प्रिंसी मैडम ने बुला के चुदवाया

हेल्लो फ्रेंड्स कैसे हो आप लोग | आशा करता हूँ की आप सभी लोग मस्त होंगे और रोज अपना कीमती वक़्त निकाल कर सेक्सी कहानिया पढ़ते होंगे | दोस्तों मैं आज आप लोगो को एक नयी कहानी बताऊंगा जिसमे मैंने अपने कॉलेज के प्रिंसी मैडम को चोदा उससे पहले आप लोग थोडा मेरे बारे में जान लीजिये फिर मैं आप लोगो को सीधा कहानी की ओर ले चलता हूँ |

दोस्तों मेरा नाम अनुभव ठाकुर है | मैं हिमांचल प्रदेश का रहने वाला हूँ | मेरा परिवार एक छोटा परिवार है जिसमे मेरे मम्मी-पापा और मुझसे छोटा एक भाई है | पापा मेरे गवर्नमेंट सेक्टर में सर्व करते हैं और मम्मी भी एक सरकारी टीचर हैं |

दोस्तों मुझे अपनी पढाई के साथ-साथ सेक्सी कहानियां लिखने का शौक है | मैं आप लोगो को रोज एक न एक नयी कहानी लिखकर पढवाता हूँ | दोस्तों आज मैं आप लोगो के लिए बहुत ही मस्त और सेक्सी कहानी लेकर आया हूँ | तो चलिए दोस्तों मैं आप लोगो को अपनी ज्यादा बकवास न सुनाते हुए सीधा आप लोगो को अपनी कहानी की ओर ले चलता हूँ |

दोस्तों ये बात उस समय की है जब मैं अपनी जूनियर सेक्शन की पढाई अपने ही शहर के स्कूल में करता था | मैं और मेरा छोटा भाई एक ही स्कूल में पढ़ते थे | मैं 10 वीं में था और मेरा छोटा भाई 6 क्लास में था | मैं अपने भाई को अपने साथ ही स्कूटी पर बैठा कर ले जाता था | मेरे पापा ने मुझे मेरे बर्थडे पर स्कूटी गिफ्ट की थी | मेरे शहर का स्कूल मेरे घर ससे लगभग 12-13 किलोमीटर की दूरी पर था | मैं सुबह जल्दी उठ जाता था और अपने स्कूल के लिए तैयार होते हुए अपना ब्रेकफास्ट करके अपने भाई को साथ में लेके स्कूल चला जाता था | दोस्तों मैं अपने क्लास में पीछे बैठकर बहुत शरारत करता था | मेरा एक दोस्त था जो की मेरे ही घर के पास रहता था | वो मेरे ही साथ मेरी ही क्लास में पढ़ते थे | हम लोगो की अपने स्कूल से लगाकर अपने घर तक बहुत अच्छी दोस्ती थी | हम लोगो अपनी क्लास में एक ही सीट पर बैठकर खूब मस्ती करते थे | हम लोग हमेशा कॉलेज में टाइम से पहुँच जाते थे लेकिन अपनी क्लास में हमेशा लेट जाते थे | क्योकि हम लोगो को पीछे बैठना होता था और वो तभी संबव था जब हम लोग लेट जाते |

