हेल्लो फ्रेंड्स कैसे हो आप लोग | आशा करती हूँ की आप लोग सब ठीक ठाक होकर रोज सेक्सी कहानियां पढ़ते होंगे | दोस्तों मेरा नाम अंजली है और मैं देहरादून की रहने वाली हूँ | दोस्तों मैं आज आप लोगो को एक नयी कहानी बताउंगी जिसे पढके आप लोगो को बहुत आनंद प्रयाप्त होगा |
दोस्तो थोडा मैं आप को अपनी डिटेल बताती हूँ फिर मैं आप लोगो को सीधा कहानी की ओर ले चलती हूँ |
मैं एक बैंक में क्लर्क का काम करती हूँ | मेरी शादी हो चुकी है है और मेरे पति का फॉरेन में बिज़नस है और वो वहीँ रहते है | मेरी शादी के अभी लगभग 4-5 महीने ही हुए हैं | तो चलिए दोस्तों मैं आप लोगो को अपनी ज्यादा जानकारी न बांटते हुए आप लोगो को कहानी की ओर ले चलती हूँ |
तो मेरे प्रिय भाइयों और बहनो ये बात उस समय की है जब मैं अपनी 12 वीं की पढाई देहरादून पब्लिक स्कूल में कर रही थी | मैं अपने कॉलेज ,कॉलेज की बस से जाया करती थी | मेरा कॉलेज मेरे घर बहुत दूर था इसी लिए मेरे पापा ने मेरे लिए कॉलेज की बस लगवा दी थी | कॉलेज की बस रोज टाइम से सुबह घर आर आ जाती थी और टाइम से छुट्टी में घर ले आती थी | मैं अपने घर की बहुत लाडली थी | मेरे पापा-मम्मी मुझे बहुत मानते थे | मैं अपने घर की अकेली थी इसीलिये मैं जो कुछ अपने पापा-मम्मी से मांगती थी वो मुझे झट से लेकर दे देते थे मुझे किसी चीज की कमी नही थी | मैं अपने कॉलेज में भी सबकी बहुत प्यारी थी मुझे सब लोग मानते थे | मैं अपने कॉलेज की टोपर थी 1 क्लास से लगाकर अभी तक मैं अपने कॉलेज में फर्स्ट ही आती थी | इससे मुझसे कई लडकिया चिढती भी थी | मेरी मेरे कॉलेज में एक सहेली थी वो मुझे बहुत मानती थी और मैं भी उसे उतना ही मानती थी जीतन वो मुझे मानती थी | हम दोनों बहुत अच्छे दोस्त थे | उसका घर मेरे घर से कुछ ही दूरी पर था | हम लोग क्लास से लगाकर बस की एक ही सीट पर बैथते थे | हम लोग इंटरवल में खाना एक जी साथ बैठकर खाते थे और जब भी कभी छुट्टी होती थी तब मैं या वो एक दुसरे के घर जाके खूब मस्त किया करते थे |
मेरी सहेली का एक बॉयफ्रेंड था उसका नाम सत्यम था | वो दिखने में बहुत स्मार्ट और चिकना था | मेरी सहेली ने मुझे उससे एक-दो बार मिलवाया भी था | वो मेरे ही कॉलेज के साइड में एक दूसरा कॉलेज था उसमे पढता था | एक दिन मैं और मेरी सहेली छुट्टी के बाद बस मे बैठकर घर जा रहे थे | तभी हम लोगो की बस के साइड में मेरी सहेली का बॉयफ्रेंड और उसका एक दोस्त बाइक से मेरी सहेली के साथ बात करते हुए आ रहे था | मैं सीट किनारे चुपचाप बैठी हई थी और उनकी बाते सुन रही थी | जो मेरी सहेली के बॉयफ्रेंड का दोस्त मुझे घूरे जा रहा था | थोड़ी देर के बाद हम लोगो के घर आने वाले थे तो यो लोग चले गये थे | बस मुझे मेरे घर पर उतार कर चली गयी | जब शाम हुयी तब मेरी सहेली मेरे घर पर आयी और बोली की कल तुझे किसी से मिलवाना है तु तैयार रहना मैं काल तुझे लेने आउंगी | अगले दिन वो मुझे अपनी दीदी की स्कूटी से लेने आयी और मुझे लेके एक अच्छे से रेस्टोरेंट में चली गयी | मैं वहां कुछ देर तक बैठी रही और फिर मैंने अपनी सहेली से पूंछा की किस्से मिलवाने लायी है बता तो दे | उसने कहा की शबर कर आत ही होगा | मैं थोड़ी देर तक और बैठी रही और फिर्देखा की उसका बॉयफ्रेंड और उसके साथ में उसका दोस्त जो मुझे घूर रहा था | वो लोग आके मेरी सामने वाली टेबल पर बैठ गये | मेरी सहेली ने मुझसे कहा की इनको तुमसे कुछ बात करनी है इसलिए मैं तुझे इससे मिलवाने के लिए आयी हूँ यह कहकर वो दोनों वहां से चले गये और बोला की हम लोग थोड़ी देर में आयेंगे तब तक तुम दोनों आपस में बात करो | अब हम दोनों बैठे हुए थे उसने मेरे लिए कॉफ़ी आर्डर की | कॉफ़ी पिने के बाद मे मैंने उससे पूंछा की क्या बात करनी है तो वो थोड़ी देर के बाद बोला की मैं तुम्हे लाइक करने लगा हूँ और मैं तुम्हे पसंद करता हूँ | अगर मैं आप को पसंद हूँ तो आप हाँ कर दो वरना कोई बात ही नही मैं दोबारा तुमसे कुछ नही कहूँगा और न ही तुम्हारे पीछे आऊंगा | वो दिखने में बिलकुल भोला था उसका मूझे पर्पोस करने का तरीका बहुत पसंद आया | मैंने थोड़ी देर तक अपने मन में सोंचा और फिर उसको हाँ बोल दिया |
