हसीं जवानी में गांड और चूत की चुदाई

जनाब कैसे है आप सब और मैं हु अलका जी और मैं एक नर्स का काम करती हूँ | मैंने सोचा है आज आपको अपने बारे में खुल के बता दूँ ज़रा और ये मेरी आदत नहीं ये मेरी फितरत है | मैंने आज तक किसी को भी नहीं छोड़ा तो मैं चुदाई को कैसे छोड़ सकती हूँ | मैंने कई बार इसे किया है और मैंने ये भी सोचा नही था कि मैं ऐसा कुछ करुँगी जिससे सब को मेरे बारे में पता चल जाएगा | पर मुझे इससे कोई भी दिक्कत नहीं है और मैं न तो किसी का दिल दुखाना चाहती हूँ और न ही किसी के साथ कुछ गलत करना चाहती हूँ इसलिए मैंने आपके लिए एक मनोरंजन से युक्त कहानी बनायीं है जिसे में कहानी के रूप में आपके सामने पेश कर रही हूँ | और मुझे ये बताते हुए बिलकुल भी शर्म नहीं आ रही की मैंने कई बार लोगो को मजबूर करके भी अपनी चुदाई करवाई है | इसलिए मेरे नाम के कई कारनामे मेरे कॉलेज और मेरे स्कूल में भी मशहूर है और इसी की वजह से आज मैं एक सरकारी नर्स बन पायी हूँ | तो दोस्तों बस दिल ठान के सुनते जाइए मेरी कहानी |

बोर्ड के रजिस्ट्रार के साथ –

मैं एक माध्यम परिवार से हूँ तो मुझे कई बार अपनी ज़रूरतों से समझौता करना पड़ता था | इसलिए मैंने सोचा क्यूँ न इस शब्द को ही हटा दिया जाए | मैं पढने में बिलकुल भी अच्छी नहीं थी इसलिए मुझे हमेशा दर रहता था कि मैं कभी फ़ैल न हो जाऊं और इसके लिए मैं तैयार भी रहती थी | पर मैंने कभी नहीं सोचा था कि इसके लिए मुझे कुछ गलत रास्ता चुनना पड़ेगा | पर जब आप किसी चीज़ को ठान लेते हो तो कुछ भी करते उसे हासिल करके रहते हो | इसलिए मैंने सोचा कि नंबर अगर कम आये तो उन्हें ज्यादा करवा लिया जाएगा | पर मैंने भी कच्ची गोलियां नहीं खेली मैंने सीधा जुगाड़ लगाया अपने बोर्ड में | मेरे बोर्ड में ही १२ वीं की कापियां चेक होती है | तो स्कूल में करने से कोई फायदा नहीं था | मैंने सोचा सीधा मैं पार्टी से मिलती हूँ और सब सेट कर लेती हूँ | मैंने यही रास्ता अपनाया और मुझे किस्मत से रजिस्ट्रार मिल गया और उसी के हाथ में सब कुछ था | अब मेरे सामने सब कुछ साफ़ था कि मुझे क्या करना है और उनसे क्या कहना है |

मैंने उनसे मीटिंग रखवाई और उसके बाद जैसे ही वो आये तो मैंने उनसे बात करना चालु कर दिया | मैंने कहा सर ऐसी ऐसी बात है और आपको देने के लिए मेरे पास कुछ भी नहीं है | मैं अपने स्कूल की सबसे सुन्दर लड़की थी इसलिए मैंने सोच ही लिया था कि ये मेरे हुस्न पे फ़िदा हो इससे पहले मैं अपना इक्का फेक दूंगी | इसलिए मैंने पहले ही उससे कहा सर मैं आपके पास औं क्या | उसने कहा हाँ आ जाओ इसमें क्या दिक्कत है | मैं उसके पास गयी और उसके कान के पीछे हाथ फेरते हुए कहा सर मेरी चूत कमसिन है | सील पैक है और अप जैसे शादी शुदा मर्द को ऐसा माल कहा मिलेगा | आप मुझे पास करवा दो और ये कुंवारी चूत आपके नाम | उसने तुरंत मुझे खींच कर अपनी गोद में बैठा लिया और कहा जानेमन अब देखता हूँ तुम्हे फ़ैल कौन करवाता है | मैंने मन ही मन सोचा कि ये कम तो हो गया बस अब पेपर देने के एक्टिंग करनी है | उसने मुझसे कहा कल तुम मेरे बंगले पे आ जाना मैं तुम्हे खेलना सिखाऊंगा और तुमाहरी चूत का उद्घाटन करूँगा |

