indian aunty हेल्लो दोस्तों मेरा नाम अनिल है और मैं रहने वाला जयपुर का हूँ | मैं हिंदी सेक्सी कहानिया डॉट कॉम पर सेक्सी कहानियां काफी अरसे से पढता आ रहा हूँ और मैंने अभी तक बहुत सारी कहानी पढ़ी है | दोस्तों मैंने जो आज तक कहानी पढ़ी हैं वो कहानी मुझे बहुत पसंद आई हैं और मैं सब दुसरे लोगो की कहानी को पढ़ कर मज़े लेता हूँ तो मेरा भी मन हुआ की मैं भी अपनी कहानी को आप लोगो तक पहुचाओ | दोस्तों मैं अपनी कहानी को आप लोगो तक इसलिए पहुचना चाह रहा हूँ की आप लोग भी मेरी तरह मेरी कहानी को पढ़ कर मज़े ले | मैं कहानी को शुरू करने से पहले अपने बारे में बता देता हूँ | मेरी उम्र 22 साल है और मैं दिखने में ज्यादा गोरा तो नही हूँ पर मेरी बॉडी ठीक है जिससे मैं दिखने में अच्छा लगता हूँ | मैं अभी पढाई करता हूँ और अपने घर का काम करता हूँ | दोस्तों मुझे चुदाई करना बहुत पसंद है और मैं अक्सर ही रंडियों की चुदाई करके अपनी गर्मी संत कर लेता हूँ | मैं जो आज कहानी लिखने जा रहा हूँ ये मेरी सच्ची कहानी है और इस कहानी है मैं आप लोगो को बताऊंगा की कैसे मैंने अपने अंकल के साथ मिलकर आंटी को उड़ाया था |
दोस्तों मेरे घर में मेरे पापा और मम्मी मैं रहता हूँ | मेरे अंकल और आंटी दूसरी जगह रहते हैं और अंकल के घर मैं अक्सर जाया करता हूँ | मेरी आंटी और अंकल मुझे बहुत मानती हैं | मैं और मेरे अंकल शादी के पहले एक साथ ही रहते थे और एक बार तो मैं और अंकल ने एक लड़की को साथ में ही चोदा था | मैं और मेरे अंकल बहुत ही मस्ती किया करते थे उस टाइम | दोस्तों अब जब से मेरे अंकल की शादी हो गयी है तब से मेरे अंकल मेरे साथ नही घूमते हैं | एक दिन की बात है जब मैं अपने अंकल के घर गया हुआ था | मैं उस दिन सुबह का नाश्ता करने के बाद मैंने खाना खाया और फिर छत पर जाकर लेट गया | मैं लेटा गया था जिससे मुझे कुछ टाइम बाद नीद आ गयी और मैं सो गया | जब मैं सोकर उठा तो मुझे टॉयलेट लगी थी तो मैं नीचे गया और टॉयलेट करने के बाद वापस छत पर आ रहा था | तभी मुझे अंकल के रूम से सिस्कारिया की आवाज आई तो मैंने सोचा देखूं किसकी आवाज है | मैं अंकल के रूम में इधर उधर देखने लगा की मुझे कोई जगह देखने के लिए मिल जाये | मैं तभी धीरे से खिड़की के पास गया तो मैंने खिड़की को थोडा सा खोल दिया और दिखने लगा | जब मैं दिखने लगा तो मुझे आंटी दिखी वो बिना कपड़ो के बैठी थी और अपनी चूत में ऊँगली को डाल कर हिला रही थी साथ में आ आ आ आ… अह्ह्ह अह्ह्ह…. ओह्ह ओह्ह ओह्ह…. की सिसकियाँ ले रही थी | वो नज़ारा देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया और मैं आंटी को ये करते हुए देखने लगा | आंटी अपनी चूत में जोर जोर से ऊँगली को कर रही थी तभी अंकल अपने लंड को हाथ में पकड कर हिलाते हुए आये | तब आंटी ने अंकल के लंड को पकड कर हिलती हुई मुंह में रख लिया और जोर जोर से चूसने लगी | आंटी अंकल के लंड को मुंह में रख कर जोर जोर से चूसने लगी और अंकल आंटी के बालो को पकड कर उनके मुंह को आगे पीछे कर रहे थे | अंकल आंटी के सर को अपने दोनों हाथो से पकड लिया और आंटी के मुंह में जोरदार धक्के मारने लगे |
