desi sex stories, antarvasna
एक मार्केटिंग कंपनी मे लोग कैसे होते हैं ? आपको अगर नहीं पता तो जान लीजिये कि जो साहब होते हैं वो लोग सही होते हैं क्यूंकि उनको दुसरे लोगों की गांड में ऊँगली करने का रोज़ मौका मिलता है | पर जो लोग छोटे होते हैं जैसे सप्लायर हेल्पर और ड्राईवर उन लोगों की गांड सबसे ज्यादा मारी जाती है | क्यूंकि ये बेचारे हरामी होते हैं माल चोरी करते हैं और अगर पकडे गए तो नौकरी से हाथ धोना पड़ता पड़ता है नहीं तो सेल्समेन और साहब और डिस्ट्रीब्यूटर सब इनकी गांड आये दिन मारते रहते हैं | ये मेरी कहानी है और मैं भी एक सप्लायर हूँ | मेरा नाम मनोज है और मैं हर दिन अपने काम के प्रति ईमानदार रहता हूँ | मेरा दिन का काम है सप्लाई पर जाना और उसके बाद दुकानदारों की गांड मारना और जब वापस आने का समय हो जाये तब पुट्ठे चोरी करके बेच देना | ये तब की बात है जब मैं पकड़ा नहीं गया था | पर जिस दिन मुझे ये सब करते हुए पकड़ लिया गया तब मैंने सोचा कंप्यूटर मैं जो लड़के बिलिंग करते हैं उनके साथ सेटिंग करके अपन माल ही चोरी कर लेते हैं थोडा थोडा |
हमारे एजेंसी में जो भैया हैं वो बहुत सही इंसान हैं क्यूंकि उनके साथ बैठ के हम लोग पी लेते हैं और बकचोदी भी कर लेते हैं | पर जब वो चिल्लाने पर आते हैं तब किसी को नहीं देखते | एक दिन सुनील मटोले और गोविंदा मोबाइल खेल रहे थे और सुबह का समय था जब गाड़ी में माल लोड करना रहता है | पर ये लोग मोबाइल खेल रहे थे उतने में भैय्या आ गए और उन्होंने एक बार बोला गाड़ी लोड कर लो | इन लोगों ने उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया और ये लोग अपने में लगे रहे | उतने में भैय्या का मुंडा खिसक गया और उन्होंने जो गरियाना चालु किया है तो उन लोगों की मैय्या चोद डाली तरीके से | मैं भी उस दिन थोडा लेट हो गया तो भैय्या गुस्से में ही थे और उन्होंने मुझे भी कह दिया सुन बे मनोज ढंग से काम करने है तो कर नहीं तो निकल जा यहाँ से | मैंने कुछ नहीं कहा और मेरी गाड़ी एक दिन पहले ही लोड हो जाती है इसलिए मैंने गाड़ी उठायी और निकल गया | अब मैं सदर में माल सप्लाई कर रहा था तभी एक दुकानदार ने मुझे एक टोकरी दी और मैंने उसमे माल दिया और उसके काउंटर पर रख दिया |
उसके बाद मैंने देखा कि दुकानदार का तो ध्यान इस तरफ है ही नहीं तो मैंने सोचा बाबा इस टोकरी को पार कर लिया जाए | मैंने वैसा ही किया पर मुझे पता ही नहीं था कि पर मुझे पता नहीं था कि उसकी दूकान में कैमरा लगा हुआ है | मैं उस कैमरे में कैद हो गया और एक दिन बाद उसने ये रिकॉर्डिंग मेरे सेल्समेन को दे दी और उसके बाद उसने अपने बड़े साहब को दे दी | सहाद आनन फानन में गोदाम आये और कहा भैय्या इसने चोरी की है अपनी बदनामी करवाई है इसको हटा दो काम से | भैय्या बोले हुआ क्या है आखिर | उन्होंने वो रिकॉर्डिंग उनको भी दिखाई और उन्होंने कहा क्यूँ बे मनोज क्या देख रहा हूँ मैं ये सब ? मैंने कहा भैय्या मैं नहीं हूँ उसमे | उन्होंने कहा तो फिर क्या तेरा भूत है झूट बोलता है साले | मैं लड़ गया और कहने लगा नहीं भैय्या मैंने नहीं चुराई है टोकरी | उन्होंने कहा ठीक है नहीं चुराई है ना तो फिर भी तू उनको नयी टोकरी खरीद कर देगा | मैंने कहा भैया जब मैंने किया ही नहीं है फिर भी मैं उनको क्यूँ दूँ |
भैय्या बोले कुछ भी कर पर दे और तू ही देने जाएगा समझा | मैंने सोचा अगर मैं गया तो मुझे पड़ेगी मार | इसलिए मैंने अपने एक चेले को कहा भाई एक टोकरी घर में पड़ी है तू इस दूकान पर जाके दे देना | वो दे आया और उसके बाद से मैं उस दूकान पर कभी नहीं गया | फिर एक दिन उसी सदर मार्किट में एक दूकान है अग्रवाल की और उसकी दूकान में एक मस्त भौजी बैठती है | मैं उसके पीछे कई दिनों से लगा हूँ और उसको शायद पता है या नहीं पर मैंने उसको एक बार नंगा देखा है | हुआ ये था कि उसकी दूकान पर कोई नहीं था और एक गेट पीछे भी है जहाँ पर हमको कभी अभी माल छोड़ना पड़ता है | मैं उसी गेट पर गया और मैंने देखा भौजी कपडे बदल रही थी | उसके दूध लटक रहे थे और उसके दूध काफी बड़े थे | मेरा लंड तुरंत टाइट हो गया था | वो एक दम गोरी और मलाई जैसी कोमल थी | पढ़ी लिखी भी थी और मैं भी उसके सामने अपनी होशियारी झाड़ता था पर होता कुछ भी नहीं था |
