बाली उम्र में लगा मुझे चुदाई का रोग मैं क्या करूँ

हैल्लो मेरे दोस्तों और प्यारी सुन्दर लड़कियों मेरा नाम है शैलेन्द्र | मैं आगरा का रहने वाला हूँ और मैं देखने में हैंडसम लगता हूँ और 6 फीट लम्बा हूँ | मैं चेहरे से बहुत शरीफ लगता हूँ लेकिन अन्दर से मैं बहुत ही कमीना और हरामी किस्म का इंसान हूँ | मेरा लंड 6 इंच का है और 3 इंच मोटा है जो किसी की भी चूत को आराम से भेद सकता है | मैं हाँथ आए मौके को कभी भी नहीं छोड़ता | मेरे घर में मेरे मम्मी पापा औए एक छोटा भाई है जो की बहुत ही सीधा साधा है और भोला भी | मेरा छोटा भाई इंजीनियरिंग की पढाई कर रहा है और मैं घर से ही ऑनलाइन काम करता हूँ | अब मैं आपको अपनी चुदाई की अनोखी कहानी बताता हूँ जब मैंने मौसी को चोदा था और उसे अपना दीवाना बना दिया था |

यह कहानी तब की है जब मेरी मौसी जो मेरी चाची की बहन है वो मेरे घर में कुछ दिन रहने के लिए आई थी | हम लोग संयुक्त परिवार की तरह एक बड़े से घर में ही रहते है और पूरा परिवार एक ही घर में रहते है | वो ठंड का समय था और आपको तो पता ही है “ ठंड में मस्त खड़ा होता है लंड “ | जब मौसी घर पर आई तो मैं घर पर ही था और अपना काम कर रहा था | थोड़ी देर बाद मैं खाना खाने गया तो मौसी को देखा तो मेरी आँखें चमकने लगी लेकिन मैंने अपनी हवस को काबू में करते हुए सिर्फ अपनी थाली उठाई और खाना खाने के लिए बैठ गया | मैंने उस वक़्त किसी से कुछ नहीं कहा था इसलिए चाची को लगा कि में शर्मा रहा हूँ पर उन्हें क्या पता की मैं खुद को काबू कर रहा हूँ | फिर वो और चाची भी वहीँ आके खाना खाने बैठ गए और खाना खाने लगे | थोड़ी देर बाद चाची ने कहा बिट्टू ( मेरा घर का नाम ) ये मेरी बहन है शिखा | फिर मैंने उसकी तरफ देखा और कहा हाय ! मेरा नाम है शैलेन्द्र | फिर चाची ने कहा कि शिखा अभी बी.कॉम कर रही है | मैंने कहा “अच्छा कौन सा इयर है आपका“ तो उसने कहा की आखरी साल है मेरा | फिर उसके कुछ पूछने से पहले मेरा खाना ख़त्म हो गया और मैं वहाँ से उठ गया और बाहर चला गया | फिर थोड़ी देर के अन्दर उसने भी खाना खा लिया और वो टी.वी. देखने लगी | मैं छत पर धूप मैं बैठा था और शायद बिजली जा चुकी थी इसलिए वो भी ऊपर छत पर आ गई | फिर वो मेरे पास आकर बैठी और कहा कि नीचे सब सो रहे है मुझे नींद नहीं आ रही इसलिए ऊपर आ गई | मैंने कहा की कोई बात नहीं मौसी आईये बैठिये | तो वो मेरे पास आकर बैठ गई तब मैंने उसे नज़र भर के देखा |

दोस्तों सच बता रहा हूँ उसकी आँखे हलकी सी भूरी थी और होंठ पिंक पिंक से थे और वोह एक गोरी थी और बहुत सुन्दर लग रही थी | उसके दूध ज्यादा बड़े नहीं थे लेकिन सामान्य से काम भी नहीं थे | उसने लैगी पहन रखी थी तो उसकी गांड जो की बिलकुल गोल थी एकदम साफ नज़र आ रही थी | उसे अपनी हवस भरी नज़रों से देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया | मैंने जैसे तैसे खुद को समझाया की नहीं बिट्टू रोक खुद को | फिर थोड़ी देर बाद उसने पूछा की आप क्या करते हैं ? मैंने जवाब दिया कि मैं ऑनलाइन प्रोजेक्ट्स पे काम करता हूँ | तो उसने कहा की मुझे कंप्यूटर का ज्यादा पता नहीं है | फिर मैंने पुचा की की क्या तुम्हे कंप्यूटर चलना नहीं आता | उसने कहा कि आता है लेकिन कभी ज्यादा ऐसे ज्यादा चलाया ही नहीं और कभी जरुरत ही नहीं पड़ी और हमारे घर में भी कंप्यूटर नहीं है | तो मैंने उससे कहा की क्या मैं सीखा दूँ आपको ? तो उसने कहा की ठीक है | फिर थोड़ी देर बातें करने के बाद हम नीचे चले गये |

