kamukta, indian sex stories, hindi chudai ki kahani
हेल्लो दोस्तों, कैसे हैं आप लोग ? आशा करता हूँ की मस्त ही होंगे | दोस्तों मेरा नाम आशीष है और मैं बिहार का रहने वाला हूँ | मेरी उम्र २२ साल है और मैं स्मार्ट दीखता हूँ | मैं भी आप लोगों की तरह Hindi Sex Kahaniyan का पाठक हूँ और अक्सर इस वेबसाइट पर हिंदी सेक्स कहानियों के मजे लेता हूँ | दोस्तों आज मैं आप लोगों को अपनी एक सच्ची घटना के बारे में बताना चाहता हूँ जिसमे मैंने बस में एक अनजान लड़की को चोदा था |
दोस्तों बात पिछले गर्मियों की है जब मैं बिहार से दिल्ली जाने वाला था | ट्रेन में बुकिंग की कोशिश की लेकिन उसमे हो नही पाया | फ्लाइट की टिकट बहुत महंगी थी इसीलिए मेरे पास बस एक ही आप्शन बचा और वो था बस | मैंने बस में ऊपर की स्लीपर सीट बुक की और टाइम पर पहुँच गया बस अड्डे | दोस्तों बिहार से दिल्ली जाने में लगभग 24 घंटे लगते हैं बस से | बस सुबह 11 बजे बिहार से चलती है और अगले दिन लगभग 10 बजे दिल्ली के कश्मीरी गेट बस अड्डे पर उतार देती है | मैं बस में गया और अपना एक बैग लेकर अपनी सीट पर जाकर लेट गया | मेरा स्लीपर सबसे पीछे था | बस की बुकिंग ऑनलाइन होती थी और उस दिन मैंने चेक किया था की बस काफी खाली जाएगी | खैर, बस चल पड़ी | थोड़ी देर बाद एक स्टॉप पर बस रुकी जहाँ से कुछ और सवारियां भी चढ़ने वाली थीं |
जब सवारियां बैठ गयीं तो मैंने देखा की दो सवारियां पीछे की साइड आ रही थीं | मैंने देखा की एक सवारी 2 सीट आगे बैठ गयी और जो दूसरी सवारी थी वो मेरी स्लीपर के एकदम सामने वाली ऊपर की स्लीपर में आ गयी | वो लगभग 20 साल की एक मस्त सी लड़की थी | देखने में लग रहा था की वो दिल्ली के किसी कॉलेज में पढ़ती होगी | मैं दिल्ली में रह चूका हूँ तो मुझे दिल्ली में रहने वाली लड़कियों का पता है की उने अगर लड़का पसंद आ गया तो वो झट से पट जाती हैं और अगर पसंद नही आया तो चाहे जितना मर्जी जोर लगा लो, वो हद से हद सिर्फ दोस्त बना कर छोड़ देती हैं | मैंने सोचा की बस एक ही मौका है तो इसी गंवाना नही है | मैंने उसको गंवारों की तरह आँख मारना या सीटी मारना सही नही समझा बल्कि अच्छा सा एक लुक दिया | उसने भी एक लुक दिया | अब मैंने आजकल के ट्रेंड के हिसाब से अपनी ऑयब्रोव्स को मटका दिया | वो मुस्कुरा दी और खुद ही आँख मार दी | मैं समझ गया की लड़की आधी तो पट चुकी है बस आधी पटाना बाकी है |
त्जोदी देर बाद बस एक ढाबे पर रुकी | वहां उतरने के लुए जब मैं नीच उतरा तो मैंने निचे जूते पहनने के बहाने उसके उतरने का इंतजार किया | जब वो उतर गयी तो मैं उसके साथ चल दिया और हलके से हेय बोल दिया | अब वो भी खुल गयी और हमने बस से निचे उतर कर बातें शुरू कर दी | उसने बताया की वो दिल्ली के एक कॉलेज में बी कॉम कर रही है और उसका दूसरा साल है | मैंने मन ही मन सोचा की मेरा अंदाजा सही था | हमने खाना खाया, बातें की और फिर बस में अपनी अपनी सीटों पर बैठ गये | बैठने से पहले हम दोनों ने अपने नंबर एक्सचेंज कर लिए थे और व्हात्सप्प पर एक दुसरे को मेसेज कर दिया था | बस में फिर से बैठने के बाद हम दोनों ने चैटिंग करनी शुरू कर दी और इशारे भी करने लगे |
धीरे धीरे शाम होने लगी | रात के लगभग 8 बजे बस फिर से एक ढाबे पर रुकी | इस बार मैंने उतरते टाइम बस में उसका हाथ धीरे से पकड़ लिया | उसने मना नही किया और उसने और अच्छे से मेरा हाथ पकड लिया | हम दोनों ने डिनर किया और फिर से बस में चढ़ते टाइम मैंने उसका हाथ पकड़ा और उसके हाथों पर एक किस कर लिया | उसने रिप्लाई में एक स्माइल दे दी | अब हम दोनों बस में बैठ गये | रात के करीब 10 बजे ड्राईवर ने लाइट ऑफ कर दी बस की | मैंने सोचा अच्छा मौका है | मैंने उस लड़की को व्हात्सप्प पर मेसेज करके अपनी सीट पर इनवाईट किया | वो मान गयी और मेरी सीट पर आ गयी |