एक दिन मैं और मेरा दोस्त गोल्डी अपनी क्लास में पीछे वाली सीट पर बैठकर मैथ के पीरियड में शैतानी कर रहे थे और टीचर ने हम लोगो को देख लिया लिया | तो सर ने हम लोगो को आगे बुलाया और वहीँ आगे की सीट पर पूरा दिन बैठने को कहा | हम लोग अपने-अपने बेग लाके आगे की सीट पर बैठ गये | सर का पीरियड खत्म हुआ और दूसरा पीरियड इंग्लिश वाली मैडम का पीरियड था | हूम लोगो की जो इंग्लिश की मैडम थी वो बहुत सेक्सी और कम ऐज की थी | कॉलेज के जो एक दो नए टीचर थे वो सब उनके पीछे कुत्तो की तरह घूमा करते थे | वो हमारी क्लास में आयी और आके सीट पर बैठ गयी | हम लोगो की सीट जस्ट उनके आगे ही पढ़ी थी | वो आके सीट पर बठी और नोटबुक चेक कर रही थी | उन्होंने सब से पहले हम लोगो को अपनी-अपनी नोटबुक लेके अपने पास बुलाया | हम लोगो का काम अभी पूरा नही था | हम लोग अपनी-अपनी नोट बुक लेके मैडम के पास पहुंचे | मैडम ने मेरे दोस्त की नोटबुक ले और चेक कर रही | तभी मेरी नज़र मैडम के बूब्स पर गयी | मैं उनके बूब्स नालियों से देख रहता मैंने अपने दोस्त को बताया की देख मैडम के बूब्स दिख रहे है | मैडम हम लोगो की नोटबुक चेक किये जा रही थी और मैं और मेरा दोस्त मैडम के बूब्स देखे जा रहे थे | मैडम का दुपट्टा निचे था इसलिए उनके बूब्स हम लोगो को साफ़ दिख रहे थे |

मैडम ने हम लोगो की कांपी देखि और उसे पूरा दो दिन में पूरा करने को कहा | हम लोग अपनी सीट पर आये उर बैठ कर मैडम के बूब्स के बारे सोंचे जा रहे थे | हम लोगो के लंड एकदम फूल गये थे और हम लोग अब अपने आप को रोंक नही पा रहे थे | हम लोगों ने मैडम से टॉयलेट के बाहने बाथरूम में जाके मुठ मारने का प्लान बनाया | हम लोग क्लास के बाहर आये और टॉयलेट की और चले गये | मैंने अपनी पैन्ट खोली और अपने लंड में थूक लगा कर मुठ मारने लगा और मेरे जस्ट साइड वाले टॉयलेट में मेरे दोस्त मुठ मार रहा था और जोर-जोर से अपने मुह से आह अहः आःह अहह आह्ह आःह्ह अह्ह्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह आह अहाह आह अह अकी सिस्कारियां निकाल रहा था | मैंने थोड़ी देर तक मुठ मारा और फिर झड गया | मैं अपने हाँथ धुल कर बाहर आया और थोड़ी देर बाद मेरा दोस्त भी फाइनल होके बाहर आ गया था |

धीरे-धीरे अब हम लोगो के एग्जाम आने वाले थे और हम लोगो के एग्जाम लगभग 1 महीने तक चले | अब मैं और मेरे दोस्त ने अपना एडमिशन किसी दुसरे कॉलेज में लेने को सोंचा | हम लोगो ने अपना एडमिशन अपने शर ससे दूर एक अच्छे कॉलेज में ले लिया और वहीँ कॉलेज के हॉस्टल में रहने लगे | हम लोगो को अपने हॉस्टल में एक ही कमरे में रहने को मिला था | हम लोग थोड़े दिन तक वहां शांत रहे और फिर वहां भी अपना जलवा बिखेरने लगे | एक दिन मैं और मेरा दोस्त इंटरवेल में खाना खाके अपने कॉलेज के वाशरूम में हाँथ धुलने गये | हम लोग अपने हाँथ धुल ही रहे थे | तभी मेरे दोस्त ने एक टॉयलेट रूम से आह अहह अहह अह्ह्ह अह्ह्हः अहह अहह अह्ह्ह अह्ह्ह ह्हहा ह्हहा ह्ह्हह्ह्हा उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह इह इह्ह की सिस्कारियों की आवाजे आ रही थी | हम लोग वहां खड़े होकर सुनने लगे और हाँथ धोके बाहर आ गये और खड़े होकर देखना चाहते थे की कोन है अन्दर | थोड़ी देर के बाद एक चपरासी और एक हॉस्टल में खाना बनाने वाली बायी अन्दर से बाहर की ओर निकले | कॉलेज का चपरासी उसकी अन्दर चुदाई कर रहा था | हम लोग आके क्लास में बैठ गये और पढने लगे | छुट्टी हुयी हम लोग हॉस्टल में आये और कपडे निकाल कर आराम करने लगे | जब शाम के 5 बजे तो मैं कॉलेज की प्रिंसी मैडम से बाहर जाने की परमिशन लेने गया | मुझे कुछ सामान लेने था बाहर से | हमारी कॉलेज की प्रिन्न्ची मैडम का घर कॉलेज में ही बना हुआ था |

