hindi sex stories हेल्लो दोस्तों कैसे हो आप सभी लोग ? मुझे उम्मीद है मेरे सारे दोस्त ठीक ही होंगे और रोज की तरह चुदाई करते होगे | मैं आज एक कहानी लेकर आया हूँ और मैं उम्मीद करता हूँ की आप लोगो को मेरी कहानी पसंद आयेगी और आप लोगो को आज की कहानी पढ़ाने में मज़ा भी आयेगा | कहानी शुरू करने से पहले अपने बारे में बता देता हूँ | मेरा नाम अनमोल है और मेरी उम्र 28 साल है | मेरी हाईट 5 फुट 9 इंच है | मैं रहने वाला अमृतसर का हूँ | मेरे लंड का साइज़ 8 इंच लम्बा है और मोटा 3 इंच है |
अब मैं अपनी कहानी शुरू करता हूँ |
दोस्तों ये कहानी तब की है जब मैं अपने अंकल के एक कारखाने पर जाने लगा था | मेरे अंकल का जो कारखाना है | वो बहुत ही बड़ा है और वहां पर लड़कियों का ही काम होता था क्यूंकि वहां पर सिलाई का काम होता था तो उस कारखाने में 65 % लड़कियां थी और 35 % लड़के थे | जब मेरे अंकल को पता चला की मेरी पढाई पूरी हो गयी है और मैं कोई काम भी नही कर रहा हूँ तो अंकल ने कहा की तब तक कारखाने पर चले आया करो और मस्ती किया करो मेरे कारखाने में लड़कियां ही काम करती हैं | मेरे अंकल मेरी तरह ही चुदक्कड थे और वो कारखाने की लड़की को किसी न किसी दिन चोद देते थे | मैं भी बहुत चोदू किस्म का लड़का हूँ कोई लड़की मिल जाये तो उसकी ऐसी चुदाई करता हूँ की उसे चलने में भी परेशानी हो |
एक दिन की बात है तब से मैं अंकल के कारखाने पर जाने लगा | तब मैं वहां अंकल का काम देखता था की कौन आज कितने रूपये ले रहा है और कौन नही ले रहा है या कौन आज कम पर नही आया है | अंकल के कारखाने में अच्छी लड़की भी हैं और मादरचोद लड़की भी हैं | मुझे अंकल के कारखाने में इस तरह से 1 महीना हो गया था और मैं इन 28 दिनों में 6 लड़कियों की मस्त चुदाई कर चूका हूँ | मेरे कारखाने में तीन लड़की हैं | जो बहुत मादरचोद हैं और वो हमेशा मादरचोदी किया करती हैं इसलिए उनसे कोई नही बात करता है | वो मादरचोद हर बात में तो गाली देती हैं और वो तीनो मादरचोद हैं साली रंडी | मैं आप लोगो को उनके नाम बता देता हूँ | एक का नाम नीलम है और एक नीलू है तीसरी का नाम नाबिता है | वो तीनो एक ही साथ रहती हैं | एक दिन की बात है जब अंकल घर पर कुछ काम में बिजी थे और उस दिन सबको सैलरी देनी थी तो मैंने उस दिन सबको सैलरी मैंने ही दी थी | जब लड़कियां और लड़के अपनी अपनी सैलरी लेकर चले गये |
फिर वो मादरचोद रंडी अपनी सैलरी लेने आई तो मैंने कहाँ तुम्हे कितने देदूं | नीलम बोली की कितना है सब देदे रे | मैं बोला की तू नही ले पायेगी बहुत बड़ा है | नीलू बोली अरे मादरचोद दे तो कितना बड़ा है ये भी देख लुंगी |
मैं – अरे मादरचोद सही से बोल मैं तेरा आशिक नही हूँ मादरचोद गांड में डाल कर फाड़ दूंगा सही से रहना
नाबिता- हां रे रंडी सर से सही से बोल नही तो सर अपने लंड को तेरी चूत में डाल कर हिला देंगे तो तू रंडी चल भी नही पायेगी |
फिर मैंने उन तीनो रंडियों को 1 – 1 हजार रुपये ज्यादा दिए और वो लेकर चली गयी | उन दिनों मेरे पीछे एक लड़की लट्टू थी और वो मेरे से चुदने के लिए बहुत पीछे पड़ी हुई थी | उसका नाम रानी था और मैंने उसको उस दिन सबके जाने के बाद मैंने उसको कारखाने के टॉयलेट में ले जाकर उसकी चूत में अपने 8 इंच के लंड को उसकी चुत डाल कर ऐसी मस्त चुदाई की उसको चलने में भी उसकी चूत में दर्द हो रहा था और फिर मैं उसको उसके घर तक छोड़ने गया | फिर उसके दुसरे दिन वो तिन मादरचोद रंडी मुझसे मस्ती ले रही थी तो मैंने उन रंडियों से कहा तुम साली काम पर ध्यन दो नही तो आज की अप्सेंटी लगा दूंगा | तब वो साली काम करने लगी | उन मादरचोदो से कोई बात नही करता था क्यूंकि उनके मंह से गाली के सिवा कुछ निकलता ही नही था | फिर जब कारखाने में छोट्टी हुई तब वो तीनो मेरे पास आई और बोली की सर आप बताओ आप के घर कब आ जाऊं तो मैं बोला क्यूँ मेरे घर क्या करने आओगी |
नीलू – ऐ मादरचोद तू बोल तो क्या करना है वो तो मैं आके देख लुंगी |
