Hindi sex story, Kamukta हमारे परिवार में आए दिन झगड़े ही होते रहते हैं जिसकी वजह से मैं घर में कम ही रहता हूं हम लोग ज्वाइंट फैमिली में रहते हैं और मेरे चाचा का परिवार भी हमारे साथ रहता है लेकिन हम लोगों के बीच में बिल्कुल भी नहीं बनती परंतु उसके बावजूद भी मेरे पिताजी और चाचा साथ में रहना चाहते हैं। मेरी मम्मी और मेरी चाची के तो बहुत झगड़े होते हैं वह लोग एक दूसरे से बात भी नहीं करते इसलिए मैं घर पर कम समय बिताता हूं ज्यादातर समय मैं अपने पड़ोस में रहने वाले अपने दोस्त गोलू के घर पर ही रहता हूं। गोलू का नाम रविंद्र है लेकिन सब लोगों उसे गोलू की कहते हैं गोलू से मेरी दोस्ती बचपन से ही है एक दिन मुझे गोलू कहने लगा यार कॉलेज पूरा हुए इतना समय हो चुका है लेकिन अब तक कहीं जॉब भी नहीं मिल पा रही है।
मैंने उसे कहा क्यों तुम इस चीज की चिंता कर रहे हो जॉब लग तो जाएगी और वैसे भी कौन सा तुम्हें किसी चीज की कमी है गोलू कहने लगा कमी तो किसी चीज की नहीं है लेकिन फिर भी जॉब तो करनी ही पड़ेगी यदि अपने पैरों पर नहीं खड़े होंगे तो सब लोग क्या कहेंगे। मैंने गोलू से कहा तुम भी बेवजह की चिंता करते हो इतना ज्यादा नहीं सोचा करते सब कुछ सही हो जाएगा गोलू कहने लगा लेकिन तुम ही बताओ ऐसे कैसे सही हो जाएगा और तुम्हारे घर में तो तुम्हें मालूम हीं है कि कितनी समस्याएं हैं। मैंने गोलू से कहा यार कहीं से कुछ पैसों का बंदोबस्त हो जाता तो हम लोग अपना ही कोई कारोबार शुरू कर देते गोलू कहने लगा मैं इस बारे में मामा से बात कर सकता हूं यदि तुम कहो तो कल ही मैं मामा से मिलने के लिए जाता हूं वह हमारी मदद जरूर करवाएंगे। मैंने गोलू से कहा क्यों ना मैं भी कल तुम्हारे साथ चलूं गोलू कहने लगा इससे अच्छा क्या हो पाएगा तुम भी मेरे साथ ही चलो हम दोनों मामा जी से बात कर लेंगे मामा जी बहुत ही अच्छे हैं वह जरूर हमारी मदद करेंगे।
अगले दिन हम दोनों ने गोलू के मामा के घर जाने का प्लान बना लिया जब मैं सुबह के वक्त तैयार हो रहा था तो ना जाने किस बात को लेकर मेरी मम्मी और मेरी चाची के बीच झगड़ा हो रहा था मैं तो हमेशा के झगड़ों से परेशान हो चुका था। मैं सोचने लगा ना जाने इनके झगड़े कब खत्म होंगे पिताजी और चाचा क्यों नही एक दूसरे से अलग हो जाते तभी जाकर दोनों परिवार को शांति मिलेगी लेकिन पापा और चाचा तो चाहते ही नहीं थे अलग होना। मैं भी जल्दी से तैयार हो गया और वहां से गोलू के घर पर गया गोलू भी तैयार हो चुका था गोलू कहने लगा चलो फिर अब हम लोग निकलते हैं। हम दोनों मेरी बाइक से गोलू के मामा के घर चले गए गोलू के मामा काफी अमीर हैं और उनकी आर्थिक स्थिति बहुत ही अच्छी है गोलू ने मुझे उनसे मिलाया तो मुझे बहुत अच्छा लगा क्योंकि पहली बार ही मैं उसके मामा से मिला था। वह मेरी बातों से बहुत प्रभावित थे मैंने गोलू के मामा के सामने अपना प्रोजेक्ट रखा और कहा कि मामा जी हमें कुछ पैसे चाहिए थे यदि आप मदद कर देते तो हम आपको ब्याज समेत पैसे लौटा देंगे। वह कहने लगे बेटा