अब मैंने सीट का पर्दा लगा दिया और फ़ोन साइड में रख दिया | अब हम दोनों एक दुसरे की बाँहों में थे | मैंने उसे किस करना शुरू लार दिया | उसने मना नही किया और मेरा साथ देने लगी | धीरे धीरे मैं उसकी गर्दन पर किस करने लगा | वो इस चीज को एन्जॉय कर रही थी और धीरे धीरे आह्ह्ह हह ह हह ह ह हह ह हह ह ह्ह्ह ह ह हह ह ह कर रही थी | मैंने अब कपड़ों के ऊपर से ही उसके बूब्स दबाने शुरू कर दिए | वो बोली थोडा तो कण्ट्रोल करो | मैंने बोला तुम हो ही इतनी सेक्सी की मुझे रहा नही नही जा रहा | वो धीरे से हंस पड़ी | मैं समझ गया की ग्रीन सिंग्नल है | मैंने अब उसके बूब्स दबाने शुरू कर दिए |
दोस्तों, मैं आप लोगों को उसके शरीर के बारे में बताना भूल गया | उसका फिगर मस्त था और बूब्स बड़े थे | गांड बहुत सेक्सी तो नही थी लेकिन ओवरआल वो मस्त थी | मैं अब उसके बूब्स को दबा रहा था | वो मस्ती से आह उह्ह ऊऊ उ ऊऊ ऊऊ ऊऊ उ ऊ उ ऊ ऊऊ ऊ ऊ उई ई इ करने लगी | अब मैंने उसकी टीशर्ट को ऊपर किया और उसके बूब्स दबाने लगा | ब्रा और टीशर्ट निकालना तो पॉसिबल नही था क्यूंकि बस में इतनी भी बेफिक्री से सेक्स नही कर सकते इसीलिए मैंने ब्रा को भी ऊपर सरका दिया | मैं अब उसके बूब्स पर किस करने लगा | उसके बूब्स पर किस करने में मुझे बहुत मजा आ रहा था | उसके निप्पल बहुत टेस्टी थे | मैं उसके निप्पलों को जोर जोर से चूसने लगा | वो मेरे सर को पकड का आह ह हह ह हह ह हह ह हह ह हह ह ऊऊ ऊ उ उम् मम म म मम म मम म मम म मम ई ईई ई इ इ ई इ ई इ ई इ इ इ ईऊ उ ऊ ऊ ऊ उ ऊऊ ऊ ऊ उ ऊऊम्म म मम म म मम म मम म म मम म म मम म मम मम्म म्मम्म म मम म म करने लगी |
मैंने अब उसके दुसरे दूध को चुसना शुरू कर दिया | पहले को अभी भी मैं दबा रहा था | मैंने उसके बुध को चूसते हुए अपना हाथ उसके शरीर पर हाथ फेरना शुरू कर दिया | हाथ फेरते फेरते मैंने उसकी पैंट के अन्दर हाथ डाल दिया | वो मेरे हाथ को रोकने लगी तो मैंने उसे और जोर से लिप्स पर और गर्दन पर किस करना शुरू कर दिया | अब उसने मना नही किया और मेरे हाथ को अपनी पैंट के अन्दर जाने दिया | अब मैंने उसकी चूत को सहलाना शुरू कर दिया | उसकी चूत में झांटे नही थी | मैंने उसकी पैंट की बेल्ट खोली और पैंट को थोडा निचे सरका दिया | पैंट को सरकाने के बाद उसकी पैंटी को भी सरका दिया और उसकी चूत में अपनी एक ऊँगली डाल दी | उसकी चूत कसी थी और थोड़ी गीली भी | उसकी चूत की गर्मी मेरे हाथों को अब महसूस हो रही थी |
मैंने उसकी चूत में घुसी ऊँगली को अन्दर बाहर कर दिया | वो धीरे धीरे उम्म्म म मम म मम अह हह ह हह ह ह आह हह ह हह ऊऊ उ ऊ उ उई इ इ इ ई करके सिसकियाँ लेने लगी | मैंने अब अपनी पैंट भी निचे सरका दी और उसका हाथ अपने लंड पर रख दिया | वो मेरे लंड को सहलाने लगी | उसके टच से ही मेरा लंड पूरा खडा हो गया | मैंने और देर करना सही नही समझा और उसकी टांगों को फैला कर उसकी चूत पर अपना लंड टिका दिया | मैंने उसके होठों पर अपने होठ रखे ताकि गलती से भी तेज आवाज़ न निकले और बहुत धीरे से उसकी चूत में धक्का मारा | वो दर्द से छटपटा पड़ी | अगर मैंने उसके होठों पर होठ नही रखे होते तो वो पक्का चिल्ला देती | मैंने अब धीरे धीरे पूरा लंड घुसेड़ा और उसकी कसी चूत को चोदने लगा |
करीब 15 मिनट की चुदाई के बाद वो झड गयी और मैंने भी उसकी चूत से लंड निकाल कर अपनी अंडरवियर में ही अपना माल झाड दिया | ये थी मेरी कहानी |