अब मेरा रास्ता साफ़ था और मुझे डरने की बात भी नहीं थी तो मैंने सोचा क्यूँ ना मैं यही रुक जाती हूँ और उसके बाद मैं होटल चली गयी जहाँ मैं रुकी थी | अगले दिन सुबह मैं उसके घर गयी और वो साला हर किसी को बाहर भेज रहा था | मैंने सोचा आज तो तू गयी अलका | उसने जैसे ही मुझे देखा मेरे पास दौड़ा चला आया और मेरे गले में हाथ डालके मुझे अन्दर ले जाने लगा | मुझे अजीब तो लग रहा था पर मैं क्या कर सकती थी | वो धीरे धीरे मेरे दूध भी दबा रहा था और मुझे गाल पे किस भी कर रहा था | मैंने कहा सर मैं अभी माँ नहीं बनना चाहती तो उसने कहा मेरी जान उसकी चिंता मत करो मुझे भी इस उम्र में बाप बनने का कोई शौक नहीं है | मुझे लगा चलो साला होशियार तो है | आब बारी आई उसकी तो उसने मुझे वही सोफे पे बैठा दिया और मुझे किस करने लगा | मैंने भी उसको बाँहों में भर लिया और उसको किस करने लगी | वो मेरे होंठों के साथ साथ मेरी जीभ को भी चूस रहा था और मुझे ये सब बहुत अच्छा लग रहा था | धीरे से उसने मेरे दूध में अपने हाथ डाल दिए | उसने मेरे दूध को मसलना चालु किया और मुझे कुछ अलग ही एह्साह हो रहा था | उसके बाद उसने मेरे कपडे उतार दिए और मैं बस एक सफ़ेद पेंटी में उसके सामने थी | उसने मेरे दूध को पीना शुर कर दिया और मेरे हाथ और अपने लंड पे रखके कहा इसको हिलाओ | उसका लंड काफी बड़ा था और खड़ा होने के बाद ९ इंच का हो गया | वो मेरे दूध पी रहा था और मैं उम्म्म्मम्म्म्मम्म्म्म आआअह्हह्हह्ह ऊऊऊओह्हह्हह्हह्हह आआअह्हह्हह्ह ऊऊउफ़्फ़्फ़्फ़् ऊऊऊऊईईईईइमा कर रही थी | पर वो मुझे बिलकुल भी नहीं छोड़ रहा था और मेरे दूध के निप्पल को काट भी रहा था | मैं तो पागल हुई जा रही थी और मेरी पेंटी भी गीली हो गयी थी | उसने झट से मेरी पेंटी को उतार दिया और मेरी छोटी सी चूत पे हाथ फेरने लगा | मेरी चूत पे हलके सी बाल थे और उसने अपनी दो उँगलियों से मेरी चूत को फैलाया और गुलाबी चूत का पानी पीने के लिए उसपे मुह लगा दिया | मैं उम्म्म्मम्म्म्मम्म्म्म आआअह्हह्हह्ह ऊऊऊओह्हह्हह्हह्हह आआअह्हह्हह्ह ऊऊउफ़्फ़्फ़्फ़् ऊऊऊऊईईईईइमा उम्म्म्मम्म्म्मम्म्म्म आआअह्हह्हह्ह ऊऊऊओह्हह्हह्हह्हह आआअह्हह्हह्ह ऊऊउफ़्फ़्फ़्फ़् ऊऊऊऊईईईईइमा उम्म्म्मम्म्म्मम्म्म्म आआअह्हह्हह्ह ऊऊऊओह्हह्हह्हह्हह आआअह्हह्हह्ह ऊऊउफ़्फ़्फ़्फ़् ऊऊऊऊईईईईइमा कर रही थी | और वो चाते जा रहा था |

उसके बाद उसने मेरी चूत पे अपना लंड रखा और अध अन्दर कर दिया | मेरी चूत से खून निकलने लगा और मैं कहने लगी निकालो इसको बाहर पर वो मुझे किस करने लगा और हलके हलके चोदने लगा | फिर थोड़ी देर बाद उसने मुझे एक धक्का मारा और पूरा लंड अन्दर कर दिया | मैंने उसके बाद मज़े लेना शुरू कर दिया मैं भी उम्म्म्मम्म्म्मम्म्म्म आआअह्हह्हह्ह ऊऊऊओह्हह्हह्हह्हह आआअह्हह्हह्ह ऊऊउफ़्फ़्फ़्फ़् उम्म्म्मम्म्म्मम्म्म्म आआअह्हह्हह्ह ऊऊऊओह्हह्हह्हह्हह आआअह्हह्हह्ह ऊऊउफ़्फ़्फ़्फ़् उम्म्म्मम्म्म्मम्म्म्म आआअह्हह्हह्ह ऊऊऊओह्हह्हह्हह्हह आआअह्हह्हह्ह ऊऊउफ़्फ़्फ़्फ़् ऊऊऊऊईईईईइमा करके चुदवा रही थी | मुझे अच्छा लग रहा था और उसे भी | फिर थोड़ी देर बाद वो झड़ गया और सारा मुठ मेरे पेट पे गिरा दिया | पर उसने मुझे चोदना बंद नहीं किया वो मुझे चोदता ही रहा करीब तीन घंटे तक और मेरी चूत अब सेट हो गयी थी तो मुझे अच्छा लग रहा था | उसके बाद उसने मुझे पास करवा दिया और मैं उससे तीन बार और चुदी | फिर उसके बाद हम लोग नहीं मिले और मैंने कॉलेज भी पास कर लिया ऐसे ही चुदवा चुदवा के |

