हैल्लो फ्रेंड्स, कैसे हैं आप सब ? मेरा नाम सुरेश है और मैं बालाघाट में रहता हूँ | मेरी उम्र 28 साल है और मैं प्राइवेट जॉब करता हूँ | मैं दिखने में गोरा हूँ और हमेशा मुझे क्लीन शेव रहने की आदत है | मेरी कद काठी भी अच्छी है और मेरी हाईट 5 फुट 11 इंच है | दोस्तों आज जो मैं आप लोगो के सामने अपनी कहानी लिखने जा रहा हूँ ये मेरी जिन्दगी की यादगार कहानी है और मेरे जीवन की सच्ची घटना है | मैं आप लोगो के सामने अपनी पहली कहानी लिखने जा रहा हूँ और उम्मीद करता हूँ कि आप लोगो को मेरी ये कहानी पसंद आयगी | दोस्तों न ही मैं कोई चुदाई की कहानियों का पाठक हूँ और न ही मैंने कभी कोई कहानी लिखी है | बस जो मेरे साथ घटना हुई मैं आप लोगो को बताना चाहता हूँ अगर आप लोगो को मेरी इस कहानी में कोई गलती नजर आती है तो कृपया मुझे माफ़ करना | तो अब मैं आप लोगो का ज्यादा समय बरबाद नही करूँगा और अपनी कहानी प्रारंभ करता हूँ |
दोस्तों ये घटना बारिश की है | मेरा एक दोस्त है आयुष उसका जन्मदिन था तो उसने अपनी बर्थडे पार्टी के लिए अपने घर बुलाया था | मैं ऑफिस के बाद छूट कर सीधा उसके घर चला गया धीरे धीरे हम सारे दोस्त इकट्ठा हो गये और फिर बियर दारू सब आ गई और चखने में भी उसने चिकिन का बंदोबस्त कर रखा था | हम सब पिए और मुझे जब ज्यादा होने लगी तो मैंने कहा कि यार मैं घर निकलता हूँ और बारिश भी तेज है | तो मेरे दोस्तों ने कहा कि कोई बात नही यार आज रात यहीं काट ले और कल निकल जाना | मैंने कहा कि नही यार कल मेरा प्रेजेंटेशन है तो उसके लिए मुझे घर जाना होगा | तो उन लोगो ने कहा कि ठीक है तू निकल जा | जब मैं उसके घर से निकला तो बाहर देखा कि बहुत जोर से बारिश हो रही थी | मेरा मन कह रहा था कि तू यहीं रुक जा और दिमाग कह रहा था कि तू घर जा | मैंने अपने दिमाग की सुनी और निकल पड़ा घर की ओर | मैं कुछ किलोमीटर ही निकला था कि मेरी गाड़ी बंद पड़ गई | अब रात के करीब 1 बज रहे थे और सभी के घरो की लाइट बंद थी | मैंने सोचा कि अपने दोस्तों को फोन करता हूँ और फिर ख्याल आया कि मेरे मोबाइल की बैटरी डाउन है | मैंने गाड़ी पैदल ही घसीटना सही समझा और कुछ दूर चला था कि मुझे एक घर दिखा जिसकी लाइट जल रही थी | मैंने सोचा कि इनसे कुछ मदद मिल जाती तो अच्छा होगा | मैं जब उनके घर के सामने गाड़ी पार्क किया और दरवाजा खटखटाया तो सामने से एक महिला निकली और उसने गाउन पहना हुआ था | वो दिखने में सांवली थी और उसका अच्छी खासी दिख रही थी | उन्होंने मुझसे पूछा कि कौन हो तुम ? क्या काम है ? इतनी रात में मेरे घर का दरवाजा क्यू ठोका ? मैंने उनसे कहा कि देखिये मेरी गाडी बंद पड़ गई है मैंने सोचा कि आप की कोई मदद मिल जाती पर आप अकेली हैं | मुझे लगा कि आपके पति होंगे तो वो मेरी कुछ हेल्प कर पाते | तो उन्होंने कहा कि मैं एक विधवा हूँ आप चाहे तो मेरे घर रुक सकते हैं | मैंने भी हामी भर दिया और उनके घर के अन्दर गया तो सच में कोई नही था |
उन्होंने मुझे अन्दर से टॉवल ला कर दिया और कहा कि ये लो अपना सिर पोछ लो नही तो सर्दी लग जायगी | मैंने उन्हें थैंक यू कहा फिर उन्होंने मुझसे पूछा कि इतनी रात में कहाँ से आ रहे हो ? तो मैंने उन्हें सारी बात बता दी फिर उन्होंने कहा ठीक है और फिर हम दोनों की ऐसी ही बात हो रही थी कि उन्होंने कहा कि ठीक है तुम सो जाओ रात काफ़ी हो चुकी है और मेरे पति के कुछ कपडे हैं तो तुम वो पहन सकते हो | मैंने उनका धन्यवाद किया और कपडे बदल कर लेटा ही था कि मेरी