hindi sex kahani
हेल्लो मेरे दोस्तों कैसे हो आप सब मेरा नाम अंकित है और मैं चिरई डोंगरी में रहता हूँ | मैं एक लड़का हूँ नाम से तो पता चल ही गया होगा | मैंने कभी कहानी लिखी नहीं है पर आज मैं एक कोशिश कर रहा हूँ जो मुझे लगता है आपको पसंद आएगी और अगर नहीं आएगी तो मेरा बाल नहीं पटा लोगे | मैं एक 25 साल का नौजवान हूँ और प्राइवेट नौकरी करता हूँ काल सेंटर में | मेरे घर में सब रहते है जैसे एक जोड़ी माँ बाप एक छोटा भाई और एक दादा जी | अब मैं आप लोगों को ये बता देता हूँ कि ये कहानी किस पर आधारित है | जी हाँ ये कहानी मेरी चुदाई के बारे में ही है | देखो गाँव में चुदाई करना थोड़ी मुश्किल है और शहर में ये चीज़ थोड़ी सरल है क्यूंकि वहां की लडकियां खुली हुयी होती हैं | खुली से मेरा मतलब खुली किताब नहीं जिसे कोई भी पढ़ ले | मेरा मतलब है आप उनसे बात करो अपने मन की बात बताओ तो वो तमाशा नहीं बनती और अपनी प्रतिक्रिया अपने हिसाब से देती हैं | मैं भोपाल में नौकरी करता हूँ और यहाँ की बात ही अलग है |
दोस्तों आप सब ने पोहा जलेबी का नाम तो सुना ही होगा और भोपाल उसके लिए मशहूर है | मैं हर रोज़ नाश्ते में यही खाता हूँ और बहुत बड़े बड़े लोग और ना जाने कितनी खूबसूरत लड़कियां ऐसी दुकानों पे यही खाने आती हैं | मुझे भी इसका शौक था और मैं तो चाहता ही था कि मुझसे कोई लड़की पट जाए इसलिए जो मेरी कॉलोनी की सबसे फेमस दूकान थी वहां अपना खाता खुलवा लिया था | मुझे जब भी खाना होता मैं जाता और हिसाब महीने के आखिर में करता | ऐसे ही कुछ महीने गुज़र गए और मुझे भी मज़ा आने लगा इसमें क्यूंकि हमारे गाँव में एक ही दूकान है और वो भी ढंग से नहीं बना पाता | एक दिन की बात है एक लड़की आई और उसने एक प्लेट पोहा जलेबी खा लिया | उसके बाद जैसे ही उसने पैसे देने के लिए अपने पर्स में हाथ डाला तो उसके पास पैसे नहीं थे और वो परेशान सी हो गयी | उसने कहा भैया मैं अपना पर्स कहीं भूल आई हूँ प्लीज आप मुझे कुछ समय दे दो | उसने कहा नहीं मैडम आप नहीं आये तो |
फिर मैंने सोचा चलो अच्छा माल है मैं इसकी मदद कर देता हूँ | मैंने कहा कोई बात नहीं आप पैसे ले आओ मैं अपने खाते में आपका पैसा लिखवा देता हूँ और आपकी ज़मानत मैं लेता हूँ | उसने मुझसे कहा नहीं मैं आपको नहीं जानती | मैंने कहा मैडम आप पैसे ले आइये इसमें नहीं जानती वाली बात कहाँ से आ गयी | वो मुझसे कहने लगी मुझे आपकी कोई मदद नहीं चाहिए मैं खुद कर लूंगी | मेरा हुआ दिमाग ख़राब और मैंने कहा पिंटू भाई मत लिखना और अब तू देख ले मैं तो चला | उसने कहा मैडम पैसे दो नहीं तो गन्दी प्लेट धो | मैं आधे रास्ते तक पहुँच गया और जैसे ही अपने फ्लैट में घुसने घुसने को हुआ तो वो आई और कहा सुनिए प्लीज मेरी मदद कर दीजिये | मैंने कहा आप कौन हैं मैं आपको नहीं जानता | उसने कहा प्लीज मैं अभी पैसे ले आउंगी तो मैंने कहा आपको तो मेरी मदद नहीं चाहिए ना तो जाइये यहाँ क्यूँ आई हैं आप ? उसका चेहरा उदास हो गया और वो जाने लगी तो मुझे अच्छा सा नहीं लगा और मैंने कहा रुकिए मेरा दिल बहुत बड़ा है किसी की भी मदद कर देता हूँ |
मैंने पिंटू को इशारा कर दिया और फिर वो चली गयी | उसके बाद जब मैं अगली सुबह गया तो वो वहीँ मिली और उसने कहा आज पोहा जलेबी मेरी तरफ से | मैंने कहा क्या बात है और उसने कहा कल के लिए थैंक्स मेरा नाम आन्या है | मैंने कहा काफी नया नाम है आपका | उसने कहा हाँ वो तो है और उसने पूछा आपका नाम क्या है ? मैंने कहा मेरा नाम अंकित है | उसने कहा ओह्ह्ह तो आप हो अंकित मैंने कहा हाँ क्यूँ | उसने कहा मेरे पापा इस कॉलोनी के अध्यक्ष हैं और उन्होंने बताया कि अंकित नाम का लड़का पूरी कॉलोनी का सबसे अच्छा लड़का है किसी कि भी मदद कर देता और आपने अपने फ्लैट के आगे मस्त गार्डन भी बनाया है | मैंने कहा हाँ वो मेरे पापा किसान है ना तो उन्ही से सीखा है | उसने कहा वाह आई लव किसान | मैंने कहा हमारी काफी खेती है और हमारी फैक्ट्री भी है जिसमे खाद बनती है | उसने कहा तो आप यहाँ जॉब क्यूँ कर रहे हो | मैंने कहा यार मैं पढ़ाई के लिए आया था तो सोचा काम करके थोडा खर्च निकाल लूँ |
उसने कहा वाह तब तो आपसे दोस्ती करनी पड़ेगी और हम दोस्त बन गए | उसके पापा को भी कोई ऐतराज़ नहीं था हमारी दोस्ती पर | हम काफी घने दोस्त बन रहे थे और वो सारा दिन मेरे घर में पड़ी रहती थी और अपना काम और पढ़ाई करती रहती थी और हम दोनों एक दुसरे की मदद भी करते थे | फिर हमारे एक्साम्स आ गए और मैंने उससे कहा यार अब तो तरीके से पढ़ाई करनी पड़ेगी क्यूंकि मुझे टॉप करना है | उसने कहा हो जाएगा तू तो है ही होशियार | मैंने कहा यार मुझे मैथ्स में सबसे ज्यादा दिक्कत आती है | उसने कहा कहाँ आती है तो मैंने बताया ज्योमेट्री में | उसने कहा बस इतनी सी बात मैं पढ़ा दूंगी मैं सिविल इंजीनियर हूँ पगले | मैंने कहा अच्छा ठीक है तो उसने मुझे दो महीने तक लगातार पढ़ाया और कहा चल दो दिन बाद मैं तेरा टेस्ट लूंगी | मैंने कहा ठीक है मैं और तैयारी कर लूँगा | मुझे लग रहा था इस बार तो मैं सारे रिकॉर्ड तोड़ दूंगा क्यूंकि जिस चीज़ में मैं कमज़ोर था उसी में मुझे महारत हासिल हो गयी थी |