अब मैं और मेरी सहेली दोनो लोग अपने-अपने बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर खूब मस्त करते थे | हम लोगो के एग्जाम हो गये थे | मैंने अपने बॉयफ्रेंड के बारे में अपने पापा को बताया | मेरे पापा ने उसके पापा से बात करके हम लोगो का रिश्ता पक्का कर दिया था | हम लोगो ने पानी पढाई पूरी कर ली थी | मेरी बैंक में जॉब लग गयी थी और मेरा जो बॉयफ्रेंड था वो फॉरेन में जाके बिज़नस कर रहा था | हम लोगो की अगले महीने की 15 तारीख को शादी थी | मेरा बॉयफ्रेंड भी आ गया था | मैंने अपने सहेली और उसके बॉयफ्रेंड को भी अपनी शादी पर बुलाया था | हम लोगो की शादी बड़े धूम धाम से हुयी थी | जब मेरी सुहाग रात आयी तब मेरे पति ने मुझे पूरा नंगा कर दिया और अपना लंड मेरे मुह में देके पहले मुझे चूसाया और फिर जब उनका लंड खड़ा हो गया तब उन्होंने मुझे बेड पर लिटा कर मेरी चूत में अपना लंड डाल कर जोर-जोर से अन्दर-बाहर धक्के देने लगे और मैं अपने मुह से आह आह अह अहह अहह आह आह्ह्ह अह्ह्ह आह्ह्ह आः अहः अहः अह आहा अह औंह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह ईह्ह इउह की सिस्कारिया निकाल रही थी | उस दिन मुझे मेरे पति ने तीन बार चोदा था क्योकि अगले दिन उन्हें वापस जाना था | अगले दिन वो सुबह की फ्लाइट से चले गये थे | मैं दिन को अपने बैंक में अपना टाइम बिताती थी और जब रात को घर आती थी तब मुझे उनकी कमी महशूस होती थी | एक दिन मेरी बैंक मैं छुट्टी थी और मैं घर पर ही थी | पापा जी और माँ जी घर से कहीं बाहर गये थे घर पर खली मेरा देवर था | मैं अपने कमरे में लेट कर अपने पति से नंगी होकर विडियो काल पर बात कर रही थी ओर अपनी चूत में ऊंगली डाल कर अंदर-बाहर कर रही थी | थोड़ी देर तक मैंने अपने पति से बात की और फिर उन्हें कोई काम आ गया तो उन्होंने काल काट दी | मैं उनसे बात करते-करते गरम हो गयी थी और मुझे अब लंड की जरुरत थी | मैंने कुछ देर तक अपना दिमाक लगाया और फिर बाद मैं मैं अपने देवर के कमरे में गयी | वो लेता था और कुछ पढ़ रहा था | वो मुझे देख कर अपनी बुक को छिपा लिया था मैंने उससे वो बुक ली और देख क्या वो सेक्सी कहानिया पढ़ रहा था | मैंने फिर उसके लंड की ओर देखा तो उसका लंड एकदम खड़ा था | मैंने बुक साइड में रखी और उसकी पैंट नीचे उतार कर मैं भी नीचे बैठ गयी और उसका लंड अपनी मुह में रख कर चूसने लगी | उसको इतना मजा आ रहा था की वो अपने मुह से आह आह आह आह आह आह आहा अह आहा आहा अह आहा अह आहा उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह की सिस्कारियां निकाल रहा था | थोड़ी देर तक मैंने उसका लंड चूसा फिर मैंने उसको अपनी चूत चाटने को कहा और बेड पर लेट गयी | मेरे देवर ने अपना मुह मेरी चूत में डाल कर चाटने लगा और मेरे भी मुह से आह आह आह अह आहा आहा अह आहा हा आहा हा हह आहा हाहिह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह उन्ह उन उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्घ इह्ह इह्ह इह्ह आह आह आहा अह आहा की सिस्कारिया निकाल रही थी | फिर मैंने अपनी दोनों टांगो को फैला दिया और उसे अपनी चूत चोदने को कहा | उसने अपना लंड मेरी चूत में डाल कर मेरी चूत में जोर-जोर धक्के देके चोदने लगा | मैं वो मेरा देवर दोनों को ही मजा आ रहा था और दोनों ही अपने मुह से आह हाह आहा अह आहा अह अह आहा अह अह्हह अहाह आहा हा अह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उहोह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्हिह्ह इह्घ की सिस्कारिया निकाल रहे थे | थोड़ी देर के बाद हम दोनों देवर-भाभी एक साथ ही झड गये थे |
तो दोस्तों ये थी मेरी कहानी आशा करती हूँ की आप लोगो को पसंद आएगी |