिर्फ तुम से प्रेम है और मैं तुम्हारे साथ ही जीवन बिताना चाहता हूं।
मैंने उसे उस दिन बहुत ही अच्छे से समझाया और कहा कि मेरी उम्र तुम से 10 वर्ष बड़ी है, यदि तुम मुझसे शादी कर लेते हो तो तुम बहुत ही दुखी रहोगे, तुम्हें तो कोई भी लड़की मिल जाएगी। वह कहने लगे मैंने जितना भी समय तुम्हारे साथ बिताया है मुझे तुम्हारे साथ समय बिताना बहुत अच्छा लगा और हम दोनों के खयालात एक जैसे मिलते हैं इसी वजह से मैं तुम्हारी तरफ ज्यादा आकर्षित हो पाया हूं और मुझे तुम्हारे साथ जीवन बिताने में कोई आपत्ति नहीं है, यदि तुम मेरा साथ दो तो मैं तुमसे कल ही शादी करने को तैयार हूं। जब यह बात उस दिन राकेश ने मुझसे कहीं तो मुझे ऐसा लगा कि शायद वह मुझसे बहुत ज्यादा प्रेम करता है और मैं उससे बहुत ही प्रभावित हुई, मुझे भी उसके साथ समय बिताना अच्छा लगता है। उस वक्त रोशन ने मुझसे पूछा कि मम्मी में बाहर जा रहा हूं मैंने उसे बाहर भेज दिया। राकेश और मै घर पर ही थे, राकेश मेरे साथ ही बैठा हुआ था मैंने काफी सालों से किसी के साथ सेक्स नहीं किया था लेकिन उस दिन मेरी इच्छा होने लगी थी। जब राकेश ने मेरा हाथ पकड़ा तो मुझे भी ऐसा लगा हम दोनों को सेक्स करन चाहिए मैंने राकेश सेक्स को लेकर पहल की हम दोनों ही बेडरूम में चले गए। जब राकेश ने मेरे कपड़े खोले तो मैं काफी सालों बाद किसी के सामने नग्न अवस्था में थी। जब राकेश ने मेरे होठों को चुमा तो मुझे बड़ा अच्छा महसूस हुआ। कुछ देर बाद राकेश ने मेरे स्तनों का भी रसपान बड़े ही प्यार से किया मैंने राकेश के मोटे से लंड को अपने मुंह में लेकर सकिंग करना शुरू किया मुझे ऐसा लगा जैसे कितने सालों बाद मैंने किसी के लंड को अपने मुंह में लिया है और मुझे बड़ा आनंद आ रहा था राकेश का पानी टपकने लगा।
उसने मुझे कहा हम दोनों 69 पोज में बन जाते हैं उसने जैसे ही मेरे मुंह के अंदर अपने लंड को डाला तो मैं बड़े अच्छे से उसके लंड को चूस रही थी और वह भी मेरी योनि को चाट रहा था। जब मेरी चूत से बहुत पानी बाहर की तरफ निकले लगा तो मैंने उसे कहा अब तुम मेरी योनि के अंदर अपने लंड को डाल दो। राकेश ने मेरे दोनों पैरो को खोला और धीरे से उसने मेरी योनि पर अपने लंड को टच किया, मैं बहुत ज्यादा मजे में आ गई। जैसे ही राकेश का लंड मेरी योनि के अंदर प्रवेश हुआ तो मेरी चीख निकल गई क्योंकि इतने सालों बाद किसी ने मेरी योनि के अंदर अपने लंड को डाला था इसलिए मैंने भी उसका पूरा साथ दिया और अपने दोनों पैरों को मैंने चौड़ा कर लिया। वह जिस प्रकार से मुझे झटके देता मुझे ऐसा लग रहा था जैसे कितने समय बाद मेरी इच्छा पूरी हो रही है मैं उसका पूरा साथ दे रही थी, राकेश का वीर्य गिरने वाला था उसने मेरे स्तनों पर अपने वीर्य को गिरा दिया। मैंने जब स्तनों से उसके वीर्य को साफ किया तो उसके बाद उसने मुझे उल्टा करते हुए मेरी गांड के अंदर उंगली डालनी शुरू कर दी ऐसा करते करते उसने मेरी गांड के अंदर अपने मोटे लंड को डाल दिया। जैसे ही उसका मोटा लंड मेरी गांड के अंदर गया तो मैं दर्द से कराहाने लगी लेकिन मुझे अच्छा भी महसूस हो रहा था। मैंने उसके लंड से अपनी गांड को टकराना शुरू कर दिया और बड़ी ही तेजी से मैं भी उसकी तरफ अपनी गांड को धकेलने लगी। वह बड़े मूड में था और मुझे भी बड़ी तेज गति से वह झटके दे रहा था जिस प्रकार से उसने मुझे झटके दिए मैं तो बिल्कुल ही उन झटको को बर्दाश्त नहीं कर पाई। मेरी गांड से ज्यादा गर्मी निकलने लगी जैसे ही राकेश का वीर्य मेरी गांड के अंदर गिरा तो वह मुझे कहने लगा मुझे तो मजा आ गया। हम दोनों ने अभी तक शादी तो नहीं की लेकिन हम दोनों के बीच में सेक्स होने लगा।