यदि तुम दस पंद्रह दिन रुक सको तो मैं तुम्हारे लिए पैसों का बंदोबस्त करवा देता हूं गोलू कहने लगा मामा जी आप देख लीजिएगा। मेरे कॉलेज को भी कंप्लीट हुए काफी समय हो चुका है और अब तक मैं कोई भी काम नहीं कर पा रहा हूं इसलिए मैं चाहता हूं कि जल्द से जल्द हम लोग कोई काम शुरू कर पाए। गोलू के मामा ने मुझे पूरी तरीके से आश्वासन दिया और कहा बेटा तुम चिंता मत करो सब कुछ जल्दी ही हो जाएगा तुम मुझे 10 से 15 दिन का समय दो उन्होंने मुझे जब यह कहा तो मैंने मामा जी से कहा मामा जी मैं 15 दिन बाद आपसे मिलने के लिए आता हूं। हम दोनो वहां से घर लौट आए जब हम लोग घर पहुंचे तो मैंने गोलू से पूछा तुम्हें क्या लगता है मामा जी हमारी मदद करेंगे। गोलू कहने लगा क्यों नहीं मामा जी ने एक बार यदि हम दोनों की मदद का भरोसा दिलाया है तो वह जरूर मदद करेंगे तुम बिल्कुल भी चिंता मत करो हम लोग कुछ दिनों बाद मामा जी से मिलने के लिए चले जाएंगे और मैं बीच में एक बार उन्हें याद भी जला दूंगा।
मैंने गोलू से कहा हां तुम उन्हें एक बार याद भी दिला देना ताकि हमारा काम आसान हो सके और फिर हम लोग मामा जी से मिलने के लिए चले जाएंगे। हम दोनों ने मामा जी से मिलने का फैसला कर लिया था और बीच में गोलू ने भी एक बार मामा जी को फोन किया था हम लोग करीब 15 दिन बाद मामा जी से मिलने के लिए गए। जब हम लोग मामा जी से मिलने गए तो उन्होंने कहा बेटा मैं तुम्हें यह पैसे दे रहा हूं लेकिन तुम लोग मुझे हो पैसा कब लौटाओगे। मैंने मामा जी से कहा मामा जी हम आपको हर महीने पैसे लौटाते रहेंगे उन्होंने उस वक्त हमारी मदद की और हम दोनों ने अपना काम शुरू कर लिया। हम दोनों ने पेपर प्लेट बनाने की मशीन ले ली और उसके बाद हमने एक जगह देखकर वहां पर काम शुरू कर दिया क्योंकि सारा काम बड़े ही अच्छे तरीके से होना था इसलिए हम दोनों उसके ऊपर पूरी मेहनत करने गए। हम लोगों ने कुछ लड़के और लड़कियां भी रख ली थी जो कि मार्केटिंग का काम किया करते थे शुरुआत में तो हम दोनों को इतना अच्छा रिस्पांस नहीं मिला लेकिन धीरे धीरे सब कुछ ठीक चल रहा था और हमारे गोदाम से माल भी अच्छा खासा जाने लगा। सब कुछ बहुत ही अच्छे से चल रहा था और गोलू और मैं बहुत खुश थे मैं अब अपने घर पर कम ही रहा करता था मैंने एक दिन गोलू से कहा यार मेरा कभी कबार घर पर रहने का मन नहीं होता है लगता है कि कहीं अलग रहने के लिए चले जाऊं क्योंकि घर में हर रोज झगड़े होते हैं।
मैं उन झगड़ों से बहुत ज्यादा परेशान हो चुका हूं मेरा बिल्कुल भी घर में मन नहीं लगता। गोलू ने मुझे कहा मेरे एक दोस्त का फ्लैट खाली है यदि तुम कहो तो मै उससे बात कर लेता हूं हम लोग वहीं पर रहने की सोच लेंगे। मैंने गोलू से कहा क्या तुम मेरे साथ रहोगे गोलू कहने लगा मैं तुम्हारे साथ तो नहीं रह पाऊंगा लेकिन कभी कबार तुम्हारे साथ रुक जाया करूंगा मैंने गोलू से कहा हां यार तुम उससे बात कर लो। गोलू ने उससे बात कर ली जब उन्होंने बात की तो मैं वहीं पर रहने लगा मैं अपने घर बहुत ही कम जाया