दोस्तों जब अंकल आंटी के मुंह में धक्के मारने लगे तो आंटी के मुंह से ग्ग्ग्ग अग्ग्ग घ्घ्ग्ग की आवाज आने लगी और आंटी मज़े लेते हुई अंकल के लंड को चूस रही थी | अंकल लंड को ऐसे ही कुछ देर तक चूसने के बाद लंड को मुंह से निकाल कर आंटी के चूत के मुंह पर लंड को रख रगड़ने लगे | आंटी के मुंह से जोर जोर से अहह अहह अहह… ओह्ह ओह्ह ओह्ह…. ह ह ह ह… की सेक्सी आवाजे करने लगी | मैं ये देख कर अपने लंड निकाल को कर हाथ में पकड लिए और पकड कर हिलाने लगा | मैं अपने लंड को पकड के हिला ही रहा था | तभी अंकल ने आंटी की चूत में लंड को घुसा कर जोरदार धक्को के साथ अन्दर बहर करने लगे | अंकल आंटी की चूत में जोरदार धक्को के साथ अन्दर बहर करते हुए चोद रहे थे और मैं खड़ा होकर देख कर मज़े ले रहा था | आंटी अपने दोनों बूब्स को पकड कर चुद रही थी | मैं आंटी को ऐसे देख कर मज़े ले रहा था | आंटी बिना कपड़ो के बहुत ही ज्यादा सुन्दर लग रही थी और अंकल उनको जोरदार धक्को के साथ चोद रहे थे | फिर अंकल ने आंटी को घुमा दिया और चोदने लगे जिससे मुझे कुछ दिखाई नही दे रहा था तो मैं दिखने के लिए थोड़ी सी खिड़की और खोलने लगा जिससे खिड़की पूरी ही खोल गयी | खिड़की की आवाज सुनकर आंटी ने मुझे देख लिया तो मैं चुप चाप ऊपर जाने लगा | तब अंकल ने मुझे कमरे में आने को कहा और मैं अंकल के कहने पर कमरे में चला गया | वो मुझे देखकर हँसते हुए बोले तुम बहुत सही टाइम पर आये हो मैं चुदाई करने के लिए तीसरे आदमी के बारे में आज ही बात की थी | तुम्हारी आंटी वैसे ही चुदाई करना चाहती है जैसे हम दोनों ने कुछ साल पहले एक लड़की को चोदा था | मैं ये बात सुनकर बहुत खुश हुवा और बोला ये बात आंटी को कैसे पता चली तो अंकल ने बतया की मैंने ही बताया है | फिर आंटी ने मुझसे कहा यार मैं भी 2 लंड से एक साथ चुद कर मज़े लेना चाहती हूँ | मैं भी अपने लंड को चोदने के लिए तैयार करके रखा था | फिर मैंने आंटी की होठो पर अपनी होठो को रख कर चूसने लगा | वो भी मेरी होठो को मुंह में रख कर चूसने लगी | मैं आंटी को होठो को चूसने के साथ उनके बड़े और चिकने बूब्स को दबाने लगा | मैं उनकी होठो को कुछ देर तक चूसने के बाद मैंने उनके बूब्स को पकड कर मुंह में रख लिया और जोर जोर से चूसने लगा | मैं उनके बूब्स को जब मुंह में रख कर चूसने लगा तो वो मचल गयी और मेरे