कुछ दिन से मैं उसके सामने जाने से कतरा रहा था क्यूंकि मुझे लगा था कि भौजी ने मुझे उनको देखते हुए देख लिया है | पर इस बार जब मैं गया तो वो बिलकुल नार्मल थी और मुझे कुछ भी नहीं कहा | मेरी गाडी में एक छोले ५० ग्राम का पिके एक्स्ट्रा आ गया था जिसे मैं बेचने जा रहा था | मैंने वो भी निकाला और भौजी से कहा ये मैं आपके लिए लाया हूँ किसी को बताना मत फ्री दे रहा हूँ आपको | उन्होंने कहा मुझपे इतनी मेहेरबानी क्यूँ | मैंने कहा इसको कहीं और बेच देता इससे अच्छा आप रखलो आप माल भी ज्यादा लेते हो और आपकी दूकान अच्छी चलती है इसलिए रखलो | मैंने उसके बाद कहा बाकी चाय आप बाद में पिला देना इसके बदले में | भौजी ने अच्छा रुको थोड़ी देर और वो अन्दर से चाय बना कर ले आई और चाय पीते हुए उसने मुझे देखा और कहा क्यूँ आज कल पीछे वाले गेट पर नहीं आते | मैंने कहा अरे परसों वहीँ तो माल रखके गया था | उन्होंने कहा अच्छा और उसके पहले दिन… वैसे मेरे दूध अच्छे हैं ना बड़े बड़े मुट्ठ मारा था देखने के बाद |
इतना सुनके मेरे मुंह से चाय बहार निकल आई और मैंने कहा क्या ? उन्होंने कहा सुन बे मुझे सब पता है और उस दिन अगर तू थोड़ी सी हिम्मत करके अन्दर आ जाता तो शायद मैं तुझे चोदने भी दे देती | मैंने कहा बस ऐसा ही तो मैं नहीं चाहता था ना | मुझे आपको इत्मीनान से चोदना है बड़े प्यार से आपका रस पीते हुए | उसने कहा ठीक है तो फिर आ जाना जिस दिन मन हो पर इसी टाइम पर आना और तीन घंटे के बाद ही जाना | मैंने कहा ठीक है और उसके बाद तो मुझसे रहा ही नहीं जा रहा था | मैं अगले दिन ही भैया के पास गया और उनसे कहा भैया आज कुछ काम है इसलिए आज मैं नहीं आ पाउँगा | भैय्या ने कहा ठीक है कल से आ जाना | मैं सीधा पहुंचा उसकी दूकान और वो कहने लगी सुबह से ही मेरी चुदाई करने लग जाओगे क्या ? मैंने कहा अरे छोडो यार सब अन्दर चलो | उसने कहा ठीक है पर याद है ना तीन घंटे तक जाने नहीं दूंगी | मैंने कहा अरे चलो तो फिर देखते हैं | वो मुझे अन्दर ले गयी और वहां उसने कहा चल अपने कपडे उतार |
मैंने कहा अभी नहीं पहले मैं तुझे नंगा करूँगा और तेरे मस्त मोटे दूध पियूँगा | उसने कहा ठीक है आजा मेरे पास | मैंने उसका ब्लाउज खोला और उसके नीले ब्रा के ऊपर से ही उसके बड़े दूध को चूमना शुरू कर दिया | उसके बाद मैंने उसका ब्रा खोला और उसके बड़े दूध के बड़े निप्पल को चूसना शुरू कर दिया और वो सिस्कारियां लेने लगी | उसके बाद ना जाने क्या मस्त अदा के साथ उसने अपनी पूरी साडी उतारी और अपनी पेंटी भी उतार दी | मैं तो उसके भरे बदन को देखता ही रह गया और इतने में उसने मेरे कपडे उतार दिए और मुझे नंगा कर दिया | उसने कहा वाह तेरा लंड तो मस्त कला है और मोटा भी | मैंने कहा ठीक है पर इसको मुंह में भी ले लो जल्दी से | उसने तुरंत मेरा लंड मुंह में ले लिया और उसके बाद वो उसे ऐसे चूसने लगी जैसे उसमे से लस्सी निकल रही हो | फिर क्या था बस उसने चूसते हुए मेरे लंड से माल निकलवा दिया और उसके बाद वो मुझसे कहने लगी अब मुझे चूसो |
मैंने उसकी चूत चाटी और उसको दो बार झड़ा दिया | उसके बाद मैंने उसकी चूत पर अपना लंड टिका दिया और एक बार में अन्दर घुसा दिया | उसके बाद वो मुझे कहने लगी जोर से करो और मैंने उसकी चूत में इतनी जोर जोर से लंड पेलना चालु कर दिया कि उसकी चीख निकल गयी | उसके बाद मैंने उसकी चूत को तरीके से मारा और वो पागल हो गयी और उसे मेरा लंड भा गया | अब बस उसकी गांड मेरा निशाना है जिसमे मारना बाकी है |