करता था क्योंकि घर में झगड़ो की वजह से काम करना मुश्किल हो जाता था इसीलिए मैं उस फ्लैट में रहने लगा। सब कुछ बड़े ही अच्छे से चल रहा था मैं कभी कबार घर पर चले जाया करता था और मैंने अपने पिताजी को बता दिया था कि मैं अपने काम में बिजी हूं इसलिए घर कम ही आ पाऊंगा। उन्होंने कहा कोई बात नहीं बेटा तुम अपना काम करो, हम दोनों को काम करते हुए एक साल होने वाला था तो मैंने गोलू से कहा यार एक साल में जिंदगी कितनी बदल चुकी है। मैंने कभी उम्मीद भी नहीं की थी कि इतनी जल्दी सब कुछ बदल जाएगा लेकिन सब कुछ हमारे जीवन में ठीक हो गया हैं गोलू कहने लगा हां यार यह सब हम दोनों की मेहनत की ही बदौलत हुआ है और यदि मामा जी हमारी मदद नहीं करते तो शायद हम लोग काम भी शुरू नहीं कर पाते। हम लोगों का काम भी अच्छे से चलने लगा है और हमने मामा जी को भी पैसे लौटा दिए हैं। गोलू और मैं साथ में बैठे हुए तो गोलू कहने लगा यार अब तो हमारे पास सब कुछ आ चुका है लेकिन बस जीवन में एक लड़की की कमी है।
मैंने उसे कहा यार आज किसी कॉलगर्ल को बुला लिया जाए हम दोनों ने कभी भी किसी कॉलगर्ल को नहीं बुलाया था। उस दिन हम दोनों ने एस्कॉट सर्विस ऐंजसी को फोन किया और कॉल गर्ल को बुला लिया। हमारे पास वह लड़की आई तो उसे देखकर हम दोनो एक दूसरे से कहने लगे यार क्या गजब का माल है गोलू भी खुश था और मुझे भी बहुत अच्छा लग रहा था। हम लोगों ने उसका नाम पूछा उसका नाम सविता था वह कहने लगी तुम्हें जो करना है कर लो मैं तुम्हें खुश कर के ही जाऊंगी। मैंने उसके कपड़े उतारे और गोलू से कहा पहले तुम जाओगे या मैं जाऊं गोलू कहने लगा तुम ही चले जाओ। मैं उसे अंदर रूम मे लेकर गया तो मैंने उसे कहा तुम मेरे लंड को अपने मुंह में लो ना वह मेरे लंड को अपने मुंह में लेने लगी और उसे चूसने लगी। उसे मेरे लंड को अपने मुंह के अंदर लेना बहुत अच्छा लग रहा था वह बड़े अच्छे से उसे सकिंग कर रही थी उसके अंदर की गर्मी बढ़ने लगी थी।
मैंने जैसे ही उसकी योनि के अंदर अपने लंड को प्रवेश करवाया तो वह उत्तेजित हो गई और मुझे कहने लगी मुझे तेज धक्के दो। मैंने उसे बड़ी तेजी से धक्के मारने शुरू किए मुझे उसे धक्के देने मे मजे आते उसका पूरा शरीर हिल जाता। वह मुझे कहती मेरा पूरा शरीर हिल रहा है मुझे बहुत मजा आ रहा है मैंने उसे नहीं छोड़ा और बड़ी तेजी से मैं उसे धक्के मारता। मुझे उसे धक्के मारने में बहुत आनंद आता जब हम दोनों के अंदर की गर्मी कुछ ज्यादा ही बढ़ने लगी तो मैंने अपने वीर्य को उसके स्तनों पर गिरा दिया और रूम से बाहर आ गया। गोलू मुझसे पूछने लगा कैसा लगा मैने उसे कहा आज तो मजा आ गया फिर गोलू उसे लेकर चला गया। गोलू ने भी उसके बदन के जमकर मजे लिए करीब 10 मिनट बाद वह बाहर आया तो कहने लगा यार आज तो मजा आ गया। हम लोगों ने रात भर सविता को अपने साथ ही रखा और उसे बडे मजे आए। हम दोनों को उसे चोदने में बड़ा मजा आ रहा था मेरे अंदर की गर्मी तो इतनी ज्यादा बढ़ गई थी कि मैंने अपने लंड को उसकी गांड में घुसा दिया था।