फिर मैंने उसे दो दिन बाद काल किया और कहा आजा जानेमन तेरा टेस्ट बाकी है | उसने कहा आ रही हूँ रुक दस मिनट | ठीक दस मिनट बाद मेरे घर की घंटी बजी और सामने वो खड़ी थी बिलकुल सेक्सी अंदाज़ में | मैंने कहा टेस्ट लेने आई है या मेरी लेने आई है | उसने कहा ततेरी लेने आई हूँ | मैंने पूछा कैसे तो उसने कहा अगर तूने सही जवाब दिए तो मैं एक एक कपड़ा उतारते जाउंगी | मैंने कहा बेटा दी महीने की म्हणत है तू पूरी नंगी हो जाएगी | उसने पहला सवाल किया और मैंने जवाब दिया तो उसने अपना टॉप उतार दिया | उसका इतना सेक्सी ब्रा और कमर देख के मेरा लंड खड़ा हो गया | उसके बाद उसने दूसरा सवाल किया और मैंने उसका भी जवाब दे दिया और उसने अपनी पेंट भी उतार दी | उसकी लाल पेंटी और चिकनी टाँगे मेरे लंड को चड्डी फाड़के बाहर आने पर मजबूर कर रहीं थी | पर मैंने जैसे तैसे खुद को रोका | उसके बाद उसने तीसरा सवाल किया और मैं फस गया | उसने तुरंत अपना टॉप उठाया और कहने लगी अब ख़त्म | मैंने उसको पकड़ा और अपनी बाँहों में भर लिया और कहा अब शुरू |
मैंने उसको पूरा नंगा कर दिया और उसको चूमने लगा और फिर मैंने उसके होंठों को किस करना शुरू किया और वो कहने लगी क्या कर रहे हो ? तो मैंने कहा वही जो तुम करने आई थी | फिर मैंने अपने कपडे भी उतार दिए और उसके दूध पीने लगा | उसके बाद तो वो अपना आप ही खो बैठी | वो भी मुझसे पागलों की तरह चिपक गयी और मुझे भी चूमने लगी | उसके बाद उसने मेरे लंड को पकड़ा और वो अच्छे से उसे चूसने लगी | जैसे ही उसने मेरा लंड अपने मुंह में लिया मेरे मुंह से सिकारियां निकलने लगी | मैंने आआह्हह्हह आअह्ह्ह्ह ऊऊऊऊऊ ऊउम्म्ह ऊओह्हह्ह आआह्हह्हह आअह्ह्ह्ह ऊऊऊऊऊ ऊउम्म्ह ऊओह्हह्ह कर रहा था | उसके बाद उसने हिलाते हुए कहा पहला लंड कितना प्यारा है | मैंने कहा मेरी भी पहली चूत है | इतना कहते हुए मैंने उसे लेटा दिया और उसकी चूत पर मुंह लगाके उसको चाटने लगा | वो आआह्हह्हह आअह्ह्ह्ह ऊऊऊऊऊ ऊउम्म्ह ऊओह्हह्ह आआह्हह्हह आअह्ह्ह्ह ऊऊऊऊऊ ऊउम्म्ह ऊओह्हह्ह करने लगी | उसके बाद उसने कहा बस अब मुझे चोदने लगो | मैंने भी उसको कहा एक मिनट बस और कंडोम पहना |
मैंने उसकी चूत पे लंड टिकाया और एक झटके अन्दर कर दिया | उसकी चूत काफी टाइट थी इसलिए उसे दर्द हुआ | पर उसने ज्यादा नहीं चिल्लाया और आआह्हह्हह आअह्ह्ह्ह ऊऊऊऊऊ ऊउम्म्ह ऊओह्हह्ह आआह्हह्हह आअह्ह्ह्ह ऊऊऊऊऊ ऊउम्म्ह ऊओह्हह्ह करते हुए चुदवाने लगी | उसके बाद मैंने उसे काफी जोर जोर से चोदा और मेरा लंड उसकी चूत में अन्दर तक जा रहा था | वो भी मज़े से चुदवा रही थी | बीस मिनट बाद मेरा माल झड़ गया और उसने मुझे प्यार से किस किया और कहा कितना हसीं एहसास था | आज तक हम साथ हैं |