हैल्लो भाइयों और उनकी सैक्सी बहनों मेरा नाम है दीपक और मैं वड़ोदरा का रहने वाला हूँ | मैं 5 फीट 10 इंच लम्बा हूँ और दिखने में भी स्मार्ट हूँ | जब भी कोई मुझे गाली देता है तो मुझे बहुत गुस्सा आता है लेकिन जब बहनचोद बोलता है तो मुझे बिलकुल भी बुरा नहीं लगता | मेरे पापा बहुत रंगीन मिजाज़ आदमी हैं और उनकी दो शादी हो चुकी है | मेरी एक बड़ी सौतेली बहन है और वो बहुत मस्त आइटम है | उसका नाम है अनुषा और उसके बारे में मैंने बहुत सुना है कि वो बहुत जगह मुंह मारती फिरती है और मैंने भी उसका फायदा उठाया है | चलिए अब मैं सीधे कहानी पर आता हूँ |
तो बात है कुछ महीने पहले कि जब हमारे घर में काम चल रहा था और अनुषा के कमरे में भी काम लगा था तो पापा ने उसको मेरे कमरे में रहने के लिए बोल दिया | ये पापा की पहली गलती थी और मेरी सौतेली मम्मी और पापा को किसी काम से बाहर जाना पड़ गया ये दूसरी गलती हो गई | हमारे बिस्तर अलग अलग थे और मैं उसकी तरफ ज्यादा ध्यान नहीं देता था | वो मुझे बहुत परेशान किया करती थी और हर बार मुझे नालायक कहकर चिढ़ाया करती थी | साली कुत्ती अपने बड़े होने का फायदा उठाती थी और मैं उसको कुछ नहीं कह पाता था |
वो रात भर अपने बॉयफ्रेंड से बात करती रहती थी और अगर मैं कुछ कहता था तो वो मुझे डांट कर चुप करा देती थी | मैं भी चुप हो जाता था और कुछ नहीं कह पता था | ऐसा कई दिनों टक चलता रहा और मैंने भी धीरे धीरे हालातों से समजौता कर लिया था | पर मुझे उसकी हरकते खासकर जो वो मेरे साथ करती थी बिलकुल पसंद नहीं आती थी और मैं तो उसको सबक सिखाने के पूरे मूड में था | मैंने भी सोच लिया था कि देखो इस साली को बता के रहूँगा कि मैं आखिर हूँ कौन | मैंने बिना कुछ सोचे समझे एक बार कोशिश कि कि मैं उसका फोने तोड़ दूँ पर मैं हार गया | क्यूंकि उसने मुझे एक कसके तमाचा मारा और कहा कि सुन ये हरकते सुधार ले वरना हाथ पैर तुडवा दूंगी | मैंने भी कह दिया रोते रोते बहन है इसलिए सह लिया और बोल देना जिससे भी बोलना है | मैंने कहा जिस मादरचोद में दम है न हाथ लगा के देख ले | उसने कहा ठीक है कल स्छोल जाके दिखा फिर देखती हूँ तुझे |
भाईलोग अपन छोटे ज़रूर है पर अपनी पहचान बहुत बड़े बड़े गुंडों और नेतायों से है | मैंने कहा जिस मादरचोद में इतनी औकात हो न भेज देना | मैं अकेला स्कूल जा रहा था तो कुछ लड़के आये मुह बंद करके और मुझे पीछे से बल्ला मारा | मैंने भी हवा मैं मुक्का चलाया और उसका गमछा गिर गया और मुझे पता चल गया मेरी बहन रक्कू से पति है | सल्ला मोहल्ले का चिंदी चोर है | वो लोग ४ थे इसलिए मेरे को खूब मारा और अपना भी परा सरक गया | मैं स्कूल गया और उसके बाद सीधा अंचल भैया के पास गया और कहा भिया मेटर हो गया है | वो भी बोले किस बहनचोद ने मारा तेरेको मैंने बोला रक्कू | वो हमारे शहर के सबसे बड़े गुंडे थे | फिर उन्होंने बाबु और कल्लू को भी बुला लिया और मैं समझ गया इन लोगों को बहुत गुस्सा अ गया है |
मैं फिर घर गया और अपनी बहन से बोला सुन मादरचोद अब तेरेको सौतेला रूप दिखाऊंगा | और एक कान के पीछे दिया और बोला देख लेना तेरे भडवे प्यार को रोड पे नंगा करके मारूंगा | भैया लोग वहां आ गए | रक्कू के दोस्त घर पर ही थे और वो भी था वो मेरेको देख के समझ गया | मैं उसके घर में घुसा और उसकी माँ आ गयी मैंने बोला हट मादरचोद और उसको बाहर कहीं के लाया | फिर बोला मादरचोद मेरेको मारेगा बिल्ला भाई पे हाथ उठाएगा तू तेरी माँ का चूत | कल्लू भैया ने उसके एक दोस्त को जिसने मुझे मारा उसपे औजार चला दिया | सब भाग गए और मैं उसको मार रहा था | मेरी बहन रो रही थी |