नेता से चुदाई –

आप तो जानते ही हैं नेता कितने बड़े हरामी होते हैं | मुझे नर्स की नौकरी मिल नहीं रही थी तो किसी ने ने बताया नेजती अर्जुन के पास चली जाओ वो तुम्हे दिलवा देंगे सरकारी नौकरी | मैंने मन में सोच ही लिया था कि चलो अब नेताजी भी मेरी चूत का मज़ा लेंगे तो ठीक है | जैसे ही मैं उनके बंगले में पहुंची तो देखा साला लंगड़ा था पर चुदाई का शौक़ीन था | खड़े होने में दिक्कत थी पर लंड में इतनी ताकत कि किसी भी चूत का वजन उठा सकता था | मैंने जैसे ही अन्दर गयी तो उसने पहले दरवाज़ा बंद करवाया | अब उसने कहा मेरे लंड को चूसो | मैंने उसका लंड खुद देर तक चूसा और उसने मुझे अपना मुठ तीन बार पिलाया | चूसते वक़्त वो उम्म्म्मम्म्म्मम्म्म्म आआअह्हह्हह्ह ऊऊऊओह्हह्हह्हह्हह आआअह्हह्हह्ह ऊऊउफ़्फ़्फ़्फ़् उम्म्म्मम्म्म्मम्म्म्म आआअह्हह्हह्ह ऊऊऊओह्हह्हह्हह्हह आआअह्हह्हह्ह ऊऊउफ़्फ़्फ़्फ़् उम्म्म्मम्म्म्मम्म्म्म आआअह्हह्हह्ह ऊऊऊओह्हह्हह्हह्हह आआअह्हह्हह्ह ऊऊउफ़्फ़्फ़्फ़् ऊऊऊऊईईईईइमा आआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् कर रहा था | पर मुझे अच्छा लग रहा था क्यूंकि इसका लंड ११ इन्चा का था | मेरी छूट को ऐसे ही दुमदार लंड की ज़रूरत थी जो मेरी चुदाई ठीक से कर सके |

उसने मुझसे कहा आओ मेरे लंड पे बैठो और मैं जाके उसके लंड पे अपनी चूत टिका के ऊपर नेचे होने लगी | मैं उम्म्म्मम्म्म्मम्म्म्म आआअह्हह्हह्ह ऊऊऊओह्हह्हह्हह्हह आआअह्हह्हह्ह ऊऊउफ़्फ़्फ़्फ़् उम्म्म्मम्म्म्मम्म्म्म आआअह्हह्हह्ह ऊऊऊओह्हह्हह्हह्हह आआअह्हह्हह्ह ऊऊउफ़्फ़्फ़्फ़् उम्म्म्मम्म्म्मम्म्म्म आआअह्हह्हह्ह ऊऊऊओह्हह्हह्हह्हह आआअह्हह्हह्ह ऊऊउफ़्फ़्फ़्फ़् ऊऊऊऊईईईईइमा आआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् कर रही थी | उसका लंड बहुत ही अन्दर तक चुदाई कर रहा था | मैंने सोचा इसका लंड खतरनाक है | फिर उस्ने मुझे पूरी रात और अगली सुबह तक चोदा | मेरी चूत से इतना पानी निकला कि अब वो सूज गयी थी | उसके बात उसने जाते जाते मेरी गांड भी मारी और मैं उम्म्म्मम्म्म्मम्म्म्म आआअह्हह्हह्ह ऊऊऊओह्हह्हह्हह्हह आआअह्हह्हह्ह ऊऊउफ़्फ़्फ़्फ़् उम्म्म्मम्म्म्मम्म्म्म आआअह्हह्हह्ह ऊऊऊओह्हह्हह्हह्हह आआअह्हह्हह्ह ऊऊउफ़्फ़्फ़्फ़् उम्म्म्मम्म्म्मम्म्म्म आआअह्हह्हह्ह ऊऊऊओह्हह्हह्हह्हह आआअह्हह्हह्ह ऊऊउफ़्फ़्फ़्फ़् ऊऊऊऊईईईईइमा आआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् करवाते हुए फिर झड़ गयी |

पर अब मेरे पास सरकारी नौकरी है और चुदाई के कई सारे साधन भी | तो चलती हूँ मैं चुदाई का समय हो गया है डॉक्टर के साथ |

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