आँख लग गई | कुछ देर बाद मुझे अपने शरीर पर कुछ हरकत नजर आई तो मैंने जैसे ही आँख खोली तो देखा कि मैं नीचे से पूरा नंगा हूँ और वो मेरे लंड को अपने हाँथ में ले कर हिला रही हैं | मैं तुरंत उठ गया और उनसे कहा कि आप ये क्या कर रही हैं ? तो उन्होंने बताया कि मेरे पति का 6 महीने पहले निधन हुआ है और मैं तब से बहुत प्यासी हूँ | आज तुम मेरे घर आये तो मैंने सोचा कि तुमसे चुदवा कर अपनी प्यास बुझा लूं | तो मैंने उनसे कहा कि देखिये आपने मेरी मदद की है मैं आप के साथ ऐसा कैसे कर सकता हूँ ? तो उन्होंने कहा कि तुम एक एहसान उतार रहे हो मदद के बदले यही समझ लो | कुछ देर सोचने के बाद मैंने कहा कि मैं ये सब नही कर सकता प्लीज् आप मेरी बात समझिये | तो उन्होंने गुस्से में कहा कि मेरे पति के कपडे उतार और निकल यहाँ से | जब मैं उनके कपडे उतार के पूरा नंगा हो गया और अपने कपडे ढूढने लगा पर मुझे मेरे कपडे मिल ही नही रहे थे | मैंने उनसे पूछा कि मेरे कपडे कहाँ है ? तो उन्होंने कहा कि मैंने तेरे कपडे छुपा दिए हैं और तू यहाँ से नंगा ही निकलेगा | मैं सोच में पड़ गया और फिर मैंने कहा कि ठीक है मैं आप को चोदुंगा पर मुझे नंगा मत भगाइए | फिर वो मेरे पास आ कर मेरे लंड को पकड कर हिलाने लगी ताकि अच्छे से खड़ा हो जाये | जब मेरा लंड खड़ा हो गया तो उन्होंने मेरे लंड को अपनी जीभ से चाटना चालू कर दिया तो मेरे मुंह से आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ की सिस्कारिया निकलने लगी | वो मेरे लंड को बहुत प्यार से चाट रही थी जैसे कोई आइसक्रीम हो और मैं आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ कर रहा था | उसके बाद उन्होंने मेरे लंड को अपने मुंह में डाल लिया और आगे पीछे करते हुए चूसने लगी तो मैं आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए सिस्कारिया लेने लगा | वो मेरे लंड को जोर जोर से आगे पीछे करते हुए चूस रही थी और मैं आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए उसके सिर को पकड कर खड़ा था | उसके बाद वो लेट गई अपनी टाँगे चौड़ी कर के | मैं समझ गया उसका इशारा और उसे चोदने जाने लगा तो उसने कहा कि पहले मेरी चूत चाट | तो मैं नीचे झुक कर उसकी चूत में अपनी जीभ रख कर चाटने लगा तो वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए मचलने लगी | मैं उसकी चूत को चाटते हुए उसकी चूत की झिल्ली को भी होंठ से दबा कर चूसने लगा तो वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए मेरा सिर अपनी चूत में दबाने लगी | फिर उसने मुझसे कहा कि चल अब चोद | तो मैंने अपने लंड पर पहले थूक के गीला किया और फिर एक ही झटके में अन्दर डाल दिया और चोदने लगा तो वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए सिस्कारिया लेने लगी | फिर मैंने अपनी चुदाई की स्पीड बढ़ा दिया और जोर और से चोदने लगा तो वो भी आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए अपनी गांड उठा उठा कर चुदवाने लगी | मैं जोर जोर से उसकी चूत को चोद रहा था और वो भी आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए चुदाई का मजा ले रही थी | कुछ देर बाद मैंने उसकी चूत के अन्दर माल छोड़ दिया | फिर मैं वहीँ सो गया और उसके बाद सुबह होते ही मैं वहां से निकला और गाड़ी बनने को दिया और घर आ गया | फिर सही सलामत मैं मुक्त हुआ उस महिला से |
तो दोस्तों ये थी मेरी दास्तान, मैं उम्मीद करता हूँ कि आप सभी को मेरी कहानी जरुर पसंद आयगी |