मैं गया और उनके रूम में इंटर ही कर रहा था तभी मैंने देखा की वो बेड पर नंगी होकर अपनी चूत में उंगलियाँ करते हुए बेड पर मचल रही थी | मैं जैसे ही अन्दर घुसा मैं ऊनको उस हालत में देख कर बाहर को आने लगा तभी मैडम ने मुझे आवाज दी की अंदर आओ | मैं डरते-डरते अन्दर गया | मैडम ने मुझे बैठने को कहा मैंने कहा की नही मैडम ठीक है मैं खड़ा हूँ | उन्होंने मुझे अपने पास बैठाल लिया और मेरे बालो पर अपना हाँथ फैरते हुए बोली की क्या बात है | मैंने नर्वस होते हुए उनको अपनी बात बताई | एक तो यो नंगी बैठी थी और मेरा भी संतुलन बिगड़ रहा था | उन्होंने मुझसे कहा की थोड़ी देर बैठो और फिर चले जाना |

मैं मैडम के इरादों को जान गया की कुछ नही मैडम को लंड की जरुरत है और होती भी कैसे नही जो मैडम के हस्बैंड थे वो आर्मी में कर्नल थे | और घर पर साल में एक-दो बार ही आते थे | मैडम मेरे बालो को सहला रही थी | अब मेरे भी रोयें खड़े हो चुके थे | मैडम ने मुझे खड़ा किया और मेरे सारे कपडे उतार दिए और मेरा लंड अपने मुह में लेके चूसने लगी | मुझे भी मजा आ रहा था पहली बार मेरा लंड कोई चाट रहा था मैं अपने मुह से आह अहः अहः आह्ह्ह आह्ह अह्ह्ह अह्ह्ह अह्ह्ह अह्ह्ह अहह अहह अहह अहह अहह अह्ह्ह अह्ह्ह अह्ह्ह अह्ह्ह अह्ह्ह औंह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह ओह्ह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्होह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह की सिस्कारिया निकाल रहा था | फिर मैडम बेड पर बैठ कर घोड़ी बन गयी और मुझे अपना लंड अपनी चूत में डालने को कहा | मेरा लंड भी पूरी तरह से खड़ा हो चूका था मैं भी बेड पर चढ़ गया और झुक कर अपने लंड को पीछे से मैडम की चूत में डाल कर जोर-जोर से धक्के दे रहा था और मैडम अपने मुह से आह्ह अहः आह्ह आह्ह आह्ह आह्ह अह्हहः आह्ह अहह आह्ह आह्ह आह्ह अहह आह्ह अह्ह्हः अह आहा अह अह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह आह आःह्ह अहह्ह्हा ह्हहा ह्हहः आहाह उन्ह उह ओह्ह ओह्ह इह्ह इह्ह इह्ह की सिस्कारिया निकाल रही थी | थोड़ी देर में मैं झड़ने वाला था तो मैडम ने मेरा लंड निकाल कर अपने मुह में ले लिया और मैंने अपने लंड का माल मैडम के मुह में छोड़ दिया |

तो दोस्तों ये थी मेरी कहानी इस तरह मेरी कॉलेज की प्रिंसी मैडम ने मुझसे चुदवाया |

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