फिर अंचल भैया आये और बोले “ बहनचोद भाई है मेरा किसीने ऊँगली भी उठाई तो हाथ काट डालूँगा मादरचोद” | फिर मैंने रक्कू के कपडे उतारे और नंगा किया और अपनी बहन के सपने गांड पे लात मरते हुए पूरे शहर में घुमाया | उसने उसके बाद वो सब छोड़ दिया और अब में घर गया और मेरी बहन ने मुझपे हाथ उठाने कि कोशिश कि तो मैंने हाथ पकड़ के कहा सुन रंडी अब तेरी बारी है तुझे नंगा घुमाऊंगा पूरे शहर में | तो वो डर गयी और बोली मुझे नहीं पता था तू इतना बड़ा हो जाएगा | मैंने कहा मादरचोद आज के बाद मेरे बीच में आई न तो रास्ते से ही हटा दूंगा बहनचोद | तो वो बोली इतना बहनचोद क्यों बोल रहा है तूने तो मुझे चोदा ही नहीं | मैंने कहा हाँ मादरचोद तुझे तो उस चिंदी चोर का लंड पसंद है न बहनचोद | तो उसने कहा नहीं वो तो बस मुझे ऐसे ही …. मैंने ए चुप मुझे सब पता है साली तू रो रही थी ऊपर खड़े होकर | उसने कहा वो तो मैं तेरे लिए रो रही थी कही तू कुछ गलत न कर दे |
तो मैंने कहा अच्छा इतनी फ़िक्र तब कहाँ गयी थी जब उन लडको को भेजा था मारने के लिए | तो वो चुप हो गयी और मेरे गले लग के कहने लगी भाई माफ़ कर दे मैं बहेक गयी थी | और मुझे चूमने लगी तो मैंने उसे अलग करके कहा तेरे पास से मुझे धोखे कि बू आती है | मैं अपने कमरे में चला गया और आराम करने लगा | पर मुझे वो याद आ रहा था कि कैसे उसने मुझे गले लगाया और मुझे चूमने लगी थी | मैंने सोचा साला उस चिंदी चोर ने इसको चोदा है तो मैं भी क्यूँ न इसको बजा दूँ मेरा लंड तो फिर भी बहुत बड़ा है | तो मैंने सोचा पहले सो लूँ क्यूंकि मैं सोया नहीं था पर मैंने सोचा कि कर ही लिया जाए यार नहीं तो पता नहीं साली क्या चाल चल दे अगली | पता चले सोते हुए मेरा गला ही दबा दे |
वो कमरे में बैठी थी और मैं भी पहुँच गया वो मुझे देखकर उठ गयी और कहने लगी कि क्या हुआ ? मैंने कहा चोदना है तुझे तो वो बोली क्या बहन हूँ मैं तेरी | मैंने कहा मैं बहुत बड़ा बहनचोद हूँ चाल जब तू उस चोर से चुदवा सकती है तो तू रंडी से कम तो है नहीं | तो वो बोली देख तमीज से बात कर | मैंने उसे पकड़ के अपनी तारक खींचा और कहा तमीज कि माँ कि चूत न तू मेरी बहन न मैं तेरा भाई तू बस एक रंडी है | मैंने उसके होंटों को चूमना चालू किया तो साली पीछे होने लगी | मैंने कहा क्यूँ अभी तो बड़ा चिपक रही थी अब क्या हुआ और इतना कहके ही मैंने उसे बिस्तर पे पटक दिया | फिर मैं उसके ऊपर लेट गया और उसके किस करने लगा और वो भी तो थी आखिर रंडी कब तक मना करती तो वो भी चालु हो गयी | मैंने धीरे धीरे करके उसके दूध पे हाथ ले गया और दबाने लगा टॉप के ऊपर से | धीरे से मैंने टॉप के अन्दर हाथ फ्दाला और दूध को जोर जोर से मसकने लगा | वो आअह्ह्ह्ह उम्म्म्मम्म्म्मम्म्म्म करने लगी और मैं भी उसका मज़ा बढाने लगा | फिर मैंने उसका टॉप उतार दिया और उसने कहा तुम तो उतारो | तो मैंने पूरे कपडे उतार दिए और मेरा लंड जो अब खड़ा हो गया था उसके मुंह में पेल दिया | वो मेरे लंड को चूसने लगी और उम्म्म्मम्म्म्मम्म्म्म उम्म्म्मम्म्म्मम्म्म्म करने लगी |
फिर मैंने अपना लंड उसके गले तक उतार दिया और वो पागलो कि तरह चूसती रह गयी | फिर दस मिनट बाद मैंने उसके गले नीचे अपना माल उतर दिया और वो पी गयी | अब बारी उसकी थी तो मैंने उसे कहा कि चल अपने पैर खोल | उसकी चूत बिलकुल साफ थी और टाइट भी थी क्यूंकि मैंने उसमे ऊँगली की तो सिर्फ एक ही ऊँगली अन्दर गयी |
उसके बाद मैंने अपना लंड अख के सीधा अन्दर पेल दिया और वो आह्ह्हह्ह्ह्हह्ह आह्ह्हह्ह्ह्हह्ह आह्ह्हह्ह्ह्हह्ह आह्ह्हह्ह्ह्हह्ह निकाल साले | यह कहने के बाद वो थोडा रुकी और फिर मज़े लेने लगी | फिर मैंने उसकी ३० मिनट टक उसकी चूत में चुदाई की और उनका माल छोड़ दिया | फिर मैंने उसको उल्टा किया और उसकी गांड मारी | क्या टाइट गांड थी उसकी क्या चोदा था उसको मैंने और मेरा बड़ा लंड था जो उसके चोदे जा रहा था | फिर मैंने उसको इतना चोदा था कि वो रात भर चुदी मुझसे और मेरे लंड से उसे प्यार हो गया | उस दिन के बाद से हम अक्सर चुदाई का खेल खेलते थे | दोस्तों आप लोगों को मेरी ये कहानी कैसी लगी कमेंट में जरुर बताइयेगा | मुझे इंतजार रहेगा |