सर को दबाने लगी | वो मेरे सर को दबाती हुई ऊ ऊ ऊ ऊ ऊ….. अह अह अह अह…… ओह ओह ओह एह…. की सेक्सी आवाजे करने लगी | दोस्तों मैं उनकी ये सेक्सी आवाजे सुनकर और जोश में आ गया और उनकी चूत में अपनी ऊँगली घुसा दी | मैं उनके बूब्स के निप्पल को घुमा घुमा कर चूस रहा था और साथ में उनकी चूत में ऊँगली को घुसा कर अन्दर बाहर करने लगा | फिर मैं उनके बूब्स को छोड़कर अपने लंड को आंटी के हाथो में पकड़ा दिया और वो मेरे लंड को आगे पीछे करती हुई मुंह में रख लिया | वो मेरे लंड को मुंह में रख कर चूसने लगी और दूसरी तरफ अंकल ने उनकी चूत में लंड को घुसा दिया | मैं उनके मुंह में अपने लंड को घुसा कर चूसा रहा था और अंकल आंटी की चूत में जोरदार धक्के मारने लगे | अंकल के धक्के की स्पीड से आंटी को बड़े बूब्स जोर जोर से हिल रहे थे और वो मेरे लंड को मुंह में रख कर जोर जोर से चूस रही थी | वो मेरे लंड को चूसने के साथ मुंह से सेक्सी आवाजे भी करने लगी |
दोस्तों तब मैंने अपने लंड को उनके मुंह से निकाल लिया और उनकी चूत के मुंह पर रख कर घुसा दिया और आंटी को जोरदार धक्को के साथ चोदने लगा | जब मैं आंटी की चूत में धक्के मारने लगा तो उनके मुंह से ऊ ऊ ऊ ऊ….. अह अह अह अह…… ओह ओह ओह… की सिसकियाँ जोर जोर से लेने लगी | फिर मैंने आंटी की चूत से लंड को निकाल कर नीचे लेट गया और आंटी मेरे लंड पर बैठ कर ऊपर नीचे होती हुई चुदने लगी | आंटी मेरे लंड पर बैठ कर जोर जोर से ऊपर नीचे होती हुई चुदने लगी साथ में ऊ ऊ ऊ ऊ….. अह अह अह अह…… ओह ओह ओह एह…. की आवाजे भी कर रही थी | वो मेरे लंड पर बैठ कर चुद ही रही थी की साथ में अंकल ने उनकी चूत में लंड को घुसा दिया | अंकल आंटी की चूत में लंड को घुसा कर धक्के मारने लगे थे और मैं उनकी गांड में नीचे से धक्के मार रहा था | अंकल ने धक्को की स्पीड इतनी तेज कर दी की धक्को की आवाज गूंजने लगी और साथ में आंटी की सिसकियाँ की आवाज गूंज रही थी | अंकल ऐसे ही कुछ देर धक्के मारने के बाद झड़ गए | मैं अभी भी आंटी की गांड में नीचे से धक्के मार रहा था | मैंने धक्को की स्पीड इतनी तेज कर दी की मेरा लंड गांड से निकल कर कब चूत में घुस गया मुझे पता ही नही चला | मैं धक्को को जोर जोर से अन्दर बाहर करते हुए चोद रहा था | मैं आंटी को ऐसे ही कुछ देर तक चोदने के बाद मैं झड़ने वाला था तो मैंने अपने लंड को आंटी की चूत से निकल कर मुंह में डाल दिया | फिर आंटी के मुंह में झड़ गया और आंटी ने मेरे लंड को चाट कर साफ कर दिया | फिर मैंने अपने कपडे पहन लिए और आंटी अंकल ने अपने कपडे पहन लिया | उस चुदाई के बाद मैंने आंटी के साथ अकेले भी सेक्सी किया है और जब मैं आंटी के साथ अकेले सेक्सी किया तो मुझे मज़ा भी बहुत आया |
धन्यवाद…………..