फिर थोड़ी देर बाद मैं अपना काम कर रहा था तो वो मेरे पास आई और मेरे कंधे पे हाँथ रखकर बोली कि क्या आप फ्री हो ? तो मैंने कहा की क्या काम है ? तो वो बोली की कुछ नहीं बस आपने कहा था की मुझे कंप्यूटर सीखाओगे | मैंने कहा की ठीक है एक कुर्सी ले आओ और बैठ जाओ | फिर मैं उसे कंप्यूटर चलाना सिखाने लगा और सिखाते सिखाते उसका हाँथ पकड़ता जा रहा था और हंसी मज़ाक भी कर रहा था | वो भी बहुत मज़े से मेरे साथ बैठी थी और सीख थी और मैं उसके मज़े ले रहा था | सच बता रहा हूँ दोस्तों वो बहुत ही मुलायम थी और मुझे उसको छुने में बड़ा मज़ा आ रहा था | फिर थोड़ी देर बाद हम खाना खाने चले गये | वो मुझे खाना परस रही थी झुक कर और मुझे उसके दूध की लाइन दिख रही थी और मैं उसे घूर कर देख रहा था तो उसने मुझे ये देखते हुए पकड़ लिया और वहाँ से चली गई | मुझे बहुत बुरा लगा पर मज़ा उससे ज्यादा आया | पर वो गुस्सा नहीं हुए थी और मेरे से ऐसे ही अच्छे से बातें करती थी | फिर एक दिन मैं रात का खाना खा के टहलने जा रहा था कि वो पीछे से आई और कहा की क्या मैं भी आपके साथ घुमने चल सकती हूँ तो मैंने कहा हैं क्यूँ नहीं | फिर हम दोनों साथ घूम रहे थे तभी उसने एकदम से पूछा की क्या तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है | मैंने कहा कि नहीं है क्या तुम्हारा कोई बॉयफ्रेंड है उसने कहा नहीं है | मैंने पूछा कि क्या कोई पसंद है तो उसने कहा हाँ है तो | मुझे बुरा लगा लेकिन मैंने फिर भी खुश होते हुए पूछा की कौन है वो ? तो उसने मेरी तरफ ऊँगली दिखा दी | मेरी तो ख़ुशी का ठिकाना ही नहीं रहा | उस वक़्त वो इलाका बिलकुल सूनसान था तो मैं उसे पकड़ कर किस कर दिया | वोह शर्मा गई और हम फिर घर आ गये |

मैं अपने कमरे में अकेला सोता जो की छत पर है और छत पर एक ही कमरा है | तो एक हफ्ते बाद मैंने उससे कहा कि रात को छत पर आ जाना तो पहले उसने मना किया लेकिन बाद में मान गई | मैं रात को उसका इंतज़ार कर रहा था और वो रात को करीब 12:30 आई | मैंने उसे गले से लगा लिया और कहा कि मैं तुम से बहुत प्यार करता हूँ तो उसने कहा की मैं भी | फिर हम दोनों ने लिप किस किया और उसके दूध दबाने ने लगा | उसने कहा कि क्या ये सब करना ठीक होगा ? तो मैंने कहा की हाँ बिलकुल क्यूँ तुम मुझ से प्यार नहीं करती और फिर से किस करने लगा | फिर मैं उसे अपने कमरे में ले गया और उसका टॉप उतार दिया | फिर मैं उसके दूध चूसने लगा और चूत को सहलाने लगा | उसके दूध बहुत सॉफ्ट थे और गोरे भी | मैंने फिर उसकी लैगी उतारी और पैंटी के ऊपर से उसकी चूत को सहलाने लगा | वोह सिसकियाँ लेने लगी तो मैंने कहा कि आवाज़ मत करो कोई जाग जायेगा और उसकी पैंटी उतार दी | अब वो पूरी नंगी थी और बहुत गज़ब की लग रही थी | मुझसे रहा नहीं गया और मैं फ़ौरन उसकी चूत चाटने लगा | उसकी चूत बिलकुल चिकनी थी और पिंक सी थी | वो अब गरम हो चुकी थी | फिर मैंने अपने कपडे उतारे और अपना लंड उसको पकड़ा दिया | वो मेरा लंड चूसने लगी और मुझे तो जन्नत का मज़ा आ रहा था | फिर मेरा लंड पूरी तरह तन गया और उसकी चूत पर हमले के तैयार था | फिर मैंने उसको बिस्तर पर लिटाया और उसकी चूत पर अपना लंड रखा | फिर मैंने अपना लंड उसकी चूत में घुसाया तो वो अन्दर नहीं जा रहा था | फिर मैंने अपने लंड पे और उसकी चूत पे थोडा सा थूक लगाया और एक ज़ोरदार झटका मारा | वो रोने लगी और मुझसे लंड बाहर निकलने की मिन्नते करने लगी क्यूंकि उसे बहुत दर्द हो रहा था और वो आवाज़ नहीं कर सकती | इसलिए मैं अपना लंड धीरे धीरे अन्दर बाहर करने लगा और देखा की उसकी चूत से खून निकल रहा था | फिर थोड़ी देर बाद उसका दर्द कम हुआ तो मैंने अपनी रफ़्तार बढ़ाई और वोह सिसकियाँ लेने लगी | मैंने उसके मुंह पर हाँथ रखा और और उसे चोदने लगा | उसकी चूत को चोदने में मुझे बहुत मज़ा आ रहा था | फिर थोड़ी देर बाद मुझे लगा की मेरा झड़ने वाला है और मैंने सोचा की उसके अन्दर झडाया तो वो कहीं प्रेग्नेंट न हो जाये तो मैंने अपना लंड निकल कर उसके मुंह में डाल दिया | उसने मेरा लंड हिला के मेरा मुट्ठ अपने मुंह में ही गिराया | फिर हमने कपडे पहने और वो नीचे अपने कमरे में सोने चली गई और मैं वहीँ सो गया | तो दोस्तों कैसे लगी आपको ये रोमांचक चुदाई की कहानी जरुर बताइयेगा |

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