मैं – तेरी तो माँ की चूत मारूं साली कभी कभी तो ठीक से बोल दिया कर |
नाबिता – सर बार हमे घर बोला कर को देखो खुश कर दूंगी |
मैं – ठीक है मैं किसी दिन तुम तीनो को घर पर बोलता हूँ |
नीलम –ठीक है |
फिर एक दिन मैंने सही टाइम देख कर अपने दोस्त के घर तीनो को बुला लिया | मैं आप लोगो को अपने दोस्त के बारे में बता देता हूँ उसका नाम पवन है | उस दिन मैंने दोस्त के घर पर बियर भी मंगा ली और फिर मैंने और मेरा दोस्त बियर पी रहे थे की वो कुछ देर में ही मेरे बताये हुए पते पर आ गयी | मैं और मेरा दोस्त बियर पी रहे थे और वो भी साली बियर पीने लगी | कुछ ही देर में वो 1-1 बियर की बोतल साफ कर दी | फिर मैं और मेरा दोस्त उसको कमरे में लेकर चले गये | फिर उनको कमरे में ले जाकर मैंने एक की होठो पर अपने होठो को रख कर उसकी होठो को चूसने लगा और पवन नीलम की होठो को चूसने लगा | मैंने नीलू की होठो को चूस रहा था और नाबिता के दोनों दूध को कपडे के अन्दर हाथ को डाल कर उसके बूब्स को मसलने लगा | मैं उनके दोनों को एक एक करके उनको किस करता रहा और पवन नीलम की चुचियो को दबाते हुए उसको किस कर रहा था | मैं ऐसे ही 5 मिनट तक किस करने के बाद दोनों के कपडे उतार दिए जिससे वो कुछ ही देर में बिना कपडे के मेरे सामने आ गयी | फिर पवन ने भी नीलम के कपडे उतार कर उसके चुचियो को दबाते हुए मुंह में रख कर चूसने लगा तो नीलम के मुंह से हाँ हाँ हाँ… सी सी सी…… उई उई माँ उई माँ उई माँ…. आआअ….. करती हुई अपने बूब्स को चुसाने लगी | मैं नीलू के एक दूध को मुंह में रख कर चूसने लगा और साथ में अपने हाथ से नाबिता के चुचियो के निप्पल को पकड कर मसलने लगा जिससे उसके मुंह से जोर जोर से सिसिकियाँ निकल गयी और नीलू मेरे सर को पकड कर अपने बूब्स पर दबाने लगी | मेरा दोस्त पवन उसके दोनों दूधो के निप्पल को मुंह से पकड कर खीच खीच कर चूस रहा था जिससे उसके मुंह से उई उई उई.. सी सी सी… ऊऊऊ… आआआआ…. उई माँ उई माँ… करती हुई अपने स्तन को चूसा रही थी | फिर मैं नीलू को बेड पर लेटा कर उसकी टांगो को फैला कर उसकी चूत में अपने मुंह को घुसा कर उसकी चूत को चाटने लगा और नाबिता नीलू के मुंह पर अपनी चूत टिका दी | फिर अपनी चूत को हिला हिला कर चुसाने लगी नीलू उसकी चूत को चाटती हुई गर्म गर्म सांसे लेती हुई उह्ह उह्ह ओह्ह ओह्ह्ह…. हाँ हाँ हाँ… सी सी सी… ऊ ऊ ऊ ऊ की सिसिकियाँ लेती हुई नाबिता की चूत को चाट रही थी | पांवन उधर अपने उसकी चूत में अपनी ऊँगली को घुसा कर जोर जोर से अन्दर बाहर करते हुए उसकी चूत को अपनी ऊँगली से चोद रहा था | हम दोनों ऐसे ही उनकी चूत में धमाल पेल रहे थे | मैं ऐसे ही उसकी चूत में ऊँगली कर रहे थे | तब नाबिता बोली तुम लोग भी कपडे निकालो देंखे तो कितना दम है तुम दोनों में | फिर मैं और मेरे दोस्त ने अपने कपडे निकाल दिए और मेरा लंड देखकर वो तीनो के मुंह से निकल गया है भगवान इतना बड़ा और मेरे दोस्त का लंड तो मुझसे भी बड़ा था | फिर वो दोनों मेरे लंड को मुंह में रख कर चूसने लगी और नीलम मेरे दोस्त का लंड मुंह में रख कर चूसने लगी हम ऐसे ही लंड को 5 मिनट तक चुसाने के बाद मैंने नीलू की चूत के ऊपर अपने लंड को रख कर उसकी चूत गीली थी इसलिए एक ही धक्के में मेरा लंड उसकी चूत में आधा घुस गया और उसके मुंह से चीख निकल गयी | मेरा दोस्त उसकी चूत में घुसा कर नीलम की इस कदर से चुदाई की नीलम के मुंह से आवाज नही निकल रही थी | मैं भी नीलू और नाबिता की चूत में अपने लंड को एक एक करके ठुदाई करनी शुरू कर दी और चीख चीख कर चुदने लगी | मेरे लंड ने उसकी चूत और गांड का चेंद बड़ा कर दिया | इस तरह से हम दोनो ने उन तीनो की 20 मिनट तक मस्त चुदाई की और फिर झड गए | उन तीनो मादरचोदो की इतनी चुदाई हुई की वो चलाने के हालत में नही थी | फिर मैंने उन तीनो को 5 – 5 हजार रुपये दिये | अब वो तीनो महीने में मुझे 5 बार तो चुदती ही हैं हमसे |
मेरी कहानी मेरे दोस्तों को जरुर पसंद आई होगी | कहानी पढने के लिए धन्यवाद |